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लिपस्टिक अंडर माई बुर्का का पास होना सत्य की जीत है - प्रकाश झा

प्रकाश झा ने बताया कि फिल्म से मात्र कुछ 10 सेकंड के सीन काटने के अलावा 2 डायलॉग्स को म्यूट करने को कहा गया है। फिल्म में सभी तरह के सेक्स रिलेटेड सीन्स यथावत बने हुए हैं।

By Manoj KhadilkarEdited By: Published: Wed, 26 Apr 2017 06:15 PM (IST)Updated: Wed, 26 Apr 2017 06:15 PM (IST)
लिपस्टिक अंडर माई बुर्का का पास होना सत्य की जीत है - प्रकाश झा
लिपस्टिक अंडर माई बुर्का का पास होना सत्य की जीत है - प्रकाश झा

रूपेशकुमार गुप्ता, मुंबई। फिल्म सर्टिफिकेशन अपीलेट ट्रिब्यूनल की तरफ से ' लिपस्टिक अंडर माई बुर्का ' को रिलीज़ के लिए मिली हरी झंडी से प्रसन्न प्रकाश झा ने कहा है कि सेंसर के हास्यास्पद निर्णय के खिलाफ ये 'सत्यमेव जयते' है।

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बता दें कि चार महिलाओं की कहानी बनी अलंकृता श्रीवास्तव डायरेक्टेड फिल्म लिपस्टिक अंडर माई बुर्का को सेंसर ने ये कह कर पास करने से इनकार कर दिया था कि महिला प्रधान इस फिल्म में बेहद आपत्तिजनक दृश्य और डायलॉग हैं। प्रकाश झा इसके खिलाफ ट्रिब्यूनल में गए और वहां फिल्म को एडल्ट सर्टिफिकेट दे कर पास कर दिया गया। प्रकाश झा ने बुधवार को मीडिया को बताया कि अगर ट्रिब्यूनल का निर्णय भी उनके खिलाफ जाता तो वो कोर्ट का भी रुख करते लेकिन ट्रिब्यूनल ने न सिर्फ फ़िल्म देखी बल्कि उन्होंने सेंसर के आर्डर को लगभग पूरी तरह से पलट दिया। प्रकाश झा ने बताया कि फिल्म से मात्र कुछ 10 सेकंड के सीन काटने के अलावा 2 डायलॉग्स को म्यूट करने को कहा गया है। फिल्म में सभी तरह के सेक्स रिलेटेड सीन्स यथावत बने हुए हैं।

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प्रकाश झा कहते है" 'सत्यमेव जयते होता है। मैं इसे मंत्र की तरह पूजा करता हूं। विषमताओं से निपटने के लिए सत्य की राह पर ही चलना चाहिए क्योंकि उसी टनल के अंत में रोशनी है।" इस मौके पर अलंकृता श्रीवास्तव ने कहा कि ट्रिब्यूनल ने सेंसर के निर्णय को उलट दिया है। महिलाओं की जीत हुई है।अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की जीत हुई है। दो वाक्यों को म्यूट करने से फिल्म पर को फर्क नहीं पड़ेगा। प्रकाश झा ने कहा "हास्यास्पद था, जब मैंने पढ़ था सेंसर की आपत्ति को। मैं इस बात में यकीन नहीं करता कि औरत , मर्दों के हिसाब से जिये। सेंसर, पुरुष प्रधान है और इस तरह की फिल्मों से उसे धक्का पहुंचता है। मैं नहीं जानता कि सेंसर में सुधार कैसे होगा। उन्होंने बताया कि सेंसर ने उन्होंने एडल्ट सर्टिफिकेट ही मांगा था लेकिन वो भी नहीं दिया गया। अगर 18 साल का लड़का सरकार बनवा सकता है तो फिल्म क्यों नहीं देख सकता।

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दुनिया के कई फिल्म फेस्टिवल में अवॉर्ड जीत कर आई लिपस्टिक अंडर माई बुर्का को अब भारत में रिलीज़ करने का रास्ता साफ़ हो गया है लेकिन इस मौके पर झा बाबू और अलंकृता ने ये नहीं बताया कि फिल्म कब रिलीज़ की जायेगी।


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