Lok Sabha Election 2019: चुनावी मौसम में धुआंधार शादियां, बराती 'बे-बस'
12 मई को छठे चरण का चुनाव है। इस दिन धनबाद में भी लोकतंत्र के महापर्व का जश्न मनेगा। कैटरर और बैंक्वेट हॉल तो बुक हैं पर बरात को बस ही नहीं मिल रही है।
धनबाद, तापस बनर्जी। संजना की शादी 12 मई को है। पांच-छह महीने पहले ही मंगनी के बाद शादी तय हो गई थी। अब उसके घरवालों को क्या पता था कि जिस दिन विवाह की तिथि तय हुई है, उसी दिन चुनाव की तारीख भी तय हो जाएगी।
12 मई को छठे चरण का चुनाव है। इस दिन धनबाद में भी लोकतंत्र के महापर्व का जश्न मनेगा। कैटरर और बैंक्वेट हॉल तो बुक हैं पर बरात को बस ही नहीं मिल रही है। वजह यह है कि चुनाव को लेकर ज्यादातर बसें सीज कर ली गई हैं। ऐसी कहानी सिर्फ एक संजना की नहीं बल्कि दर्जनों परिवारों की है। अप्रैल-मई में शुभ मुहूर्त की कमी नहीं पर गाडिय़ों की कमी ने वर और वधु दोनों पक्ष को चिंता में डाल दिया है।
छोटी गाडिय़ों का बढ़ा भाव : बसें कम होने से छोटी गाडिय़ों के भाव बढ़ गए हैं। जिन शहरों का किराया 1500 था। अब उनका किराया 2500 तक पहुंच गया है। बिहार जाने और वापसी का किराया भी बढ़ गया है।
धनबाद से भागलपुर
आना-जाना - 6000 रुपये
दूसरे दिन वापसी पर 1500 रुपये अतिरिक्त
धनबाद से पटना
आना-जाना - 7000 रुपये
दूसरे दिन वापसी पर - 1500 अतिरिक्त
झारखंड-बिहार में कब-कब चुनाव
दूसरा चरण - 18 अप्रैल
तीसरा चरण - 23 अप्रैल
चौथा चरण - 29 अप्रैल
पांचवां चरण - 06 मई
छठा चरण - 12 मई
सातवां चरण - 19 मई
अप्रैल-मई में वैवाहिक तिथियां
अप्रैल - 18, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 26
मई - 1, 2, 6, 7, 8, 12, 13, 14, 15, 16,17,19, 20, 21, 23
मतगणना के दिन भी बजेगी शहनाई : 23 मई को सभी 543 लोकसभा सीटों की मतगणना होगी। इस दिन पूरे देश में ढोल-नगाड़े बजेंगे। इसके साथ ही शहनाईयां भी बजेंगी क्योंकि इस दिन विवाह का शुभ मुहूर्त भी है।
नहीं मिला बस तो टे्रन की करा लीजिए बुकिंगः शादी या अन्य कारणों से आप अगर टे्रन या कोच बुक करना चाहते हैं तो बस आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर जाना होगा। इससे ऑनलाइन स्पेशल ट्रेन या कोच बुक करा सकेंगे। हालांकि यह बुकिंग थोड़ी महंगी पड़ेगी। लेकिन पहले की पेंचीदगी भरी प्रक्रियाओं से मुक्ति मिल जाएगी।
आपकी सहूलियत को देखते हुए आइआरसीटीसी ऑनलाइन आपके लिए टैरिफ रेट पर बुकिंग कर देगा। सिंगल विंडो सिस्टम से काम हो जाएगा। इसके लिए आपको 30 प्रतिशत सेवा शुल्क और उस पर पांच प्रतिशत सरचार्ज देना होगा। साथ ही प्रति कोच 50 हजार रुपये सिक्योरिटी डिपॉजिट भी कराना होगा।
पहले क्या थी व्यवस्था : स्पेशल ट्रेन या कोच बुक कराने के लिए पहले जटिल प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता था। सबसे पहले आपको अपने नजदीकी रेलवे स्टेशन जाकर संपर्क करना पड़ता था। वहां एक निर्धारित फॉर्म पर पूरी जानकारी देनी पड़ती थी। इसके बाद रेल की उपलब्धता के आधार पर किराया भरना पड़ता था। प्रक्रिया काफी पेंचीदा थी और कई बार रेलवे दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे।