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Gujarat Lok Sabha Elections 2019: गुजरात में पांच बजे तक 58 फीसद मतदान

Lok Sabha Elections 2019. गुजरात की 26 लोकसभा सीटों पर मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान हुआ।

By Sachin MishraEdited By: Published: Tue, 23 Apr 2019 08:01 AM (IST)Updated: Tue, 23 Apr 2019 05:49 PM (IST)
Gujarat Lok Sabha Elections 2019: गुजरात में पांच बजे तक 58 फीसद मतदान
Gujarat Lok Sabha Elections 2019: गुजरात में पांच बजे तक 58 फीसद मतदान

अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात की 26 लोकसभा सीटों पर मंगलवार को मतदान हुआ। शाम पांच बजे तक औसत मतदान 58 फीसद हुआ है। गत लोकसभा चुनाव में शाम 5 बजे तक 54 फीसद मतदान दर्ज किया गया था। दाहोद बारडोली व भरूच में सबसे अधिक 63-63 फीसद मतदान हुआ, जब‍कि अहमदाबाद पूर्व में 55, सूरत में 57 व आणंद में 61 फीसद मतदान दर्ज किया गया। गत लोकसभा में मतदान का फीसद 63 रहा था। इस बार उससे अधिक मतदान की उम्मीद है।

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मंगलवार सुबह धीमी गति से मतदान शुरू हुआ। शुरुआती तीन घंटे में मतदान 20 फीसद को भी पार नहीं कर पा रहा था, लेकिन धीरे-धीरे मतदान ने जोर पकड़ा। गुजरात में शाम पांच बजे तक 58 फीसद मतदान दर्ज किया गया। इनमें सबसे अधिक मतदान मेहसाणा 60, दाहोद, 63,नवसारी 60, वडोदरा 63, गांधीनगर 58, सूरत 57, बनासकांठा 61.43, साबरकांठा 62, भरुच 63.8, पाटण58, अहमदाबाद पूर्व 55 फीसदीतथा अहमदाबाद पश्चिम में 61 फीसद मतदान दर्ज किया गया है।

अपरान्ह तीन बजे तक औसत मतदान 50.36 फीसग मतदान हुआ है। जबकि अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, पोरबंदर में मतदान का प्रतिशत औसत से कम रहा। सूरत में सबसे कम 35.6 प्रतिशत दर्ज किया गया।

मुख्य चुनाव आयुक्तत कीओर से जारी मतदान के आंकडों के मुताबिक गुजरात में दोपहर तीन बजे तक 50.36 प्रतिशत मतदान हुआ। सबसे अधिक आदिवासी विस्तागर बारडोली में 58.5, भरुच में 56.3 तथा वलसाड में 57.7 फीसदी मतदान रिकार्ड किया गया। बनासकांठा में 53.38, पाटण व मेहसाणा में 50-50 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। सौराष्ट्रं में मतदान का प्रतिशत काफी कमरहा, राजकोट में 49.5, पोरबंदर में 41, जामनगर में 44,भावनगर में 45 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

अहमदाबाद पूर्वमें 49 जबक‍ि अहमदाबाद पश्चिम में 48, वडोदरा में 41.6 फीसदी मतदान दर्ज हुआ। साबरकांठा व बनासकांठा में मतदान 53 फीसदीसे अधिक रहा वहीं गांधीनगर में 52.7 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इसके अलावा दाहोद में 55, छोटा उदेपुर में 55.4 तथा भरुच में 56.3 तथा वलसाड में 57.7फीसदी मतदान रिकार्ड हुआ।

गुजरात में सुबह 11 बजे तक औसत 25 फीसद मतदान हुआ, जबकि आदिवासी बहूल दाहोद, बारडोली व बनासकांठा में मतदान 30 फीसद तक हुआ है। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने अहमदाबाद के शाहपुर हिंदी स्कूल में एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अहमदाबाद के एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला।

गुजरात के शहरी मतदाताओं में मंगलवार को प्रारंभ के चार घंटों में मतदान के प्रति उत्‍साह कम नजर आया, जबकि ग्रामीण व आदिवासी बहुल इलाकों में जमकर मतदान हुआ। अहमदाबाद पूर्व में 20 फीसद, जबकि अहमदाबाद पश्चिम में 21 प्रतिशत मतदान हुआ। सूरत में 23, वडोदरा में 24, गांधीनगरमें 24,, भावनगरमें 24 तथा राजकोट में 25 प्रतिशत मतदान हुआ। गांधीनगर पर 24 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि दाहोद में 31 व बारडोली में 29 फीसदी मतदान हुआ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राणिप के निशान स्कूल में मतदान किया। मोदी ने इसे अपना सौभाग्यी बताते हुए नए मतदाताओं के साथ सभी से मतदान की अपील की। मोदी ने आईडी को लोकतंत्र व आईईडी को आतंक का शस्त्र बताया। मतदान से पहले मोदी ने माता हीराबा का आशीर्वाद भी लिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार देर रात्रि गुजरात पहुंच गए थे, मंगलवार सुबह मोदी राजभवन से निकलकर गांधीनगर के रायसण गांव पहुंचकर माता हीराबा का आशीर्वाद लेने पहुंचे। मां ने उन्हें शगुन के रूप में लपसी खिलाई व माता जी की चुंदरी भेंट की। इसके बाद प्रधानमंत्री भाई सोमाभाई मोदी व भाजपा अध्याक्ष अमित शाह के साथ राणिप निशान स्कूल अपने मतदान केंद्र पर पहुंचे।

मतदान के बाद उन्होंने कहा कि हर मतदाता को मतदान करना चाहिए। यह लोकतंत्र का उत्सव है, जिसे उत्साह पूर्वक मनाना चाहिए। मोदी ने कहा कि वोटर आईडी लोकतंत्र का शस्त्र हैं, जबकि आईईडी आतंकवाद का शस्त्र है। मोदी ने पहली बार मतदान करने वाले युवाओं से मतदान की खास अपील की। पीएम बनने से कोई फर्क नहीं पडता, मां के लिए बेटा हमेशा बेटा ही होता है। प्रधानमंत्री मोदी भी मां से आशीर्वाद लेने जाएं इसमें क्या गलत है, मां का आशीर्वाद सबको लेना ही चाहिए। सोमाभाई ने अपने अनुज नरेंद्र मोदी के फिर से प्रधानमंत्री बनने की उम्मीेद जताते हुए कहा कि सारा देश यही चाहता है कि नरेंद्र एक बार और प्रधानमंत्री बने। सोमाभाई ने यह भी उम्मीाद जताई कि नरेंद्र मोदी दोबारा पीएम बनकर देश के लिए और अच्छे काम करें।

मध्य प्रदेश की राज्‍यपाल आनंदीबेन पटेल ने शीलज में मतदान किया। सुबह नौ बजे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह नारणपुरा में मतदान करने पहुंचे। शाह इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी के साथ निशान स्कूल राणिप में पहुंचे थे। नेता विपक्ष परेध धनाणी ने अमरेली में मतदान से पहले मां का आशीर्वाद लिया। इसके बाद वे एक्टिवा से मतदान करने बूथ पर पहुंचे। गांधीनगर से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ सीजे चावडा ने भी मतदान किया। उन्होंने सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। चावडा ने कहा कि मतदाताओं को स्वतंत्र तरीके से मतदान करने से रोका जा रहा है।

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने नारणपुरा सब जोनल ऑपिफस पर सुबह परिवार के साथ पहुंचकर मतदान किया। मुख्यामंत्री विजय रूपाणी ने राजकोट रैया रोड ज्ञान मंदिर पर मतदान किया,  वहीं भाजपा अध्यमक्ष जीतू वाघाणी ने भावनगर में मतदान किया।

भाजपा अध्यक्ष सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राणिप में मतदान के वक्त मौजूद रहे,उसके बाद वे पुत्र जय शाह व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ नारणपुरा सब जोनल ऑपिफस मतदान केंद्र पर मतदान करने पहुंचे। उधर मुख्यनमंत्री विजय रूपाणी भी परिवार सहि‍त राजकोट के रैया रोड ज्ञान मंदिर मतदान केंद्र पर पत्नीे अंजली रूपाणी के साथ मतदान किया। गुजरात भाजपा अध्यक्ष जीतूभाई वाघाणी भावनगर के सरकारी कुमार छात्रालय मतदान केंद्र पर मतदान किया।

गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल ने कहा कि गांधीनगर में रहता हूं लेकिन अपने वतन सौराष्ट्र में मतदान मेरी प्राथमिकता रही है। केशुभाई ने चुनाव परिणाम को लेकर एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया। केशुभाई सौराष्ट्र के विसावदर से आते हैं तथा अब तक वहीं से चुनाव भी लडते आए हैं। 2012 में उन्होंने अपना चुनाव इसी सीट से लड़ा था।

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने गांधीनगर की चिल्ड्रन यूनिवर्सिटी में मतदान किया। गोहिल ने कहा कि लोकतंत्र में सरकार के 5 साल पूरे होने के बाद जनता की अदालत में हाजिर होना होता है। गुजरात की जनता काफी सूझबूझ वाली है। दिवाली के बाद पूजन करती तब भी वह साल के नफा नुकसान का लेखाजोखा रखती है। ऐसे ही पांच साल पूरे करने के बाद अब सरकार के कामकाज को भी वे तराजू से तोलने के बाद ही मतदान करेंगे।  

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने कहा है कि गुजरात में कांग्रेस डबल डिजिट में सीट जीतने वाली है। गुजरात में गत विधानसभा चुनाव में जो कमी रही जनता उसे लोकसभा चुनाव में पूरी करने वाली है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्य क्ष एवं सांसद अहमद पटेल ने कहा कि राज्य में काफी अच्छा माहौल है। गुजरात के मुख्‍यमंत्री विजय रूपाणी व भाजपा 26 सीट जीतने का दावा कर रहे हैं, लेकिन अहमद पटेल को कांग्रेस की सीट जीरो से डबल डिजिट तक पहुंचने की उम्मीद है। पटेल गुजरात भरुच के पीरामण मतदान केंद्र पर मतदान करने पहुंचे थे।

उच्च्तम न्यायालय के न्यायाधीश एमआर शाह ने कहा कि मतदान अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग मतदान नहीं करते उन्हें शिकायत करने का अधिकार नहीं है। 

राज्य की 26 सीट के लिए 371 प्रत्याशी मैदान में हैं। विधानसभा की 4 सीट पर 45 प्रत्याशी मैदान में हैं।

राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ एस मुरली कृष्ण ने बताया कि लोकसभा की 26 सीटों के लिए प्रदेश में 51 हजार 851 बूथ बनाए हैं, जिनमें 17430 शहरी व 34421 बूथा ग्रामीण क्षेत्रों में है। दो लाख 23755 अधिकारी व कर्मचारी इन चुनावों को संपन्न कराने को तैनात किए गए हैं। इनमें 57111 अफसर हैं। 

गांधीनगर, आणंद, अमरेली सहित दस हॉट सीटों पर सबकी नजरें टिकी हैं। महिला आरक्षण का दावा करने वाली कांग्रेस एक ही महिला को टिकट दे पाई वहीं भाजपा ने 6 महिलाओं को टिकट दिया। कांग्रेस चुनाव प्रचार के दौरान न्याय योजना, रोजगार, राफेल और किसानों पर जोर देती रही लेकिन इन सभी मुद्दों पर मोदी भारी पड़ते नजर आए। मई 2014 के चुनावों में भाजपा ने सभी 26 सीट पर जीत दर्ज की थी इसलिए यहां कांग्रेस के पास खोने को कुछ भी नहीं है।

पिछले विधानसभा चुनाव में हुए मतदान के आधार पर कांग्रेस 26 में से 8 सीट पर जीत का दावा करती है लेकिन कांग्रेस विधायकों के ही पार्टी बदलने व भाजपा के जातीय समीकरण ने कांग्रेस का यह गणित भी बिगाड़ दिया है। दरअसल कांग्रेस को पाटीदार आरक्षण आंदेालन से उभरे नेता हार्दिक पटेल पर खूब भरोसा था,पार्टी ने उन्हें प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर भी दिया लेकिन उनके कांग्रेस में शामिल हो जाने से उनके संगठन में ही दो फाड़ हो गए। कोली पटेल नेता कुंवरजी बावलिया व ठाकोर सेना प्रमुख अल्पेश ठाकोर विधानसभा चुनाव तक कांग्रेस के साथ थे लेकिन अब वे भाजपा के पक्ष में आ गए हैं। भाजपा गांधीनगर, अहमदाबाद पूर्व व पश्चिम, सूरत, नवसारी, वडोदरा, भरूच, जामनगर,भावनगर, राजकोट, खेडा, कच्छा, दाहोद व वलसाड सीट पर मजबूत स्थिति में है, वहीं कांग्रेस आणंद, अमरेली, छोटा उदेपुर, पाटण व जूनागढ़ में खुद को सहज महसूस कर रही है। राजनीतिक विश्लेषक कुछ सीटों पर दोनों दलों के बीच संघर्ष की स्थिति मानते हैं लेकिन कमजोर प्रत्याशी व जातीय समीकरण कांग्रेस पर भारी पड़ रहे हैं।

गांधीनगर सीट की बात करें तो यह पाटीदार व क्षत्रिय मतदाता बहुल है लेकिन भाजपा यहां से सबसे बड़ी लीड से चुनाव जीतने की तैयारी कर रही है। अमित शाह बीते 30 साल से इस संसदीय क्षेत्र से जुडे हैं। एनसीपी नेता शंकरसिंह वाघेला कांग्रेस के समर्थन में आ गए लेकिन उनकी प्रासंगिकता राच्यसभा चुनाव के साथ ही समाप्त हो चुकी है। आणंद सीट पर कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्वसीएम माधवसिंह सोलंकी के पुत्र भरतसिंह सोलंकी मैदान में हैं, वहीं अमरेली से नेता विपक्ष परेश धनाणी मैदान में हैं। आदिवासी बहुल पंचमहाल सीट पर भी मुकाबला रोचक है, पूर्व नेता विपक्ष के पुत्र रणजीत राठवा कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। कानूनी बंदिश के चलते जामनगर से हार्दिक पटेल चुनाव नहीं लड़ सके, उनके बदले महिला पाटीदार नेता गीता पटेल को अहमदाबाद पूर्व से मैदान में उतारा गया। गुजरात में गीता पटेल कांग्रेस की एक मात्र महिला उम्मीदवार हैं। कांग्रेस ने महिला आरक्षण की खूब वकालत की लेकिन चुनाव के वक्त टिकट देने में जरा भी दरियादिली नहीं दिखा पाई। भाजपा ने मेहसाणा, जामनगर, भावनगर, वडोदरा, छोटाउदेपुर व सूरत में महिलाओं को मौका दिया है।

पीएममोदी के चुनाव लड़ने की वजह से पिछली बार वडोदरा देशभर में खूब चर्चा में रहा, मोदी यहां से 4 लाख से अधिक रिकार्ड मतों से चुनाव जीते लेकिन इस बार वडोदरा चर्चा में नहीं है। राजकोट से सीएम रूपाणी तो मेहसाणा से उपमुख्यरमंत्री नितिन पटेल की प्रतिष्ठाी दांव पर है, वहीं उत्तखर गुजरात की बनासकांठा, पाटण पर पूर्वमंत्री शंकर चौधरी व ठाकोर सेना प्रमुख अल्पेश ठाकोर की किस्मत दांव पर है। जामनगर से पूनम माडम ने बड़ी मुश्किल से टिकट पाया है, इस सीट पर क्रिकेटर रवींद्र जाडेजा की पत्नी रिवाबा की भी नजर थी, हालांकि रवींद्र की बहन व पिता के कांग्रेस में शामिल होने से मुकाबला दिलचस्प जरूर बना है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुजरात में 4 सभाएं की जबकि पीएम मोदी ने 8 सभाएं की। भाजपा के केंद्रीय नेता, अन्य राच्यों के मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र से बुलाई गई जादूगरों की 50 टीमें प्रचार में जुटी थीं, वहीं कांग्रेस की ओर से पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के अलावा कोई भी नेता अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा पाया।


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