LokSabha Elections 2019 : मतदाताओं को सात सेकेंड तक दिखेगा अपना वोट
वीवी पैट मशीन में मतदाता अपने वोट देने वाले प्रत्याशी का नाम एवं चुनाव चिह्न समेत अन्य जानकारियां सात सेकेंड तक देख सकता है। इसके बाद पर्ची स्वत बाक्स में सुरक्षित गिर जाएगी।
गोरखपुर, जेएनएन। चुनाव को शांतिपूर्ण, निर्विघ्न एवं सकुशल संपन्न कराने में पोलिंग पार्टियों का विशेष योगदान होता है। बेहतर ढंग से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ही चुनाव के दिन कार्य को आसानी से संपन्न कराया जा सकता है। यह बातें जिला निर्वाचन अधिकारी ने पीठासीन और मतदान अधिकारी के पहले प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कहीं। जिला निर्वाचन अधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन ने पोलिंग पार्टियों को ईवीएम, वीवीपैट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वीवी पैट मशीन में मतदाता अपने वोट देने वाले प्रत्याशी का नाम एवं चुनाव चिह्न समेत अन्य जानकारियां सात सेकेंड तक देख सकता है। इसके बाद वीवी पैट पर दिखने वाली पर्ची स्वत: बाक्स में सुरक्षित गिर जाएगी।
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में गोरखपुर व बांसगांव लोकसभा क्षेत्र में चुनाव के लिए नियुक्त पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारी प्रथम का प्रशिक्षण तीन पालियों में सम्पन्न हुआ। मुख्य विकास अधिकारी अनुज सिंह ने मौजूद निर्वाचन कर्मचारियों को प्रोजेक्टर के माध्यम से निर्वाचन संबंधी सभी प्रक्रियाओं की विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान कर्मचारियों को रेन्डमाइजेशन से लेकर पोलिंग स्टेशन की कार्रवाई के बारे में बताया गया। इस अवसर पर मास्टर ट्रेनर ने उपस्थित कर्मचारियों को ईवीएम आदि के बारे में विस्तार से बताया।
अंतिम बार बूथों की कमियां तलाशने में जुटा गठबंधन
लोकसभा चुनाव धीरे-धीरे अपने रोमांच पर पहुंच रहा है। काफी पहले से प्रत्याशी घोषित कर चुका गठबंधन प्रचार के बीच ही अंतिम बार बूथों पर कमियों की तलाश कर रहा है। सेक्टर स्तर पर बैठकें कर बूथ की तैयारियों की समीक्षा की जा रही हैं और कमियां मिलने पर उन्हें दुरुस्त किया जा रहा है। गठबंधन में शामिल प्रमुख दल सपा, बसपा के रणनीतिकारों ने सेक्टर स्तर पर बैठकें शुरू की हैं। इन बैठकों में सेक्टर के अंतर्गत शामिल सभी बूथों से जुड़े दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं। इस बात की समीक्षा की जा रही है कि बूथ समितियां पूरी तरह से सक्रिय हैं या नहीं, दी गई जिम्मेदारियों के अनुसार अब तक कितने कार्य किए गए। बूथ से जुड़े हर कार्यकर्ता के बारे में भी पड़ताल हो रही है। कार्यकर्ता के नाम, पिता का नाम, पता, मोबाइल नंबर की सूची बनाई जा रही है। अधिक से अधिक लोगों को बूथों तक लाने के लिए बनाई गई रणनीति पर जमीनी स्तर पर कितना काम किया जा रहा है, इसे लेकर भी अध्ययन किया जा रहा है। बैठक में आने वाले बूथ प्रभारियों से उनकी समस्याएं जानने का प्रयास भी किया जा रहा है। गठबंधन के प्रत्याशियों के पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं को आपसी सामंजस्य मजबूत रखने पर जोर दिया जा रहा है। बसपा के जिलाध्यक्ष घनश्याम राही के अनुसार बूथ स्तर पर तैयारियां पूरी हैं, फिर भी कोई कमी न रह जाए, इसके लिए लगातार समीक्षा हो रही है। उन्होंने बताया कि गठबंधन के सभी दलों के कार्यकर्ता एक-दूसरे का पूरा सहयोग कर रहे हैं।