Move to Jagran APP

Lok Sabha Election 2019: संजय सेठ ने नामांकन से पहले खेला वंशवाद का कार्ड

Lok Sabha Election 2019. रामटहल चौधरी ने कहा कि भाजपा के सच्चे सिपाही की तरह उन्होंने झारखंड में पार्टी को सींचने का काम किया परंतु उन्हें टिकट नहीं दिया गया।

By Alok ShahiEdited By: Published: Wed, 17 Apr 2019 05:30 AM (IST)Updated: Wed, 17 Apr 2019 05:30 AM (IST)
Lok Sabha Election 2019: संजय सेठ ने नामांकन से पहले खेला वंशवाद का कार्ड
Lok Sabha Election 2019: संजय सेठ ने नामांकन से पहले खेला वंशवाद का कार्ड

रांची, राज्य ब्यूरो। Lok Sabha Election 2019 - रांची से भाजपा के उम्मीदवार संजय सेठ ने नामांकन से पहले वंशवाद का कार्ड खेला। मोरहाबादी मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने संकल्प लिया कि यदि वे चुनाव जीतते हैं तो वे अपने बेटे-बेटी या किसी रिश्तेदार को राजनीति में आने नहीं देंगे। सेठ ने कहा कि आज देश में राष्ट्रवाद बनाम विघटनकारी ताकतों की लड़ाई है। वादा किया कि चुनाव जीतने पर सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक दिन बैठकर जनता की समस्याओं की समस्याओं का समाधान करेंगे।

loksabha election banner

जनसभा को संबोधित करते हुए मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि आज कुछ लोग खाते हिंदुस्तान के हैं और गुण पाकिस्तान के गाते हैं। आज पूरा विश्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर रहा है लेकिन पाकिस्तान परस्त लोगों को भारत की प्रगति नही देखी जा रही है। जनसभा को विधायक नवीन जायसवाल, रामकुमार पाहन, जीतू चरण राम, साधु चरण महतो, रांची की मेयर आशा लकड़ा आदि ने भी संबोधित किया। इस जनसभा में मुख्यमंत्री रघुवर दास को भी उपस्थित होना था, लेकिन वे सिर्फ नामांकन में शामिल हुए। 

अंगद का पांव है, रख दिया तो फिर पीछे हटने वाला नहीं : रामटहल
रांची लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे रामटहल चौधरी ने दो टूक कहा है कि उनका पांव अंगद का है, जब रख दिया तो फिर हिलने वाला नहीं है। इचागढ़ से लेकर खलारी तक के कार्यकर्ताओं का उन्हें समर्थन प्राप्त है। अगर आज वे चुनाव मैदान में हैं तो यह भी कार्यकर्ताओं का प्यार है। मंगलवार को निर्दल प्रत्याशी के रूप में नामांकन दर्ज करने के बाद वे मीडिया और कार्यकर्ताओं से मुखातिब थे।

रामटहल चौधरी ने कहा कि भाजपा के सच्चे सिपाही की तरह उन्होंने झारखंड में पार्टी को सींचने का काम किया, परंतु उन्हें टिकट नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि वे पार्टी हित में आज तक काम करते रहें, मगर पार्टी ने उन्हें सम्मान नहीं दिया। दुख इस बात की भी कि उनके टिकट काटने की रणनीति तो बन गई, परंतु उसे राय तक नहीं ली गई। नामांकन दर्ज करने के बाद रामटहल खुली जीप पर कार्यकर्ताओं के साथ जुलूस की शक्ल में मोरहाबादी पहुंचे और कार्यकर्ताओं का स्वागत किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.