Lok Sabha Election 2019: पांच साल में गोड्डा सांसद निशिकांत की दो गुणा बढ़ी चल-अचल संपत्ति, प्रदीप 1.50 करोड़ के मालिक
हलफनामे के अनुसार निवर्तमान सांसद सह भाजपा प्रत्याशी निशिकांत दुबे और उनकी पत्नी अनामिका गौतम उर्फ अनुकांत दुबे के पास कुल 41 करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति है।
By mritunjayEdited By: Published: Wed, 01 May 2019 11:08 AM (IST)Updated: Thu, 02 May 2019 10:37 AM (IST)
गोड्डा, जेएनएन। गोड्डा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के पास करीब 41 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति है। जबकि उनके प्रतिद्वंदी जेवीएम प्रत्याशी प्रदीप यादव भी डेढ़ करोड़ रुपये के मालिक हैं।
निर्वाचन आयोग को नामांकन पत्र के साथ दिए गए हलफनामे के अनुसार निवर्तमान सांसद सह भाजपा प्रत्याशी निशिकांत दुबे और उनकी पत्नी अनामिका गौतम उर्फ अनुकांत दुबे के पास कुल 41 करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति है। दुबे दंपत्ति के पास करीब पौने सात करोड़ रुपये की चल संपत्ति है। पांच वर्षों में दुबे की संपत्ति दोगुनी से भी अधिक बढ़ी है। वहीं प्रदीप यादव ने भी बीते पांच साल में 50 लाख रुपये जोड़े हैं। निवर्तमान सांसद की ओर से नामांकन पत्र के साथ दिए गए हलफलनामे के अनुसार विभिन्न बैंकों में उनका करोड़ों रुपये जमा हैं। वर्ष 2014 के हलफनामा की तुलना में उनकी संपत्ति दोगुनी से अधिक बढ़ी है। इसके अलावा गोड्डा और देवघर में भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ चार आपराधिक मामले भी लंबित हैं।
वर्ष 2014 में दुबे व उनकी पत्नी के नाम कुल 2 करोड़ 09 लाख रुपये की चल संपत्ति थी। वहीं इस बार के हलफनामे में चल संपत्ति पौने सात करोड़ रुपये के आसपास हो गई है। वर्ष 2014 के हलफनामा के अनुसार उनकी अचल संपत्ति तब 12 करोड़ रुपये के आसपास थी, जो वर्तमान में बढ़कर 22 करोड़ रुपये हो गई है। वहीं पत्नी के नाम पर 19 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति उन्होंने नामांकन में दिखाया है। हलफनामे के अनुसार निवर्तमान सांसद के पास एक इंडीवर कार है। वहीं पत्नी के नाम पर पांच लग्जरी वाहन हैं। इसमें टोयटा कोरेला, टाटा सफारी, पैजेरो, ऑडी और एंबेसडर शामिल है। बेटे कनिष्ककांत और माहिमकांत भी लाखों की संपत्ति के मालिक हैं। दोनों बेटों के नाम पर विभिन्न बैंकों में 12 लाख रुपये से अधिक की राशि जमा है। निवर्तमान सांसद ने वर्ष 1982 में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से डीपीएम हाई स्कूल करहरिया से मैट्रिक की परीक्षा पास की थी। वर्ष 1986 में वे इंटरमीडिएट की परीक्षा भागलपुर विश्वविद्यालय से पास की। भागलपुर से ही स्नातक की डिग्री 1989 में हासिल की और दिल्ली यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री वर्ष 1993 में ली।
पांच साल में प्रदीप ने जोड़े पचास लाख : वर्ष 2014 और 2019 के हलफनामे की तुलनात्मक अध्ययन से यह बात स्पष्ट हो जाती है कि जेवीएम प्रत्याशी प्रदीप यादव की संपत्ति बीते पांच वर्षों में पचास लाख रुपये से अधिक बढ़ी है। 2014 में उनके पास करोड़ रुपये से कम की संपत्ति थी। वहीं 2019 में उनकी चल अचल संपत्ति 1.5 करोड़ रुपये के आसपास पहुंच गई है। इसमें एसपीटी एक्ट के कारण पुश्तैनी जमीन जो करीब 40 बीघा है, के मूल्य का आकलन नहीं किया गया। प्रदीप यादव पर दर्जन भर मामले दर्ज हैं। अधिकांश मामले राजनीतिक आंदोलन से जुड़े हैं, जो अभी विभिन्न न्यायालयों में लंबित हैं। प्रदीप यादव के पास एक बोलेरो और उनकी पत्नी बीना देवी के नाम पर एक आई 20 कार है। प्रदीप दंपत्ति के पास 20 लाख रुपये के जेवरात भी हैं। प्रदीप यादव ने बीएससी तक ही डिग्री हासिल कर रखी है। उन्होंने 1987 में एसपी कॉलेज दुमका से विज्ञान स्तानक की डिग्री ली।
निर्वाचन आयोग को नामांकन पत्र के साथ दिए गए हलफनामे के अनुसार निवर्तमान सांसद सह भाजपा प्रत्याशी निशिकांत दुबे और उनकी पत्नी अनामिका गौतम उर्फ अनुकांत दुबे के पास कुल 41 करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति है। दुबे दंपत्ति के पास करीब पौने सात करोड़ रुपये की चल संपत्ति है। पांच वर्षों में दुबे की संपत्ति दोगुनी से भी अधिक बढ़ी है। वहीं प्रदीप यादव ने भी बीते पांच साल में 50 लाख रुपये जोड़े हैं। निवर्तमान सांसद की ओर से नामांकन पत्र के साथ दिए गए हलफलनामे के अनुसार विभिन्न बैंकों में उनका करोड़ों रुपये जमा हैं। वर्ष 2014 के हलफनामा की तुलना में उनकी संपत्ति दोगुनी से अधिक बढ़ी है। इसके अलावा गोड्डा और देवघर में भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ चार आपराधिक मामले भी लंबित हैं।
वर्ष 2014 में दुबे व उनकी पत्नी के नाम कुल 2 करोड़ 09 लाख रुपये की चल संपत्ति थी। वहीं इस बार के हलफनामे में चल संपत्ति पौने सात करोड़ रुपये के आसपास हो गई है। वर्ष 2014 के हलफनामा के अनुसार उनकी अचल संपत्ति तब 12 करोड़ रुपये के आसपास थी, जो वर्तमान में बढ़कर 22 करोड़ रुपये हो गई है। वहीं पत्नी के नाम पर 19 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति उन्होंने नामांकन में दिखाया है। हलफनामे के अनुसार निवर्तमान सांसद के पास एक इंडीवर कार है। वहीं पत्नी के नाम पर पांच लग्जरी वाहन हैं। इसमें टोयटा कोरेला, टाटा सफारी, पैजेरो, ऑडी और एंबेसडर शामिल है। बेटे कनिष्ककांत और माहिमकांत भी लाखों की संपत्ति के मालिक हैं। दोनों बेटों के नाम पर विभिन्न बैंकों में 12 लाख रुपये से अधिक की राशि जमा है। निवर्तमान सांसद ने वर्ष 1982 में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से डीपीएम हाई स्कूल करहरिया से मैट्रिक की परीक्षा पास की थी। वर्ष 1986 में वे इंटरमीडिएट की परीक्षा भागलपुर विश्वविद्यालय से पास की। भागलपुर से ही स्नातक की डिग्री 1989 में हासिल की और दिल्ली यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री वर्ष 1993 में ली।
पांच साल में प्रदीप ने जोड़े पचास लाख : वर्ष 2014 और 2019 के हलफनामे की तुलनात्मक अध्ययन से यह बात स्पष्ट हो जाती है कि जेवीएम प्रत्याशी प्रदीप यादव की संपत्ति बीते पांच वर्षों में पचास लाख रुपये से अधिक बढ़ी है। 2014 में उनके पास करोड़ रुपये से कम की संपत्ति थी। वहीं 2019 में उनकी चल अचल संपत्ति 1.5 करोड़ रुपये के आसपास पहुंच गई है। इसमें एसपीटी एक्ट के कारण पुश्तैनी जमीन जो करीब 40 बीघा है, के मूल्य का आकलन नहीं किया गया। प्रदीप यादव पर दर्जन भर मामले दर्ज हैं। अधिकांश मामले राजनीतिक आंदोलन से जुड़े हैं, जो अभी विभिन्न न्यायालयों में लंबित हैं। प्रदीप यादव के पास एक बोलेरो और उनकी पत्नी बीना देवी के नाम पर एक आई 20 कार है। प्रदीप दंपत्ति के पास 20 लाख रुपये के जेवरात भी हैं। प्रदीप यादव ने बीएससी तक ही डिग्री हासिल कर रखी है। उन्होंने 1987 में एसपी कॉलेज दुमका से विज्ञान स्तानक की डिग्री ली।
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