Lok Sabha Election 2019 : नक्सलियों के मंसूबे हुए नाकाम, बम धमाकों के बीच लौटीं पोलिंग पार्टियां
बस्तर इलाके में बम के धमाकों और गोलियों की बौछारों से निकल कर पोलिंग पार्टियों ने पूरी कुशलता के साथ मतदान कराया लेकिन अब वापसी के दौरान भी इन्हें खतरों का सामना करना पड़ रहा है
रायपुर, जेएनएन। Lok Sabha Election-2019 के पहले चरण के तहत गुरुवार को 91 लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो गया। इनमें से बस्तर एक ऐसी सीट थी जिसपर पूरे देश की नजर थी। बस्तर इलाके में बम के धमाकों और गोलियों की बौछारों से निकल कर पोलिंग पार्टियों ने पूरी कुशलता के साथ मतदान कराया लेकिन अब वापसी के दौरान भी इन्हें खतरों का सामना करना पड़ रहा है।
नक्सलियों ने गुरुवार की सुबह करीब 4 बजे नारायणपुर जिले के एक पोलिंग बूथ से कुछ दूरी पर आइईडी ब्लास्ट किया था। बताया जा रहा है कि जहां आइईडी ब्लास्ट हुआ था, वहीं से होकर कुछ समय पहले पोलिंग पार्टी गुजरी थी। दरअसल, नक्सलियों का टारगेट यही पोलिंग पार्टी थी, लेकिन टाइमिंग गड़बड़ाने की वजह से बम धमाका बाद में हुआ। नारायणपुर में ही मतदान कर्मियों का एक दल हेलीपेड की ओर जा रहा था, इसी बीच घात लगाए बैठे नक्सलियों ने उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी।
पोलिंग पार्टी के साथ मौजूद सुरक्षा बलों ने उन्हें कवर किया और जवाबी कार्रवाई शुरू की। इस जवाबी कार्रवाई में एक नक्सली मारा गया, जबकि सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया। वहीं बीजापुर में आवापल्ली मार्ग पर वापस लौट रही पोलिंग पार्टी को निशाना बनाने के लिए नक्सलियों ने आइईडी लगाया था। लेकिन, समय रहते सुरक्षा बलों इसका पता चल गया और उन्होंने मौके पर पहुंचकर इसे डिफ्यूज कर दिया। इसके बाद अतिरिक्त सुरक्षा के साथ रास्ते में फंसी पोलिंग पार्टियों को वहां से निकाला गया।
बीजापुर जिले में ही सुरक्षा बलों ने एक दूसरी जगह आइईडी की पहचान की। इसी रास्ते से कुछ ही समय में पोलिंग पार्टियां गुजरने वाली थीं। उन्हें रास्ते में ही तत्काल रोका गया। आइईडी डिफ्यूज करने के बाद पोलिंग पार्टियों को निकाला गया। बता दें कि पहले चरण के तहत बस्तर में करीब दो सौ मतदान कर्मियों की ड्यूटी ऐसी जगहों पर लगी थी, जहां हर पल जान का खतरा बना हुआ था। बावजूद इसके मतदान दलों ने पूरी निष्ठा के साथ अपनी ड्यूटी निभाई और अब सकुशल वापसी कर रहे हैं।