विद्या बालन ने कहा, नहीं लौटाऊंगी अपना राष्ट्रीय पुरस्कार
फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआइआइ) के छात्रों के समर्थन में 12 फिल्ममेकर्स ने स्वेच्छा से अपने राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाने का फैसला किया है। इस मामले में एक्ट्रेस विद्या बालन ने कहा है कि वो अपना राष्ट्रीय पुरस्कार नहीं लौटाएंगी। विद्या ने कहा कि ये सम्मान उन्हें सरकार की
मुंबई। फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआइआइ) के छात्रों के समर्थन में 12 फिल्ममेकर्स ने स्वेच्छा से अपने राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाने का फैसला किया है। इस मामले में एक्ट्रेस विद्या बालन ने कहा है कि वो अपना राष्ट्रीय पुरस्कार नहीं लौटाएंगी।
FTII छात्रों के समर्थन में 12 फिल्ममेकर्स ने लौटाए राष्ट्रीय पुरस्कार
विद्या ने कहा कि ये सम्मान उन्हें सरकार की तरफ से नहीं बल्कि देश की तरफ से दिया गया है, इसले वो नहीं लौटाना चाहती।
एफटीआइआइ के अध्यक्ष पद पर गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के खिलाफ छात्र पिछले करीब 140 दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे। दिबाकर बनर्जी सहित 12 फिल्ममेकर्स ने छात्रों को समर्थन देने और देश में बढ़ रही असहिष्णुता के विरोध में ये फैसला लिया है।
विद्या बालन ने कहा, 'ये सम्मान सरकार की तरफ से नहीं, बल्कि देश की तरफ से दिया गया है। इसलिए मैं इसे नहीं लौटाना चाहती।' विद्या को साल 2012 में आई फिल्म 'द डर्टी पिक्चर' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया था।
हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर फिल्ममेकर्स के सम्मान लौटाने का विरोध नहीं किया। इससे पहले अनुपम खेर ने फिल्ममेकर्स के इस फैसले को गलत ठहराते हुए इसे सरकार, सेंसर बोर्ड जूरी और दर्शकों का अपमान बताया था।
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