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'गब्‍बर' फिर एक्‍शन में, अनिल विज ने महिला अधिकारी को हटाकर IPS को दी FSL की कमान

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज फिर एक्‍शन में हैं। वह मधुबन स्थित फॉरेंसिक साइंस लैब में महिला अधिकारी को डायरेक्टर का अतिरिक्त चार्ज सौंपने के मामले में एक्शन मोड में आ गए हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Fri, 21 Feb 2020 08:51 PM (IST)Updated: Sat, 22 Feb 2020 09:09 AM (IST)
'गब्‍बर' फिर एक्‍शन में, अनिल विज ने महिला अधिकारी को हटाकर  IPS को दी FSL की कमान
'गब्‍बर' फिर एक्‍शन में, अनिल विज ने महिला अधिकारी को हटाकर IPS को दी FSL की कमान

अंबाला [दीपक बहल]। 'गब्‍बर' यानि हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज मधुबन स्थित फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) में महिला अधिकारी को डायरेक्टर का अतिरिक्त चार्ज (कार्यकारी) सौंपने के मामले में एक्शन मोड में आ गए हैं। महिला अधिकारी के खिलाफ डीजीपी मनोज यादव ने विभागीय जांच की सिफारिश की थी, लेकिन गृह सचिव विजयवद्र्धन ने अधिकारी पर मेहरबानी करते हुए उन्हें इस पद का कार्यभार सौंप दिया।

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इतना ही नहीं गृह सचिव ने महिला अधिकारी को डायरेक्टर के पद पर पदोन्नत करने की फाइल भी गृहमंत्री को भेज दी थी। ऐसा करते हुए उन्होंने महिला अधिकारी के खिलाफ तीन IPS अधिकारियों की विभागीय जांच को भी नजर अंदाज कर दिया। मामले ने तूल पकड़ा तो गृह विभाग ने गुरुवार को महिला अधिकारी को हटाते हुए IPS अधिकारी योगेंद्र नेहरा को जिम्मेदारी सौंप दी।

दैनिक जागरण ने किया था पर्दाफाश

दैनिक जागरण ने 'डीजीपी ने महिला अधिकारी को दोषी ठहराया, गृह सचिव ने पदोन्नति की फाइल भेजी' शीर्षक से खबर प्रकाशित कर इस मामले का पर्दाफाश किया था। महिला अधिकारी ने राज्य सरकार की अनुमति के बिना मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से पीएचडी की थी। पीएचडी के दौरान वह ड्यूटी पर मधुबन में भी हाजिर रही। कोई व्यक्ति एक ही समय में दो जगह पर कैसे रह सकता है। बाद में जांच से बचने के लिए उसने FSL के निदेशक विजेंद्र सिंह का फर्जी दस्तावेज तैयार किया। डायरेक्टर विजेंद्र सिंह 3 नवंबर 2006 को सेवानिवृत्त हो चुके थे, जबकि 19 अगस्त, 2007 को उक्त फर्जी दस्तावेज तैयार किया गया। IPS अधिकारी आरके मीणा की रिपोर्ट पर मामला राज्य स्तर पर फाइल हो गया।

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IPS श्रीकांत जाधव की रिपोर्ट से खुला राज

श्रीकांत जाधव ने 14 नवंबर 2018 को डीजीपी को अवगत कराया और महिला अधिकारी पर विभागीय जांच के अलावा आपराधिक केस दर्ज करने की सिफारिश भी की। इसके बाद फिर से IPS अधिकारी जेएस रंधावा ने जांच की और अपनी जांच में एडीजीपी श्रीकांत जाधव की सिफारिश को सही ठहराया। इन सिफारिश के आधार पर 24 जनवरी 2020 को डीजीपी मनोज यादव ने गृह सचिव को महिला अधिकारी के खिलाफ चार्जशीट के लिए लिखा।

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विज ने डीजीपी-गृह सचिव से मांगा था जवाब

इस प्रकरण का दैनिक जागरण ने पर्दाफाश किया तो गृह मंत्री अनिल विज ने रिन्यू करने के आदेश जारी कर दिए थे। इसके बावजूद गृह विभाग ने महिला अधिकारी को अतिरिक्त चार्ज (कार्यकारी) सौंप दिया। इससे खफा अनिल विज ने डीजीपी मनोज यादव और गृह सचिव विजयवद्र्धन से जवाब तलब किया था। इसके बाद फिर से डीजीपी ने गृह सचिव को चिट्ठी लिखी। इसी के आधार पर गुरुवार को IPS अधिकारी योगेंद्र नेहरा को FSL के डायरेक्टर का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया।

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