Election 2019: मतदान से पहले 27 शरारती तत्व पकड़े, इनमें पत्थरबाज, पूर्व आतंकी और ओजीडब्ल्यू शामिल
सुरक्षाबलों ने अलग-अलग छापों में 27 लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया है। इनमें से 14 कुख्यात पत्थरबाज हैं आठ को पूर्व आतंकी व अलगाववादी संगठनों से जुड़ा बताया जाता है
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। अनंतनाग-पुलवामा संसदीय क्षेत्र में अंतिम चरण के मतदान को सुरक्षित एवं विश्वासपूर्ण माहौल में संपन्न करवाने के लिए सुरक्षाबलों ने शरारती तत्वों को पकडऩे के लिए अभियान छेड़ रखा है। अंतिम चरण में आतंकवाद की दृष्टि से सबसे ज्यादा संवेदनशीन माने जाने वाले शोपियां व पुलवामा में 6 मई को मतदान होना है। इसलिए यहां सुरक्षाबल मतदान से पहले ऐसे लोगों की धरपकड़ में लगे हैं जो चुनाव में व्यवधान डाल सकते हैं। पुलवामा व शोपियां के विभिन्न हिस्सों से करीब 27 शरारती तत्वों, पत्थरबाजों और आतंकियों के ओवरग्राउंड वर्करों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
दक्षिण कश्मीर में सक्रिय आतंकियों में 90 फीसद इन दोनों जिलों से ही संबंध रखते हैं। जमात-ए-इस्लामी का भी इन्हीं दो जिलों में सबसे ज्यादा प्रभाव है। बीते तीन साल में पथराव व ङ्क्षहसक प्रदर्शनों की घटनाओं में यही दो जिले सबसे आगे रहे हैं। आतंकियों व अलगाववादियों द्वारा जारी चुनाव बहिष्कार के आह्वान को देखते हुए सुरक्षाबलों ने इन दो जिलों में आतंकियों को मतदान की प्रक्रिया से दूर रखने के लिए विशेष अभियान चला रखा है।
सूत्रों ने बताया कि बुधवार की शाम से वीरवार दोपहर तक जिला पुलवामा के त्रल, अवंतीपोरा, काकपोरा, मुरन, डाडसर के अलावा जिला शोपियां के केलम, ङ्क्षपजौरा, तुरकवांगन, दोबजन समेत विभिन्न इलाकों में सुरक्षाबलों ने अलग-अलग छापों में 27 लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया है। इनमें से 14 कुख्यात पत्थरबाज हैं, आठ को पूर्व आतंकी व अलगाववादी संगठनों से जुड़ा बताया जाता है, जबकि पांच अन्य के बारे में कहा जा रहा है कि वह आतंकी संगठनों के लिए बतौर ओवरग्राउंड वर्कर काम करते हैं।
शोपियां में आज से एक माह के लिए धारा 144 लागू
जिला शोपियां में प्रशासन ने वीरवार को एक माह के लिए धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू करने का एलान किया है। यह निषेधाज्ञा तीन मई की सुबह से लागू होगी। जिला उपायुक्त शोपियां डॉ. उवैस अहमद ने कहा कि शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तीन मई 2019 से एक माह के लिए धारा 144 लागू किया जाता है। इस धारा के प्रभावी रहने तक जिला मजिस्ट्रेट या फिर ड्यूटी मजिस्ट्रेट की अनुमति बिना जलसा, जुलूस या किसी तरह की गतिविधि के लिए लोगों को एक जगह जमा नहीं किया जा सकता।
फैसल मीर का आडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
खूंखार आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद में छह दिन पहले शामिल हुए अनंतनाग के फैसल नजीर का वीरवार को सोशल मीडिया पर ऑडियो वायरल हुआ है। वीडियो में अपने परिजनों से कह रहा है कि वह अब जिहाद के रास्ते से नहीं लौटने वाला। इसलिए वह उसे मुख्यधारा में लाने के लिए अपील न करें। लगभग पौने तीन मिनट के इस ऑडियो में जिस युवक की आवाज है, वह कह रहा है कि मैं नई बस्ती अनंतनाग का रहने वाला फैसल नजीर हूं। मैं अपने परिवार को बताना चाहता हूं कि मैं घर नहीं लौटने वाला।