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Smriti Irani in Himachal: हिमाचल में स्मृति ईरानी बोलीं, भाजपा ने मानवता को धर्म बनाया

Smriti Irani in Himachal. हिमाचल में स्मृति ईरानी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह पब्लिक है सब जानती है। जीजा-साले को अच्छी तरह से पहचानती है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Wed, 15 May 2019 04:34 PM (IST)Updated: Wed, 15 May 2019 05:22 PM (IST)
Smriti Irani in Himachal: हिमाचल में स्मृति ईरानी बोलीं, भाजपा ने मानवता को धर्म बनाया

जागरण संवाददाता, पालमपुर। केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि देश में मानवता को भाजपा ने धर्म बनाया है। यहीं कारण है कि जनता का प्यार भाजपा को मिल रहा है। इसी प्यार की बदौलत भाजपा ने 2014 में केंद्र में सरकार बनाई और अब फिर से 19 मई को जनता देश की बागडोर भाजपा को सौंपेंगी। बुधवार को स्मृति ईरानी पालमपुर में जनसभा को संबोधित कर रहीं थी।

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उन्होंने कहा कि वह पहले भी पालमपुर आई थीं, मगर उस दौरान वह मंत्री नहीं थी। एक परिवार में गई तो वहां पर उन्हें मेजर सोमनाथ के बारे में जानकारी मिली। उनकी वीरता की कहानी सुन कर कुछ निश्चय किया था। जब शिक्षा मंत्री का कार्यभार उन्हें मिला तो सबसे पहला निर्णय ही यह किया कि देश में स्कूली बच्चों को शहीदों के बारे में जानकारी मिलें और उनकी जीवनियों को किताबों को डाला गया। 

स्मृति ने कहा कि जय श्री राम का उद्घोष कर स्वागत करते हुए भावनाओं मेंं संस्कार झलकता है हिमाचल प्रदेश का। आज इस खुली हवा में आजाद देश में हिमाचल का सौभाग्य है कि जब जय श्री राम का उद्घोष करते है, किसी का अभिनंदन करते हैं तो तो किसी को जेल नहीं होती। मगर एक प्रदेश ऐसा भी है, जहां पर सामान्य नागरिक यह उद्घोष लगाते हैं तो कांग्रेस के सहयोगी उसे वहां पर जेल की हवा खिलाते है। भारतीय राजनीति में कभी ऐसा चुनाव नहीं देखा, जब देश की सबसे बड़ी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदेश में रोड शो के लिए जाते हैं तो उन पर जानलेवा हमला करते हैं। बसें कारें जलाते हैं, भारतीय राजनीति ने कभी ऐसा नजारा नहीं देखा होगा कि मात्र भाजपा का झंडा उठाने के लिए लोग मौत के घाट उतारे जाते हैं। 

स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पार्टी को लेकर कहा कि वह गरीबों के हितों की बात करती है, मगर देश में इतने साल तक राज करने वाली कांग्रेस बताए कि बीस करोड़ जनता के पास बैंक का खाता तक नहीं था। कांग्रेस ने सेना प्रमुख को गुंडा कहा। वायुसेना पर प्रश्न चिन्ह लगाया। हाथ पर हाथ धरें देख रहीं थी, जब 26/ 11 का हमला हुआ। 84 के दंगों में निर्दोषों को लहूलहान किया गया। मगर भाजपा के कार्यकाल में अगर किसी ने आंख दिखाई तो उसका जवाब उसे मिला। पाकिस्तान को घर में घुसकर ढेर किया गया। कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जीजा जी को जमीनें दिलवाने का काम ही किया गया। जीजा जी के पास तीन सौ करोड़ की संपत्ति कहां से आ गई। शादी से पहले तो नहीं थी। ईरानी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह पब्लिक है, सब जानती है। जीजा-साले को अच्छी तरह से पहचानती है।

स्मृति ईरानी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आपने शांता कुमार के नेतृत्व को परखा और उसे सराहा। सार्वजनिक तौर पर जनता से मैंने कभी कुछ नहीं मांगा। मगर आज जनता से मांगती हूं कि शांता कुमार के सम्मान के लिए खड़े होकर तालियों से सम्मान करें। जिसके बाद जनसभा में सभी कार्यकर्ताओं ने शांता कुमार को खड़े होकर जय श्री राम के उद्घोष के साथ उन्हें अपना सम्मान और प्यार दिया। स्मृति ने कहा कि वह शांता कुमार को बताना चाहती है कि समाज में राजनीति में सबसे बड़ी पूंजी यह होती है कि जनता और कार्यकर्ता का प्रेम और आशीर्वाद मिले। जनता ने उन्हें अपने संस्कारों का परिचय दिया। पालमपुर की सभ्यता का परिचय दिया। सांसद के तौर पर अंतिम संबोधन में खड़े होकर अपना सम्मान प्रकट किया।

शांता कुमार के राजनीति से संन्यास की बात पर स्मृति ईरानी ने कहा कि बच्चों का यह धर्म होता है कि बड़ों से तर्क करें। हमारे परिवार में तो बेटियों को यह विशेष अधिकार है बड़ों से अपनी बात कहें। इसलिए वह शांता कुमार को कहती है कि बड़ों को कभी भी विदा नहीं किया जाता। बेटे या बेटियों को जितनी मर्जी जिम्मेदारी दे दें, लेकिन घर का मुखिया मुखिया ही होता है।

कार्यक्रम में सांसद शांता कुमार, स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार, विधायक रविंद्र धीमान, विधायक मुल्खराज प्रेमी, भाजपा जिलाध्यक्ष विनय शर्मा आदि ने भी अपने विचार रखें।

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