Lok Sabha Elections 2019: टिकट के दावेदार बढ़ने के कारण राजस्थान भाजपा दूसरी सूची में देरी के लिए मजबूर
Lok Sabha Elections 2019. राजस्थान भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए 23 मार्च को अपनी पहली सूची में प्रदेश की कुल 25 संसदीय सीटों के 16 उम्मीदवार घोषित किए थे।
जयपुर, प्रेट्र। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए टिकट के दावेदारों की संख्या बढ़ने के कारण राजस्थान में भाजपा अपनी शेष नौ संसदीय सीटों के लिए उम्मीदवारों की दूसरी सूची में देरी के लिए मजबूर है। भाजपा ने 23 मार्च को अपनी पहली सूची में प्रदेश की कुल 25 संसदीय सीटों के 16 उम्मीदवार घोषित किए थे, लेकिन चूरू, बाड़मेर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, राजसमंद, नागौर, दौसा व बांसवाड़ा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा करना अभी बाकी है।
सूत्रों के अनुसार, इस बार चुनाव लड़ने के लिए कई उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी ठोंकी है। दौसा व अलवर को छोड़कर बाकी सात सीटों पर भाजपा के अपने सांसद हैं। कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने जाने के बाद भाजपा सांसद हरीश मीणा ने दौसा सीट खाली कर दी थी। अलवर का प्रतिनिधित्व कांग्रेस नेता करण सिंह यादव कर रहे हैं। दौसा सीट के लिए भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा की पत्नी गोलमा देवी व उनके भाई जगमोहन मीणा शीर्ष दावेदार हैं। भाजपा के मौजूदा सांसद हरिओम सिंह द्वारा चुनाव नहीं लड़ने का एलान करने के बाद राजसमंद सीट के लिए पूर्व शाही परिवार की सदस्य दीया कुमारी व किरण माहेश्वरी दौड़ में हैं।
हाल ही में विधानसभा चुनाव हारने वाले भाजपा सांसद कर्नल सोना राम चौधरी ने बाड़मेर सीट पर फिर से दावेदारी पेश की है, जबकि आइपीएस अधिकारी महेंद्र चौधरी का नाम भी इस सीट के लिए है। अन्य सीटों के लिए भी कई दावेदार हैं। स्थानीय स्तर पर विरोध के बावजूद, पार्टी ने बीकानेर से सांसद अर्जुन राम मेघवाल व जयपुर शहरी सीट से रामचरण बोहरा को टिकट दिया। हालांकि, पार्टी सूत्रों ने कहा कि शेष नौ सीटों के उम्मीदवारों की घोषणा जल्द ही नई दिल्ली में भाजपा की कोर कमेटी की बैठक के बाद की जाएगी। राजस्थान में 29 अप्रैल और छह मई को मतदान होगा।