नितिन पटेल ने विधानसभा में बजट पेश किया
विधानसभा में उप मुख्यमंत्री व वित्तमंत्री नितिन पटेल ने गुजरात का 1 लाख 71 हजार करोड का वर्ष 2017-18 का बजट पेश किया।
अहमदाबाद। चुनावी साल में मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने गुजरात की जनता पर नये कर को बोझ नहीं डाला साथ ही 12वीं के साढे तीन लाख विद्यार्थियों को टेबलेट देने की घोषणा कर यूपी के सीएम अखिलेश मॉडल की ओर कदम बढाया। उपमुख्यमंत्री ने 240 करोड के लाभ का बजट पेश किया।
विधानसभा में मंगलवार को उप मुख्यमंत्री व वित्तमंत्री नितिन पटेल ने गुजरात का 1 लाख 71 हजार करोड का वर्ष 2017-18 का बजट पेश किया जिसमें नाबार्ड से लिये 33678 करोड तथा पब्लिक एकाउंट से आए 5575 करोड भी शामिल है। सरकार को नोटबंदी के बाद तीन माह में वेट में 22 फीसदी राजस्व की अधिक प्राप्ति हुई। वेट में हुई वृद्वि का कारण हजार व 500 के पुराने नोट के चक्कर में जमा कराया गया कर माना जा रहा है। सरकार ने बजट में कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ किसानों को बिजली, स्मार्ट विलेज, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के साथ युवा स्वावलंबन पर अधिक ध्यान दिया है।
राज्य सरकार ने गत वर्ष केनद्र से करों में हिस्सेरदारी के पेटे 16 हजार करोड की आय का अनुमान किया था जिसे दो हजार करोड घटाकर इस बार 14 हजार करोड ही रखा। यूपी सरकार की तर्ज पर गुजरात सरकार 12वीं पास कर कॉलेज व डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लेने वाले साढे तीन लाख छात्रों को एक हजार रु में टेबलेट देगी। सरकार ने अधिस्वीेक्रत पत्रकारों की जीवन बीमा राशि 50 हजार से बढाकर 5 लाख रु करने के साथ उन्हेंत मां वात्साल्य योजना के तहत सरकारी अस्पतालों में मुफत इलाज की सुविधा भी प्रदान की है।
वाघेला आपा खोकर भाजपा पर बरसे
अहमदाबाद, गांधीनगर [ शत्रुघ्न शर्मा ]। नलिया सेक्स कांड को लेकर कांग्रेस ने बजट सत्र के दूसरे दिन सदन में आते ही फिर नारेबाजी शुरु कर दी, मुख्येमंत्री विजय रुपाणी की मध्यस्थता के बाद मामला शांत हुआ। सदन में काफी देर तक चोर व बलात्कारी शब्द ही गूंजते रहे।
गुजरात विधानसभा में मंगलवार को उपमुख्यमंत्री व वित्त मंत्री नितिन पटेल के बजट पेश करने पहुंचते ही कांग्रेस ने नलिया में विवाहिता से गेंगरेप मामले को लेकर भाजपा के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी, कांग्रेस की मांग है कि सेक्स कांड की जांच हाईकोर्ट के न्यायाधीश से कराई जाये।
विधानसभा अध्यक्ष रमण वोरा ने इसके जवाब में कहा कि हाईकोर्ट विधानसभा या सरकार की बात माने ही ऐसा जरुरी नहीं है। साथ ही मुख्यमंत्री रुपाणी ने जब कहा कि सरकार ने सीआईडी क्राइम को जांच सौंप दी है तथा दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा, साथ ही नेता विपक्ष वाघेला से कहा कि आप और हम बैठकर पीडिता को न्याय दिलाने के मुददे पर और चर्चा कर लेंगे लेकिन सदन को सुचारु रुप से चलने दें। वाघेला व कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के बयान के बाद सदन में कोई हंगामा नहीं किया।
गौरतलब है कि सत्र के पहले दिन कांग्रेस विधायकों के निलंबन के बाद गृह राज्यमंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा व भाजपा विधायकों ने उन्हें चोरों की बारात कह दिया था जिससे नाराज कांग्रेस विधायकों ने आते ही भाजपा विधायकों को बलात्कारियों की टोली कहकर संबोधित किया।
एक बारगी सदन में सत्तापक्ष व विपक्ष के बीच गरमा गरमी हो गई दोनों पक्ष के विधायक कुर्सियों से उठकर हो हल्लाी करने लगे। वाघेला खुद गुस्से में आकर भाजपा विधायकों पर तमतमा गये थे। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने मौके की नाजुकता को भांपते हुए तुरंत मोर्चा संभाल लिया तथा वाघेला व अन्य सदस्यों को इस मुददे पर सरकार का साथ देकर दोषियों को सख्त सजा दिलाने में मदद की मांग की। साथ ही भरोसा दिलाया कि वे चाहे किसी भी दल से जुडे हों किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा, गेंगरेप के दोषियों को सख्त सजा दी जायेगी।