Adipurush: नेपाल में रिलीज हुई 'आदिपुरुष', "देवी सीता' से जुड़े इस डायलॉग को हटाने के बाद मिली मंजूरी
Adipurush Release in Nepal आदिपुरुष के एक डायलॉग को लेकर नेपाल में काफी बवाल हुआ था। वहां के सेंसर बोर्ड ने डायलॉग हटाने की मांग की। आदिपुरुष के मेकर्स के एसा करने के बाद ही फिल्म नेपाल में रिलीज हो पाई है।
नई दिल्ली, जेएनएन। इस साल की मोस्ट अवेटेड फिल्म आदिपुरुष सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। भारत में फिल्म को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है, लेकिन पड़ोसी देश नेपाल में बड़ी मुश्किल से आदिपुरुष की रिलीज संभव हो पाई है। नेपाल सेंसर बोर्ड को फिल्म के एक डायलॉग पर आपत्ति थी, जिसे हटाने के बाद ही वहां इसे रिलीज किया गया है। बता दें कि फिल्म को लेकर भारत में भी काफी समय से विवाद रहा है।
नेपाल में रिलीज हुई 'आदिपुरुष'
दरअसल, आदिपुरुष की रिलीज को पहले नेपाल सेंसर बोर्ड ने अपने देश में रोक दिया गया था, क्योंकि उन्होंने उस संवाद पर आपत्ति जताई थी जिसमें कहा गया था कि देवी सीता भारत की बेटी हैं। बोर्ड के मुताबिक सीता का जन्म नेपाल में हुआ था। लेकिन एक ताजा अपडेट के अनुसार, आदिपुरुष के निर्माताओं के फिल्म से संवाद हटाने का फैसला करने के बाद बोर्ड ने फिल्म को नेपाल में प्रदर्शित करने की अनुमति दे दी है, जो आज 16 जून को दुनिया भर में रिलीज हो चुकी है।
#Adipurush RELEASE STALLED IN #Nepal... The Nepal government has objected to the scene where the film claims Goddess Sita was the daughter of India whereas she was actually BORN IN NEPAL.. The Censor Board has decided to not release it there until the makers correct the error!— Rahul Raut (@Rahulrautwrites) June 15, 2023
फिल्म के इस डायलॉग पर था एतराज
काठमांडू मेट्रोपॉलिटन सिटी के मेयर बालेन शाह ने तो यहां तक दावा कर दिया था कि अगर भारत के नए संसद भवन में अखंड भारत के नक्शे नेपाल को नहीं हटाया तो वो किसी भी भारतीय फिल्म को नेपाल में रिलीज नहीं होने देंगे। हालांकि इनकी धमकी की के बाद भी नेपाल में आदिपुरुष को स्क्रीन मिली है और दर्शकों में फिल्म को लेकर अच्छा खासा क्रेज है।
दर्शकों में खासा क्रेज
नेपाल की मुख्य विपक्ष, सीपीएन-यूएमएल ने "अखंड" मानचित्र का विरोध करने के लिए भारत को एक राजनयिक नोट भेजने की मांग की है। यूएमएल सांसद रघुजी पांट ने गुरुवार को संसद में कहा कि सरकार को तुरंत भारतीय भित्ति चित्र के विरोध में भारत को एक राजनयिक नोट भेजना चाहिए, जिसमें कथित तौर पर नेपाल के कुछ स्थानों को चित्रित किया गया है।