Move to Jagran APP

आरपीएफ एसोसिएशन और रेलवे में ठनी,वार्षिक अधिवेशन पर अड़ंगा

देशभर में आरपीएफ एसोसिएशन से जुड़े सदस्यों को 8 से 10 के अधिवेशन में शिरकत करनी थी, लेकिन इस पर आरपीएफ व रेलवे में ठन गई है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sat, 24 Feb 2018 07:36 PM (IST)Updated: Sun, 25 Feb 2018 08:44 AM (IST)
आरपीएफ एसोसिएशन और रेलवे में ठनी,वार्षिक अधिवेशन पर अड़ंगा
आरपीएफ एसोसिएशन और रेलवे में ठनी,वार्षिक अधिवेशन पर अड़ंगा

अंबाला [दीपक बहल]। ऑल इंडिया रेलवे सुरक्षा बल एसोसिएशन और रेलवे बोर्ड में ठन गई है। दिल्ली में आयोजित होने वाले एसोसिएशन के 25वें अधिवेशन में देशभर के जोन और मंडलों से आरपीएफ के कर्मचारियों को शिरकत करनी थी, लेकिन रेलवे बोर्डं ने अधिवेशन की इजाजत नहीं दी।

loksabha election banner

एसोसिएशन के महामंत्री यूएस झा ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात कर अपना पक्ष रखा, लेकिन अभी तक रेलवे बोर्ड ने अधिवेशन के लिए मंजूरी नहीं दी है। बोर्ड से मंजूरी न मिलने पर एसोसिएशन कोर्ट की शरण लेगी।

अॅाल इंडिया रेलवे सुरक्षा बल एसोसिएशन ने जनवरी माह में सालाना आम बैठक (एजीएम) के लिए रेलवे बोर्ड को चिट्ठी लिखकर अनुमति मांगी थी। रेलवे बोर्ड ने यह कहकर अनुमति नहीं दी कि 26 जनवरी के मद्देनजर अलर्ट घोषित कर रखा है। फिर एसोसिएशन ने 8 से 10 मार्च तीन दिवसीय अधिवेशन के लिए रेलवे बोर्ड को पत्र लिखा।

15 फरवरी 2018 को रेलवे बोर्ड की तरफ से डीआइजी आरपीएफ (एमएसी) ने एसोसिएशन को स्पष्ट कर दिया कि शीर्ष अधिकारियों ने एजीएम की अनुमति नहीं दी है। मान्यता की शर्तों का उल्लंघन करने का हवाला दिया गया। हालांकि उल्लंघन कब और कहां किया गया, यह स्पष्ट नहीं किया। इसके बाद एसोसिएशन ने मेंबर ट्रैफिक (एमटी) से अनुमति मांगी और एसोसिएशन के महामंत्री रेल मंत्री पीयूष गोयल से भी मिले। आरपीएफ के महानिदेशक से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका।

अनुमति मिलने के बाद जारी होते हैं पास

रेलवे बोर्ड से अनुमति मिलने के बाद एजीएम में शिरकत करने वाले कांस्टेबल से इंस्पेक्टर रैंक तक को ट्रेन का पास जारी किया जाता है। मंडल पर 250 कर्मियों पर एक को एजीएम में आने की अनुमति है।

अॅाल इंडिया रेलवे सुरक्षा बल एसोसिएशन के महामंत्री यूएस झा का कहना है कि रेल मंत्री से मिलकर अपना पक्ष रख चुके हैं, समाधान हो जाएगा। अगर अनुमति नहीं मिली तो अंतिम रास्ता कोर्ट भी बचा है।

यह भी पढ़ेंः बिग बॉस की पूर्व प्र‍तियोगी बोली- जहां सपना, वहां विवाद होना लाजमी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.