गुजरात में पूर्व सैनिकों ने भी मोर्चा खोला
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर पूर्व सैनिकों की संस्थाओं के प्रमुख व उनके परिजनों ने कहा कि जंतर मंतर पर एक हजार दिन तक धरना देने के बाद भी सरकार उनकी बात नहीं सुन रही।
अहमदाबाद, राज्य ब्यूरो। इंडियन एक्स सर्विसमेन मूवमेंट व यूनाईटेड एक्स सर्विसमेन मूवमेंट ने अहमदाबाद में केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। मेजर जनरल सतबीर सिंह ने सोमवार को कहा कि वन रेंक वन पेंशन (ओआरओपी) मामले में केंद्र ने पूर्व सैनिकों के साथ धोखा किया है।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर पूर्व सैनिकों की संस्थाओं के प्रमुख व उनके परिजनों ने कहा कि जंतर मंतर पर एक हजार दिन तक धरना देने के बाद भी सरकार उनकी बात नहीं सुन रही। अब वे लोग विभिन्न शहरों में जाकर सरकार का विरोध करने वालों के साथ मिलकर अपनी बात रखेंगे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान नरेंद्र मोदी ने सेना के पूर्व अफसरों से वादा किया था कि सत्ता में आते ही वह ओआरओपी लागू करेंगे। लेकिन उन्होंने इसकी सिफारिशों को आधा अधूरा लागू किया और सैनिकों व उनके परिवार के सदस्यों को धोखा दिया है।
कर्नल रोहित चौधरी व सुदेश ने बताया कि दिल्ली में सेना के पूर्व अधिकारी व शहीदों की विधवाओं के साथ पुलिस ने दुव्र्यवहार किया। सरकार के इशारे पर पुलिस ने सेना के अफसरों व पूर्व सैनिकों के साथ धक्कामुक्की की। उनका अपमान किया। सरकार पर ओआरओपी को लेकर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को अब उनकी बात सुनने में रुचि नहीं है। सरकार, रक्षामंत्री, गृह मंत्री
उनकी मांगों को दरकिनार कर रहे हैं। सैनिकों की पेंशन कट गई, राशन व सुविधाओं को कम किया जा रहा है। आजादी के बाद किसी भी सरकार ने सेना के पूर्व जवानों व अफसरों की ऐसी अनदेखी नहीं की थी।
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