आडवाणी पर Rahul Gandhi की ओछी टिप्पणी का PM Modi ने ऐसे दिया करारा जवाब
चुनाव प्रचार के दौरान Rahul Gandhi ने भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी को लेकर ओछी टिप्पणी की थी। अब पीएम मोदी ने राहुल गांधी की उस टिप्पणी का अपने ही अंदाज में जवाब दिया है।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। Lok Sabha Election Result 2019: भाजपा की बंपर जीत। अकेले भाजपा 300 सीटों के पार, एनडीए 350 के पार। जीत का शानदार जश्न। जश्न के बीच बड़े-बुजुर्गों का सम्मान। जी हां, यहां बात हो रही है पीएम मोदी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह पहले पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की और फिर पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी से मुलाकात की। यह दिखाता है कि नरेंद्र मोदी दिल में अपने बड़े-बुजुर्गों के लिए क्या स्थान रखते हैं। यह दूसरा अध्याय है। पहला अध्याय राहुल गांधी ने शुरू किया था। चलिए राहुल गांधी वाले अध्याय को समझते हैं।
पहला अध्याय : राहुल गांधी ने क्या कहा था...?
चुनावी सरगर्मी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाषा की मर्यादाओं की सारी सीमाएं लांघ दी थीं। राहुल गांधी ने भाजपा के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की। महाराष्ट्र के चंद्रपुर में राहुल ने कहा, 'पीएम मोदी हिंदू धर्म की बात करते हैं, लेकिन हिंदू धर्म में सबसे जरूरी होता है गुरु और पीएम मोदी अपने गुरु आडवाणी के सामने हाथ तक नहीं जोड़ते।' राहुल यहीं नहीं रुके, उन्होंने आपत्तिजनक बयान जारी रखा और कहा, 'स्टेज से उठाकर फेंक दिया गुरु को, .... मारकर स्टेज से उतारा है आडवाणी जी को और फिर हिंदू धर्म की बात करते हैं।'
दूसरा अध्याय : नरेंद्र मोदी ने क्या किया?
PM नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी को करारा जवाब दिया। जीत के बाद शुक्रवार सुबह-सुबह वह अपने राजनीतिक गुरु लालकृष्ण आडवाणी से मिलने पहुंचे और पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया।
#WATCH Prime Minister #NarendraModi met senior BJP leaders LK Advani and Murli Manohar Joshi, in Delhi, earlier today. pic.twitter.com/31hURsc6Mj— ANI (@ANI) May 24, 2019
यहां पहुंचकर पीएम मोदी ने आडवाणी का आदर सत्कार किया। उन्होंने कहा, भाजपा को आज जो सफलता मिली है वह आडवाणी जी जैसे महान नेताओं की दशकों तक की गई मेहनत है। इन नेताओं ने अपनी मेहनत और नए-नए विचारों से पार्टी को खड़ा किया।
तीसरा अध्याय : मुरली मनोहर जोशी से मुलाकात
चुनाव से ठीक पहले खबर आयी थी कि भाजपा के वयोवृद्ध नेता मुरली मनोहर जोशी नाराज हैं। बताया जा रहा था कि पार्टी उन्हें टिकट नहीं देना चाहती हैं। खबर यह भी आयी कि जोशी ने साफ कर दिया कि पार्टी घोषणा कर दे कि उन्हें टिकट नहीं दिया जा रहा है। वे चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा नहीं करेंगे। मुरली मनोहर जोशी की नाराजगी की खबरें सुर्खियां बनीं थीं। इन खबरों को भी PM Modi ने जीत के बाद धता बता दिया। आडवाणी से मुलाकात के बाद नरेंद्र मोदी ने मुरली मनोहर जोशी से भी मुलाकात की।
जब पीएम मोदी उनसे मिलने पहुंचे तो डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने खुशी-खुशी उन्हें गले लगाया। मुरली मनोहर जोशी के संबंध में पीएम मोदी ने कहा, 'भारत में शिक्षा के क्षेत्र में उनका काम सराहनीय है। उन्होंने हमेशा भाजपा और पार्टी कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया, जिनमें मैं भी शामिल हूं। आज सुबह उनसे मुलाकात हुई और उनका आशीर्वाद लिया।'
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