Lok Sabha Election 2019: चतरा को लेकर विपक्षी महागठबंधन में गांठ बरकरार
Lok Sabha Election 2019. चतरा में कांग्रेस-राजद दोनों ने उम्मीदवार दिए हैं। शुक्रवार को नामांकन वापस लेने का है अंतिम मौका है। इस पर दोनों दलों की निगाहें लगी हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। Lok Sabha Election 2019 - चतरा सीट को लेकर महागठबंधन में गांठ बरकरार है। कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय ने गुरुवार को राजद के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा से मिलकर कोई रास्ता निकालने का प्रयास किया। लेकिन दोनों के बीच वार्ता बेनतीजा रही। हालांकि सुबोधकांत के जाने के बाद गौतम सागर राणा ने कहा कि दोनों दलों के बीच वार्ता जारी है। स्पष्ट रूप से यह भी कहा कि चतरा में पार्टी हर हाल में चुनाव लड़ेगी। फिलहाल 13 सीटों पर ही गठबंधन है।
बता दें कि चतरा में राजद और कांग्रेस दोनों ने ही अपने-अपने उम्मीदवार दे दिए हैं। दोनों ने नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिए हैं। शुक्रवार को चतरा में नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि है। शुक्रवार को तय हो जाएगा कि इस सीट पर कौन नाम वापस लेगा या फिर कांग्रेस और राजद दोनों के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। इधर, सुबोधकांत सहाय ने भी कहा है कि चतरा को लेकर बातचीत चल रही है। उन्होंने पलामू में राजद प्रत्याशी के समर्थन में कांग्रेस द्वारा प्रचार करने की भी बात कही। कांग्रेस ने यहां अपना उम्मीदवार नहीं दिया है।
राजद कार्यकर्ताओं से मिले सुबोधकांत
राजद के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा ने एकजुट होकर महागठबंधन के प्रत्याशी सुबोधकांत सहाय को जिताने की अपील पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में की। राजद पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी सुबोधकांत सहाय भी पहुंचे थे। सहाय ने कार्यकर्ताओं से सहयोग मांगा तो गौतम सागर राणा ने कहा कि महागठबंधन के कार्यकर्ता एकजुट हैं और सभी मिलकर सुबोधकांत सहाय को जिताएंगे।
सुबोधकांत ने कहा कि भाजपा विरोधी वोटों के बिखराव का लाभ भाजपा को मिलता था। महागठबंधन बनने से भाजपा को लाभ नहीं मिलने वाला है। बैठक में राजद महासचिव कैलाश यादव ने कहा कि कार्यकर्ता एकजुट हैं और अपनी एकजुटता से भाजपा को परास्त करेंगे। इस दौरान प्रोफेसर संतोष कुमार यादव के नेतृत्व में दर्जनों लोग राजद में शामिल हुए।