Lok Sabha Election 2019: ये भी एक तरीका है कार्यकर्ताओं में जोश भरने का
Lok Sabha Election 2019 प्रधानमंत्री के विपक्ष पर टिप्पणी करते ही सारा माहौल् मोदीमय हो जाता है जिससे कार्यकताओं में दोगुना जोश बढ जाता है।
मुंबई, ओमप्रकाश तिवारी। Lok Sabha Election 2019 बांद्रा स्थित उतर भारतीय संघ का सभागार खचाखच भरा है। अग्रिम पंक्ति में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस एवं क्षेत्रीय सांसद पूनम महाजन भी मौजूद हैं। प्रधानमंत्री मोदी अपनी चिरपरिचित शैली में जैसे ही विपक्ष पर कोई टिप्पणी करते हैं, मैं भी चौकीदार हूं लिखी टीशर्ट और भगवा टोपी धारे पूरा हॉल मोदी-मोदी या मोदी है, तो मुमकिन है के नारों से गूंज उठता है।
पूरे देश में 500 स्थानों पर एक साथ भाजपा के लाखों कार्यकर्ताओं से इस प्रकार जुड़कर नरेंद्र मोदी ने उनके जोश को दोगुना करने का काम किया है। मुंबई भाजपा के उपाध्यक्ष आर.यू.सिंह कहते हैं कि 1971 के युद्ध के समय तब के जनसंघ के नेता अटलबिहारी वाजपेयी ने जिस प्रकार तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रशंसा की थी, आज भी देश पाकिस्तान पर हुई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद विपक्ष से वैसे ही सहयोग की उम्मीद करता है। लेकिन जब विपक्ष के नेता वैसा सहयोग देने के बजाय सार्वजनिक मंचों से चौकीदार चोर है का नारा लगवाते हैं, तो विपक्ष के प्रति देशवासियों में चिढ़ पैदा होती है। सिंह के अनुसार इसी चिढ़ ने भाजपा कार्यकर्ताओं में कांग्रेस को हराने की जिद और गहरी कर दी है। मैं भी चौकीदार कार्यक्रम की ओर इशारा करते हुए सिंह कहते हैं कि ऐसे कार्यक्रम पार्टी के साधारण कार्यकर्ता को प्रधानमंत्री से सीधे जुड़ने का मौका देते हैं, और वह दोगुने उत्साह के साथ पार्टी के काम में लग जाता है।
मुंबई भाजपा के महामंत्री अमरजीत मिश्र कुछ दिनों पहले ही भाजपा के बूथ कार्यकर्ताओं से प्रधानमंत्री की चर्चा की याद दिलाते हुए कहते हैं कि हमारी पार्टी कार्यकर्ताओं की पार्टी है। प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह खुद साधारण कार्यकर्ता से अपना सफर तय कर अपने आज के मुकाम तक पहुंचे हैं। इसलिए वह कार्यकर्ताओं का महत्त्व जानते हैं, और उनसे समय-समय पर संवाद स्थापित करते रहते हैं। इसी कड़ी में हुआ आज का संवाद भी न सिर्फ कार्यकर्ताओं को उत्साह से लबालब कर गया, बल्कि उनकी जानकारी भी बढ़ा गया।
मिश्र कहते हैं कि प्रधानमंत्री जिस प्रकार कार्यकर्ताओं के प्रश्नों का उत्तर देते हुए देश की सैटेलाइट वेधक क्षमता अथवा दूसरे कई विषयों को समझाया, वह पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं को आम जनता के बीच जाकर संवाद करने में सहायक होगा। मिश्र के अनुसार यह सोशल मीडिया का युग है। प्रधानमंत्री से सीधे मिली जानकारी को कार्यकर्ता अब सोशल मीडिया के जरिए भी पूरे आत्मविश्वास के साथ अपने संपर्क में रहने वाले लाखों लोगों तक पहुंचा सकेंगे।