EC के नोटिस पर राउत का जवाब- राजद्रोह के आरोपी को संसद में जाने से रोका जाना चाहिए
पहले चरण के चुनाव शरू होने से पहले नेताओं की ओर से आचार संहिता के उल्लंघन की खबरें आने लगी हैं।
नई दिल्ली (एएनआइ)। पहले चरण के चुनाव शरू होने से पहले नेताओं की ओर से आचार संहिता के उल्लंघन की खबरें आने लगी हैं। शिवसेना के सांसद संजय राउत को आचार संहिता के कथित उल्लंघन करने के सिलसिले में चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया था जिसका उन्होंने जवाब दिया है। राउत ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखे अपने लेख पर सफाई देते हुए कहा है, 'हमारा रुख स्पष्ट है, जिनके खिलाफ राजद्रोह के आरोप हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर संसद में जाने से रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा, क्या हार्दिक पटेल को नहीं रोका गया है?'
दरअसल, शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादक राउत ने रविवार को प्रकाशित एक लेख में कहा था कि कन्हैया कुमार को चुनाव में हराया जाना चाहिए, चाहे इसके लिए बीजेपी को ईवीएम से छेड़छाड़ ही क्यों न करनी पड़े।
राउत के इस टिपण्णी के बाद मुंबई के जिला निर्वाचन कार्यालय ने सांसद संजय राउत को आचार संहिता के कथित उल्लंघन करने के सिलसिले में नोटिस जारी किया था। राउत ने बिहार के बेगूसराय से सीपीआई के उम्मीदवार और युवा नेता कन्हैया कुमार को बारे में टिप्पणी की थी।
क्या बोले थे राउत
बता दें कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कुमार बिहार की बेगूसराय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। राउत ने मराठी समाचार पत्र के एक लेख में कहा था कि कुमार 'एक जहर की बोतल' हैं और उन्हें संसद ना पहुंचने दें। इस पर चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर बुधवार तक राउत से जवाब मांगा था।
इस बीच, आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 10 मार्च को आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से पुलिस और उड़नदस्ते ने महाराष्ट्र में 75.78 करोड़ रुपये की नकदी और अन्य सामान जब्त किए हैं।