खुद से कहा, बस आगे बढ़ो - श्रद्धा कपूर
इन दिनों हिट फिल्मों की लहर पर सवार अभिनेत्री श्रद्धा कपूर के शुरुआती दिन काफी संघर्ष में गुजरे थे। यह तब था जबकि वो फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। श्रद्धा का मानना है कि इंसान की जिंदगी में असफलता का भी उतना ही महत्व है, जितना सफलता का। वो
मुंबई। इन दिनों हिट फिल्मों की लहर पर सवार अभिनेत्री श्रद्धा कपूर के शुरुआती दिन काफी संघर्ष में गुजरे थे। यह तब था जबकि वो फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखती हैं।
श्रद्धा का मानना है कि इंसान की जिंदगी में असफलता का भी उतना ही महत्व है, जितना सफलता का। वो कहती हैं, 'मैं तो खुश हूं कि मुझे अपने करियर के शुरुआती दौर में ही असफलता देखने का मौका मिल गया। इससे मुझे धैर्य रखना आ गया। पर हां, जब मैं दूसरी अभिनेत्रियों को आगे बढ़ते देखती थी, तो मुझे भी असुरक्षा महसूस होती थी।'
श्रद्धा जीवन के टर्निंग प्वाइंट के बारे में बताती हैं, 'जब मोहित सूरी (आशिकी 2) और विशाल सर (हैदर) ने मुझे चुना, तो लगा कि अब मेरा वक्त भी आ गया है। मैं खुद को समझाती रही कि आगे बढ़ो। एक्टिंग मेरा बचपन का सपना था। जब मुझे आशिकी 2 के लिए फिल्मफेयर का नॉमिनेशन मिला था, तो मैं काफी खुश हुई थी।'
जीवन में आगे बढ़ने के लिए श्रद्धा का मानना है कि सुनो सबकी, पर करो अपने मन की। वो कहती हैं, 'जब आपकी फिल्म नहीं चलती है तो कई लोग कहते हैं कि मैंने मना किया था न कि यह फिल्म नहीं चलेगी, तो फिर तुमने क्यों की? जब फिल्म चलती है तो वही लोग कहते हैं कि देखा मैंने कहा था न कि यह फिल्म जरूर चलेगी। लिहाजा आपको लोगों की बातों पर ध्यान न देते हुए जैसे हैं, वैसे ही रहना चाहिए और खुद ही सही फैसले लेने चाहिए!'