अंबाला। गृहमंत्री अनिल विज विज शुक्रवार से शुरू हुए बजट सत्र के दूसरे चरण में भी नहीं पहुंचे। विज 20 से 23 फरवरी तक चले बजट सत्र के दौरान भी अनुपस्थित रहे थे। दूसरे सत्र के पहले दिन भी स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने सदन को अवगत कराया है कि वह स्वास्थ्य कारणों से सदन में नहीं आएंगे।
विज के अलावा बजट सत्र के प्रथम चरण में एक महिला खिलाड़ी के आरोपों में घिरे राज्य मंत्री संदीप सिंह भी अनुपस्थित रहे लेकिन शुक्रवार को वह सदन में दिखाई दिए। सवाल यह उठता है कि क्या विज वास्तव में इतने बीमार हैं कि वह अंबाला से आधा घंटे का सफर कर चंडीगढ़ तक नहीं पहुंच सकते या फिर कोई और स्वास्थ्य कारण है।
विज की चुप्पी ने उठाए सवाल
विज की सत्र से अनुपस्थिति इसलिए भी अहम राजनीतिक घटना मानी जा सकती है कि मुखर और प्रखर विज कई बार मुख्यमंत्री के निर्णयों से असहमति जता चुके हैं। ऐसा माना जाता है कि उन्हें जब कोई बात कहनी होती है तो वह उसे कहते समय यह नहीं सोचते कि इसका परिणाम क्या निकलेगा। वह पार्टी लाइन से हटकर भी कह देते हैं।
बृहस्पतिवार को दिल्ली में भाजपा के प्रदेश प्रभारी बिप्लब कुमार देब ने अपने निवास पर हरियाणा से संबंधित पार्टी के सांसदों की एक बैठक आयोजित की। इसमें प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ सहित 10 लोकसभा और चार राज्यसभा सदस्य मौजूद थे।
सदन से गायब लेकिन गृहक्षेत्र में एक्टिव
स्पीकर ने सदन में अस्वस्थता की जानकारी दी, लेकिन विज अपने गृह क्षेत्र में 12 घंटे तक सुन रहे हैं जनशिकायतें
ऑपरेशन के बाद गृह क्षेत्र में खूब सक्रिय हैं गृह मंत्री अनिल विज का एक पुरानी चोट से संबंधित ऑपरेशन हुआ है लेकिन इसके बावजूद वह अपने गृह क्षेत्र में खूब सक्रिय रहते हैं। अपने जनता दरबार में वह लगातार 10 घंटे से ज्यादा बैठकर लोगों की शिकायतें सुनते हैं।
राहुल गांधी के लंदन प्रवास के दौरान दिए गए संबोधन पर भी विज ने अपने चिरपरिचित अंदाज में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर विचार रखे। 15 मार्च को उन्होंने अपना 70वां जन्मदिन भी धूमधाम से मनाया। इससे पहले 10 मार्च को उन्होंने अंबाला में अपने जनता दरबार में आए लोगों की शिकायतें रात्रि 10 बजे तक सुनी।