मन तो नहीं है लेकिन पार्टी कहेगी तो राघौगढ़ से भी लड़ जाऊंगा : शिवराज
शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह के सामने चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि मन तो नहीं है कि लोकसभा का चुनाव लड़ूं लेकिन पार्टी कहेगी तो भोपाल क्या राघौगढ़ से भी लड़ जाउंगा।
भिंड (नईदुनिया)। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मन तो नहीं है कि लोकसभा का चुनाव लड़ूं, लेकिन पार्टी कहेगी तो भोपाल क्या राघौगढ़ से भी लड़ जाउंगा। शिवराज रविवार को भिंड में एक निजी स्कूल का शुभारंभ करने आए थे। भोपाल में कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के सामने चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि हमारा साधारण कार्यकर्ता भी दिग्विजय सिंह को हरा देगा। बता दें कि राघौगढ़ दिग्विजय सिंह का गढ़ माना जाता है। यहां से दिग्विजय पहली बार 1977 में यहां से विधानसभा पहुंचे थे। इसके बाद से कांग्रेस यहां कभी नहीं हारी है। विदिशा में पत्नी साधना सिंह के चुनाव लड़ने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगी। कार्यकर्ता प्रेम से नाम लेते हैं। पूरा विदिशा परिवार की तरह है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के उत्तर प्रदेश के अमेठी और केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ने के सवाल पर शिवराज ने कहा कि राहुल अमेठी में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इसलिए दो जगह से चुनाव लड़ रहे हैं। जिस फौज का सेनापति ही डर जाए वो फौज कैसे जीतेगी? गांधी परिवार पर वंशवाद का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि एक परिवार से देश नहीं चलता है। इतना कहूंगा कि वंशवाद की परंपरा को कांग्रेस ने शुरू किया है।
300 से ज्यादा सीटें जीतेगी भाजपा...
शिवराज ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा 300 से ज्यादा सीटें जीतेगी। एनडीए को मिलाकर और ज्यादा सीटें मिलेंगी। जैसे सूरज का पूरब से उगना तय है। वैसे ही नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना तय है। मध्य प्रदेश में विधानसभा के चुनाव परिणाम के हिसाब से देखें तो 17 सीटों पर भाजपा आगे थी और 12 पर कांग्रेस आगे थी। विधानसभा का गणित कुछ अलग आया होगा, लेकिन लोकसभा चुनाव में पिछली बार से ज्यादा सीटें जीतेंगे। मुख्यमंत्री कमलनाथ के 22 सीट जीतने के दावे पर उन्होंने कहा कि दावे हैं दावों का क्या।