Gujarat: बनासकांठा में टिड्डियों के हमले से परेशान किसान ने खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चला दिया
Locust Attack In Gujarat. उत्तर गुजरात के बनासकांठा साबरकांठा पाटण एवं महेसाणा मंडल के किसानों के सिर पर एक बार फिर आफत के बादल मंडरा रहे हैं।
अहमदाबाद, जेएनएन। Locust Attack In Gujarat. बनासकांठा जिले में टिड्डियों के हमले से फसलों को काफी नुकसान हुआ हैं। कृषि विभाग के उस दावे को किसानों ने निराधार बताया गया है, जिसमें कहा गया है कि विभाग ने टिड्डियों का सफाया कर दिया हैं। धानेरा मंडल में अभी भी टिड्डियों के हमले जारी हैं। इनसे परेशान एक किसान ने अपनी खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चलाकर तहस-नहस कर दिया। टिड्डियों से नुकसान के मद्देनजर किसानों ने सरकार से सहायता की मांग की है। इससे किसानों की परेशानी जहां बढ़ गई है, वहीं बटाई पर खेती करने वाले बटाईदारों की हालत बदतर हो गई है।
इस वर्ष अतिवृष्टि एवं ओला पड़ने से किसानों की हालत जहां पहले से ही बिगड़ी हुई है, वहीं टिड्डियों के आक्रमण से मानों किसानों की कमर ही टूट गई है। यहां उत्तर गुजरात के बनासकांठा, साबरकांठा, पाटण एवं महेसाणा मंडल के किसानों के सिर पर एक बार फिर आफत के बादल मंडरा रहे हैं। यहां टिड्डियों ने छह हजार से भी अधिक हेक्टेयर में टिड्डियों के दल ने फसलों को तबाह कर दिया है।
यहां इन क्षेत्रों में टिड्डियों ने राई, एरंडा, गेहूं और कपास सहित विविध फसलों को नष्ट कर दिया है। अब खेतों में कुछ नहीं बचा हैं। धानेरा के एक किसान ने अपनी पांच बीघा की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया। यहां उसकी फसल को टिड्डियों ने नष्ट कर दिया था। खेत में पैदावार की आशा नहीं थी। किसान के अनुसार, धानेरा के शेरा, जाड़ी, शिया, डुंगडोल, भाटी और रविया सहित अन्य गांवों में टिड्डियों के हमले जारी हैं।
इन क्षेत्रों में बटाईदारों की हालत दयनीय है। बड़ी मेहनत से इन्होंने खेती की हैं। किन्तु इनकी मेहनत टिड्डियों के हमले के कारण असफल हो गई है। यहां के किसान बची फसलों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। कृषि विभाग भी फसलों को बचाने के लिए जंतुनाशक दवाइयों का छिड़काव कर रहे हैं। राज्य एवं केंद्र का कृषि विभाग यहां विविध उपाय कर रहा हैं। प्रशासन ने दावा किया है कि टिड्डियों का सफाया कर दिया गया है, वहीं टिड्डियों का दल हवाओं के साथ राजस्थान की ओर आगे बढ़ रहा है।
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