आरपीएफ एसोसिएशन और रेलवे में ठनी,वार्षिक अधिवेशन पर अड़ंगा
देशभर में आरपीएफ एसोसिएशन से जुड़े सदस्यों को 8 से 10 के अधिवेशन में शिरकत करनी थी, लेकिन इस पर आरपीएफ व रेलवे में ठन गई है।
अंबाला [दीपक बहल]। ऑल इंडिया रेलवे सुरक्षा बल एसोसिएशन और रेलवे बोर्ड में ठन गई है। दिल्ली में आयोजित होने वाले एसोसिएशन के 25वें अधिवेशन में देशभर के जोन और मंडलों से आरपीएफ के कर्मचारियों को शिरकत करनी थी, लेकिन रेलवे बोर्डं ने अधिवेशन की इजाजत नहीं दी।
एसोसिएशन के महामंत्री यूएस झा ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात कर अपना पक्ष रखा, लेकिन अभी तक रेलवे बोर्ड ने अधिवेशन के लिए मंजूरी नहीं दी है। बोर्ड से मंजूरी न मिलने पर एसोसिएशन कोर्ट की शरण लेगी।
अॅाल इंडिया रेलवे सुरक्षा बल एसोसिएशन ने जनवरी माह में सालाना आम बैठक (एजीएम) के लिए रेलवे बोर्ड को चिट्ठी लिखकर अनुमति मांगी थी। रेलवे बोर्ड ने यह कहकर अनुमति नहीं दी कि 26 जनवरी के मद्देनजर अलर्ट घोषित कर रखा है। फिर एसोसिएशन ने 8 से 10 मार्च तीन दिवसीय अधिवेशन के लिए रेलवे बोर्ड को पत्र लिखा।
15 फरवरी 2018 को रेलवे बोर्ड की तरफ से डीआइजी आरपीएफ (एमएसी) ने एसोसिएशन को स्पष्ट कर दिया कि शीर्ष अधिकारियों ने एजीएम की अनुमति नहीं दी है। मान्यता की शर्तों का उल्लंघन करने का हवाला दिया गया। हालांकि उल्लंघन कब और कहां किया गया, यह स्पष्ट नहीं किया। इसके बाद एसोसिएशन ने मेंबर ट्रैफिक (एमटी) से अनुमति मांगी और एसोसिएशन के महामंत्री रेल मंत्री पीयूष गोयल से भी मिले। आरपीएफ के महानिदेशक से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका।
अनुमति मिलने के बाद जारी होते हैं पास
रेलवे बोर्ड से अनुमति मिलने के बाद एजीएम में शिरकत करने वाले कांस्टेबल से इंस्पेक्टर रैंक तक को ट्रेन का पास जारी किया जाता है। मंडल पर 250 कर्मियों पर एक को एजीएम में आने की अनुमति है।
अॅाल इंडिया रेलवे सुरक्षा बल एसोसिएशन के महामंत्री यूएस झा का कहना है कि रेल मंत्री से मिलकर अपना पक्ष रख चुके हैं, समाधान हो जाएगा। अगर अनुमति नहीं मिली तो अंतिम रास्ता कोर्ट भी बचा है।
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