The Flash Review: दिलचस्प है अतीत को ठीक करने की ख्वाहिश में 'फ्लैश' का टाइम ट्रैवल, बैटमैन ने दिखाया दम
The Flash Movie Review द फ्लैश भावनात्मक तौर पर मजबूत कहानी है मगर टाइम ट्रैवल और मल्टीवर्स जैसे कॉन्सेप्ट इसे पुराना बनाते हैं। फिल्म में एक्शन और वीएफएक्स की बेहतरीन जुगलबंदी है। एजरा मिलर अपने किरदार में जमे हैं मगर महफिल बैटमैन ने लूटी।
नई दिल्ली, जेएनएन। डीसी कॉमिक्स से जो सुपरहीरो निकले हैं, उनमें से एक द फ्लैश भी है। बिजली की गति वाला सुपरहीरो। इसीलिए उसका नाम भी फ्लैश है। यह डीसी एक्सटेंडेड यूनिवर्स (DCEU) की 13वीं फिल्म है। क्रिस्टीना हडसन के स्क्रीनप्ले पर बनी फिल्म का निर्देशन एंडी मुशैटी ने किया है।
बैरी एलन यानी फ्लैश के किरदार में एजरा मिलर हैं। साशा कैले ने सुपरगर्ल का किरदार निभाया है। बैटमैन यानी ब्रुस वेन के किरदार में बेन एफ्लेक फिल्म में नजर आये हैं। द फ्लैश टाइम ट्रैवल के फॉर्मूले का इस्तेमाल करती है। द फ्लैश उस कसक को भुनाती है, जिसमें अतीत की अप्रिय घटनाओं को ठीक करने की ख्वाहिश दिल के किसी कोने में हमेशा दबी रहती है।
क्या है द फ्लैश की कहानी?
द फ्लैश यानी बैरी एलन के पिता हेनरी उसकी मां नोरा के कत्ल के आरोप में जेल में सजा काट रहे हैं, मगर बैरी को पता है कि मां को उन्होंने नहीं मारा है। संयोग से टाइम ट्रैवल करने पर बैरी को समझ में आता है कि ऐसा करके अपने अतीत को ठीक कर सकता है। ब्रूस इसके खतरों के प्रति आगाह करते हुए ऐसा करने से मना करता है, मगर बैरी नहीं मानता और उस प्वाइंट पर पहुंच जाता है, जिस दिन नोरा का कत्ल हुआ था।
हालांकि, इस कोशिश में बहुत कुछ बिगड़ भी जाता है। इस क्रम में वो अपने यंगर वर्जन से भी मिलता है। बैटमैन भी दो नजर आते हैं। एक अतीत में और दूसरा बैरी का समकालीन।
कैसा है स्क्रीनप्ले और अभिनय?
द फ्लैश की सबसे अच्छी बात यह है कि इसकी कहानी में भावनाओं को अच्छे से पिरोया गया है। सुपरहीरो फिल्मों में इतना एक्शन होता है कि इमोशनल मोर्चे पर कमजोर पड़ते ही मामला पटरी से उतरने लगता है। इस मामले में द फ्लैश निराश नहीं करती। इस फिल्म की कहानी की बुनियाद ही भावनाओं पर टिकी है।
फिल्म में कई ऐसे पल आते हैं, जब दर्शक यादों में डूबने-उतराने लगता है। माइकल कीटोन 31 साल बाद बैटमैन बनकर वापसी करते हैं। भविष्य के फ्लैश से उनकी चर्चा दिलचस्प है। सुपरहीरो फिल्मों में समय की धारा में आगे-पीछे जाना पहले भी दिखाया जाता रहा है। मल्टीवर्स भी दर्शक देख चुके हैं। डॉक्टर स्ट्रेंज और स्पाइडरमैन फिल्मों में मल्टीवर्स देखे जा चुके हैं। यहां फिल्म थोड़ा बोरिंग लगती है।
तकनीकी रूप से देखा जाए तो वीएफएक्स आधारित इतनी फिल्में आ रही हैं कि इसकी आदत पड़ने लगी है, जिसका नतीजा यह है कि दर्शक जरा सी ढील और चूक फौरन पकड़ता है। तकनीकी मोर्चे पर 'द फ्लैश' ठीक-ठाक है। कुछ दृश्यों में वीएफएक्स का बेहतरीन काम दिखता है। फिल्म का दूसरा हाफ खिंचा हुआ लगता है। इसे टाइट किया जा सकता था।
एजरा द फ्लैश को जीवंत करते हैं, वहीं सुपरगर्ल की मौजूदगी कम है, मगर दमदार रही है। अस्पताल में बच्चों को बचाने का दृश्य फिल्म का सबसे यादगार लम्हा है। एक्शन दृश्य शानदार हैं और पूरी तरह जकड़कर रखते हैं। द फ्लैश सुपरहीरो फिल्मों के फैंस को पसंद आएगी।
कलाकार- एजरा मिलर, साशा कैले, बेन एफ्लेक, माइकल शेनन, माइकल कीटोन आदि।
निर्देशक- एंडी मुशैटी
अवधि- 144 मिनट
रेटिंग- तीन