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Lok Sabha Election 2019 : स्टालिन ने 'तीसरे मोर्चे' को खारिज किया, हालांकि फैसला 23 बाद

तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष तमिलसाई सुंदरराजन ने मंगलवार को दावा किया है कि द्रमुक चुनाव बाद गठबंधन के लिए भाजपा के संपर्क में है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 14 May 2019 11:11 PM (IST)Updated: Tue, 14 May 2019 11:11 PM (IST)
Lok Sabha Election 2019 : स्टालिन ने 'तीसरे मोर्चे' को खारिज किया, हालांकि फैसला 23 बाद
Lok Sabha Election 2019 : स्टालिन ने 'तीसरे मोर्चे' को खारिज किया, हालांकि फैसला 23 बाद

चेन्नई, प्रेट्र। द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टाालिन ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद गैर भाजपा और गैर कांग्रेस वाले 'तीसरे मोर्चे' के लिए कोई अवसर नहीं है। हालांकि इस संबंध में कोई निर्णय 23 मई को होने वाली मतगणना के बाद ही किया जा सकेगा। स्टालिन की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब तेलंगाना में सत्तारूढ़ और तेलंगाना राष्ट्र समिति के प्रमुख एवं मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की उनसे एक दिन पहले ही मुलाकात हुई है। बता दें कि राव का यही प्रयास रहा है कि एक गैर कांग्रेसी और गैर भाजपाई मोर्चे का गठन हो, जिसमें क्षेत्रीय दलों की भागीदारी हो।

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तमिलनाडु में विपक्षी दल के नेता स्टालिन ने कहा कि राव ने राज्य का दौरा किसी गठबंधन बनाने को ध्यान में रखकर नहीं किया। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, 'वह यहां गठबंधन पर बातचीत करने नहीं आए थे। वह तमिलनाडु के विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना के उद्देश्य से यहां पहुंचे थे और इसी क्रम में औपचारिक भेंट करने के लिए उन्होंने समय मांगा।'

बता दें कि स्टालिन से मुलाकात से पूर्व राव श्रीरंगम में श्री रंगनाथ मंदिर गए थे। इसी दौरान जब स्टालिन से पूछा गया कि भाजपा एवं कांग्रेस के बिना क्या किसी तीसरे मोर्चे की संभावना है तो उन्होंने कहा, 'ऐसा मुझे नहीं लगता कि इसका कोई अवसर है। हालांकि, इस पर निर्णय केवल मतगणना के बाद 23 मई को ही हो सकेगा।'

टीआरएस ने कहा, संघीय मोर्चा सरकार बनाने के लिए कांग्रेस का समर्थन लेने को तैयार
वहीं, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने मंगलवार को कहा कि उसके मुखिया और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव द्वारा प्रस्तावित क्षेत्रीय दलों का संघीय मोर्चा केंद्र में सरकार बनाने के लिए तब तक कांग्रेस का समर्थन लेने को तैयार है जब तक कि वह 'ड्राइवर सीट' (सरकार का संचालन) नहीं मांगती। टीआरएस के प्रवक्ता आबिद रसूल खान ने कहा, 'केसीआर इस बात पर दृढ़ हैं कि केंद्र में सरकार का संचालन संघीय मोर्चे को ही करना चाहिए।

संख्या कम होने की स्थिति में कांग्रेस से बाहर से समर्थन लेने का विकल्प तलाशा जाएगा।' खान ने यह भी कहा कि संघीय मोर्चा किसी भी तरह भाजपा से नहीं जुड़ेगा। न तो हम भाजपा से समर्थन लेना चाहते हैं और न ही हम उसको समर्थन देना चाहते हैं। केसीआर से बात करने वाले ज्यादातार घटकों का भी यही मत है कि वे भाजपा के साथ कोई संबंध नहीं रखेंगे।

द्रमुक चुनाव बाद गठबंधन के लिए भाजपा के संपर्क में
वहींं, तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष तमिलसाई सुंदरराजन ने मंगलवार को दावा किया है कि द्रमुक चुनाव बाद गठबंधन के लिए भाजपा के संपर्क में है। उन्होंने यह दावा अन्नाद्रमुक नेता और राज्य के मत्स्य पालन मंत्री डी जयकुमार की उपस्थिति में की।

हालांकि उनके इस दावे पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए द्रमुक अध्यक्ष स्टालिन ने कहा कि या तो वह अपने इस दावे को साबित करें या फिर राजनीति छोड़ें। बता दें कि राज्य भाजपा अध्यक्ष की टिप्पणी के चंद्रशेखर राव और स्टालिन के बीच गैर भाजपा और गैर कांग्रेस गठबंधन को लेकर सोमवार को हुई बातचीत के एक दिन बाद आई है।

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