अमरीश पुरी के पोते वर्धन पुरी कर रहे हैं बॉलीवुड में एंट्री, बताया क्या सीखा है दादू से
वर्धन ने जागरण डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि वह पांच साल की उम्र से अभिनय कर रहे हैं।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। अमरीश पुरी के पोते और राजीव पुरी के बेटे वर्धन पुरी भी अब बॉलीवुड में कदम रखने जा रहे हैं। वर्धन अपनी पहली शुरुआत एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म से करेंगे। फिल्म की कहानी उत्तर भारत की पृष्ठभूमि पर आधारित होगी।
फिल्म जयंतीलाल गड़ा के होम प्रोडक्शन की फिल्म होगी। फिलहाल फिल्म का शीर्षक तय नहीं किया गया है। न ही अभिनेत्री का नाम फाइनल किया गया है। वर्धन ने जागरण डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि वह पांच साल की उम्र से अभिनय कर रहे हैं। उनके दादा अमरीश पुरी का ही यह सपना था कि वह अभिनय करें। वर्धन कहते हैं कि मैं चाहता हूं जो प्यार मेरे दादू को मिला है, मुझे भी मिले। वह मेरे गुरु रहे हैं। उन्होंने मुझे यह बात बहुत पहले ही समझा दी थी कि चूंकि मैं उनका पोता हूं तो उनसे काफी अपेक्षाएं दुनिया को रहेंगी। इसलिए उन्हें इस पर खरे उतरने की पूरी कोशिश करनी होगी। साथ ही अमरीश ने वर्धन को यह भी समझाया था कि वह चूंकि पुरी परिवार से आते हैं तो उन पर काफी प्रेशर होगा। लोग काफी बातें कहेंगे। इन सबके लिए तैयार रहने के साथ ही यह याद रखना जरूरी है कि टैलेंट है तो कोई नहीं रोक सकता और आखिरकार आपका काम ही बोलता है। वर्धन स्पष्ट कहते हैं कि मैं बिल्कुल प्रेशर नहीं ले रहा हूं। मैं अभिनय करना पसंद करता हूं तो इस दुनिया में आया हूं। मैं किसी दबाव में यहां नहीं हूं और ऐसा नहीं है कि मैं सोच कर आया हूं कि मुझे स्टार ही बनना है। मैं बस अच्छा काम करना चाहता हूं और अपनी इस जर्नी को एंजॉय करना चाहता हूं।
वर्धन कहते हैं कि यही वजह है कि दादू ने मुझे पहले थियेटर की तरफ रुख करने को कहा, उन्होंने कहा कि आप जब थियेटर की दुनिया से जुड़ जाते हैं तो आप बहुत कुछ सीखते तो हो ही। साथ ही आपका इगो भी जीरो हो जाता है। साथ ही आप दुनिया के साथ चलने का हुनर सीख लेते हो। वर्धन कहते हैं कि उनके जीवन में तीन गुरु हैं किशोर कुमार, चार्ली चैप्लीन और अमरीश पुरी और वह अपने अभिनय के माध्यम से वही चीजें दर्शकों तक पहुंचाना चाहते हैं, जो उन्होंने इन तीनों से सीखा है।फिल्म की शूटिंग सितंबर से शुरू होने जा रही है। वर्धन ने बताया है कि वह अभी इस फिल्म के लिए काफी मेहनत कर रहे हैं। 12 से 15 घंटे के वर्कशॉप्स हो रही हैं। अमरीश पुरी के बारे में वह कहते हैं कि वह मेरे लिए सिर्फ मेरे गुरु नहीं हैं, भगवान हैं। मैं उनके काफी करीब था। वह मुझे खूब दुलार भी करते थे। अमरीश की लगभग उन्होंने सारी फिल्में देखी हैं, जिनमें विरासत, घातक, मिस्टर इंडिया और दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे प्रमुख हैं। वर्धन ने बताया कि अभिनय में कदम रखने से पहले उन्होंने परदे के पीछे की दुनिया क तकनीकी प्रशिक्षण भी लिया। उन्होंने यशराज की फिल्म दावत ए इश्क, इशकजादे और शुद्ध देसी रोमांस में बतौर असिस्टेंट लेखक और असिस्टेंट निर्देशक के रूप में काम किया है। थियेटर की ट्रेनिंग वह पांच साल की उम्र से करते आ रहे हैं और उन्होंने सत्यदेव दुबे के मार्गदर्शन में इसकी ट्रेनिंग ली है। वर्धन गोविंद निहलानी और श्याम बेनेगल की फिल्में देखना भी हमेशा पसंद करते रहे हैं।
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