Jhrakhand : जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र के डाबकोचा गांव ने नहीं देखा है अबतक सांसद-विधायक
Lok Sabha Polls 2019. जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र के मुसाबनी प्रखंड की माटीगोड़ा पंचायत के डाबकोचा गांव के ग्रामीणों ने अबतक सांसद और विधायक को नहीं देखा है।
पोटका [विद्या शर्मा]। पूर्वी सिंहभूम जिले के मुसाबनी प्रखंड की माटीगोड़ा पंचायत के डाबकोचा गांव के ग्रामीणों ने अबतक सांसद और विधायक को नहीं देखा है। संताल बहुल यह गांव सौ साल पुराना है। बुनियादी सुविधाओं का यहां इतना अभाव है कि लोग गड्ढा और झरना का पानी पी कर प्यास बुझाते हैं। कई बार यह गर्मी के दिनों में सूख भी जाता है।
जादूगोड़ा-राखा कॉपर मुख्य सड़क से पांच किलोमीटर दूर डाबकोचा में एक भी ग्रामीण मैट्रिक पास नहीं है। दुर्लभ पहाड़ी इलाके में बसे होने के कारण यहां चुनाव में प्रत्याशी वोट मांगने भी नहीं जाते हैं। चुनाव जीतने के बाद की तो बात ही बेमानी है। हालांकि यहां के मतदाता हर बार चुनाव में हिस्सा जरूर लेते हैं। यहां चापाकल है न डीप बोङ्क्षरग, नहाने के लिए भी झरना ही सहारा है। सड़क, पानी नहीं होने से ग्रामीण पलायन करने को मजबूर हैं। डाबकोचा के आलामूणी बढाई बूरू , रामलाल पाडिया, लखन बानरा, बबलू बढाई बूरू, बूधराम बानरा, सुनील बानरा बताते हैं कि कोई गांव की सुध लेने वाला नहीं है। वोट देने के बाद भी ठगे महसूस करते हैं।
ये कहते मुखिया
सांसद और विधायक को यहां आकर देखना चाहिए कि क्या स्थिति है। गांव में एक कुआं है, लेकिन वह गर्मी के दिनों में सूख जाता है। क्षेत्र में पेयजल समस्या गंभीर है। डीप बोरिंग कराने का प्रस्ताव पीएचईडी विभाग को भेजा गया है।
- कार्तिक हेम्ब्रम, मुखिया