Lok Sabha Elections 2019: अशोक गहलोत ने पहले राष्ट्रपति कोविंद पर टिप्पणी की फिर बोले-मैं उनका सम्मान करता हूं
Ashok Gehlot. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति बनाया है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। लोकसभा चुनाव अभियान जैसे-जैसे गति पकड़ता जा रहा है, नेताओं की तीखी बयानबाजी भी बढ़ती जा रही है। बुधवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति बनाया है। गहलोत ने कहा कि गुजरात में भाजपा चुनाव हार रही थी, पीएम घबरा चुके थे कि उनकी हार हो रही है। इसी के चलते जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए वंचितों के नाम पर रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति बनाया गया।
उन्होंने कहा कि पहले लालकृष्ण आड़वाणी के राष्ट्रपति बनने की चर्चा थी। लेकिन गुजरात चुनाव में हार देखते हुए आड़वाणी को छोड़कर कोविंद को राष्ट्रपति बनाया गया। गहलोत ने कहा कि हालांकि यह मेरे विचार नहीं है, मैंने एक लेख पढ़ा था, जिसमें यह बात लिखी गई थी। गहलोत के इस बयान पर भाजपा ने आपत्ति जताई तो विवाद बढ़ने की आशंका के चलते मुख्यमंत्री ने शाम को ट्वीट कर कहा कि मेरा बयान गलत ढंग से दिखाया गया है। गहलोत ने कहा कि मैं कोविंद का काफी सम्मान करता हूं और उनसे काफी प्रभावित हूं।
जयपुर में मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि भारत अकेला देश नहीं है, जिसने सर्जिकल स्ट्राइक की है। पाकिस्तान ने भी सर्जिकल स्ट्राइक की है, लेकिन उनकी ओर से कोई बयान नहीं दिया गया। हर प्रधानमंत्री के कार्यकाल में सर्जिकल स्ट्राइक हुई है। स्व.इंदिरा गांधी ने तो पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे, लेकिन कभी प्रचार नहीं किया और ना ही राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की।
आचार संहिता की समीक्षा होनी चाहिए
कहा कि चुनाव आयोग को चुनाव आचार संहिता की समीक्षा करनी चाहिए। चुनाव आचार संहिता के दौरान कई ऐसे काम रुक जाते हैं, जो कि जरूरी होते हैं। आचार संहिता पीएम और सीएम के लिए बराबर होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार बेरोजगारी के आंकड़े छिपा रही है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की चुनावी यात्रा उनकी विदाई यात्रा है। इस बार मोदी सत्ता में नहीं आएंगे।
लोकसभा चुनाव को महत्वपूर्ण बताते हुए गहलोत ने कहा कि यह चुनाव लोकतंत्र और देश का संविधान बचाने का चुनाव है। वर्तमान में सीबीआइ, आयकर विभाग और ईडी दबाव में काम कर रही है। लोकपाल भी सुप्रीम कोर्ट के दबाव में बनाया गया। मोदी सरकार केवल जुमलेबाजी से काम चलाती आई है, लेकिन अब यह जुमलेबाजी ही इनका ले डूबेगी। गहलोत ने कहा कि एनडीए सरकार के मंत्रियों में अनुभव की कमी है, इसलिए भाजपा सर्जिकल स्ट्राइक को मुद्दा बना रही है। कांग्रेस ने सेना की कार्रवाई को कभी चुनावी मुद्दा नहीं बनाया। उन्होंने कहा कि यह सोचने की बात है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान कह रहे हैं कि यदि मोदी जीते तो दोनों देशों के बीच बातचीत हो सकती है। इमरान खान के बयान पर लोगों को सोचना होगा।
आंधी और तूफान में फसल खराबे की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार खराबे का आंकलन करा रही है। चुनाव आचार संहिता का हम सम्मान करते हैं, लेकिन चुनाव आयोग को देखना चाहिए कि इस दौरान महत्वपूर्ण काम नहीं रुक सके। आचार संहिता के कारण कुछ ऐसी बंदिशें हो गईं कि राज्य सरकार कुछ भी नहीं कर पाती है।
भाजपा ने निंदा की
राज्य भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने गहलोत के बयान की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता मर्यादाओं का उल्लंघन करते हुए संवैधानिक पदों का सम्मान करना भी भूल जाते हैं।