Chunavi किस्सा: दिग्गजों को भाया चांदनी चौक का स्वाद, नेहरू, इंदिरा से लेकर अटल बिहारी भी रहे यहां के जायकों के दीवाने
Lok Sabha Election 2024 Special चांदनी चौक की सियासत तो दिलचस्प रही ही है यहां का जायका भी सियासतदानों के बीच खूब लोकप्रिय रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री से लेकर बड़े-बड़े दिग्गज नेता चांदनी चौक के जायकों के शौकीन रहे हैं फिर चाहे वह जवाहर लाल नेहरू हों या इंदिरा गांधी या फिर अटल बिहारी वाजपेयी सबकी जुबान पर चांदनी चौक के लजीज व्यंजनों का स्वाद लगा था।
नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। Lok Sabha Election: चांदनी चौक की बात उसके चटपटे और जायकेदार चाट, बेड़मी-पूरी, पराठे, समोसे, जलेबी, गर्म दूध, फलूदा व कुल्हड़ वाली चावल जैसे अनगिनत व्यंजनों के स्वाद के बिना पूरी नहीं होती है। इसी तरह जिन्हें मुगलई पसंद है, तो उनके लिए जामा मस्जिद के सामने की मटिया महल उपयुक्त जगह हैं।
बात प्रत्याशी की हो या फिर विभिन्न दलों के शीर्ष नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं की, जो भी पार्टी के प्रचार-प्रसार के लिए चांदनी चौक आया, वह इन व्यंजनों का स्वाद लिए बगैर नहीं गया। उनके प्रचार अभियान में स्वाद भी एक जरूरी हिस्सा रहता है। इस सूची में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, अटल बिहारी वाजपेयी के साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, प्रमोद महाजन, शाहनवाज हुसैन, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और धर्मेंद्र प्रधान समेत कई बड़े नाम शामिल हैं।
ये व्यंजन थे सबकी पसंद
उनकी जुबान पर ऐसा स्वाद लगा है कि वह चांदनी चौक नहीं आ पा रहे हैं तो व्यंजन मंगवाते हैं। इन व्यंजनों में क्लाथ मार्केट स्थित लाला राम का टिक्की चिल्ला, चर्च मिशन रोड स्थित ज्ञानी दी हट्टी का फालूदा, मुख्य मार्ग स्थित नटराज भल्ले वाला, फतेहपुरी स्थित चैना राम की बेडमी-पूरी व खारी बावली स्थित गोल हट्टी के कुल्हड़ के छोले-चावल, दरीबा कलां की जलेबी-समोसा और पराठे वाली गली के पराठे प्रमुख हैं।
यहां नेहरू, इंदिरा और शास्त्री तक ने लिया व्यंजनों का स्वाद कांग्रेस पार्टी से यहां सांसद रहे जेपी अग्रवाल बताते हैं कि यहां का स्वाद नेहरू से लेकर लाल बहादुर शास्त्री तक को पसंद था। पराठे वाली गली में स्थित पराठे की दुकान के संचालक मनीष शर्मा उत्साहित होकर बताते हैं कि चुनाव के दौरान कई प्रत्याशी उनकी दुकान पर आते हैं। उनकी दुकान पर जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री और अटल बिहारी तक ने स्वाद लिया है, मौजूदा नेता भी आते हैं।
चुनाव से जुड़ी और हर छोटी-बड़ी अपडेट के लिए यहां क्लिक करें
नेताओं और मंत्रियों को भाता रहा है स्वाद
चांदनी चौक सीट से सिकंदर बख्त, विजय गोयल, स्मृति ईरानी, कपिल सिब्बल और डा. हर्षवर्धन जैसे लोगों ने चुनाव लड़ा, जिन्हें यहां का स्वाद भाता रहा है। भाजपा प्रत्याशी के चुनावी प्रबंधन से जुड़े गोपाल गर्ग बताते हैं कि वर्ष 2009 के चुनाव में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान यहां के प्रभारी थे। तब नटराज के भल्ले और महालक्ष्मी की बेडमी पूरी पसंद आई थी।
ये भी पढ़ें- Chunavi किस्सा: गजब का संयोग! एक ही चुनाव में तीन बड़े नेताओं को मिली हार, 12 वर्ष के अंदर तीनों बने प्रधानमंत्री
अटल बिहारी की ये थी पसंद
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को चांदनी चौक में मिलने वाले विभिन्न व्यंजन काफी पसंद थे। सत्ता के गलियारे में प्रसिद्ध है कि उनके लिए चांदनी चौक की चाट समेत अन्य व्यंजनों का इंतजाम प्रधानमंत्री आवास में तत्कालीन मंत्री विजय गोयल कराते थे। उन्होंने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी को पराठे वाली गली के पराठे बहुत पसंद थे। शुरुआती संघर्ष के दिनों में वह अक्सर पराठे वाली गली में जाया करते थे। चांदनी चौक के पूर्व सांसद विजय गोयल बताते हैं कि प्रत्याशी के प्रचार के लिए जो भी आता है, उसके विश्राम का कार्यक्रम यहां जरूर रखा जाता था। लस्सी भी खूब पसंद की जाती है।
ये भी पढ़ें- Chunavi किस्से: दिल्ली मे पहले भी चुनावी मुद्दा बन चुकी है शराब, गली-गली में लगे थे पोस्टर - 'वोट देने से पहले....'