Move to Jagran APP

प्रत्याशी के साथ एक दिन: ताली, सीटी, नारों के बीच दिनभर ऐसे चलता है अन्नामलाई का प्रचार अभियान, देर रात तक करते हैं रणनीतिक बैठक

Lok Sabha Election 2024 तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई कोयंबटूर के चुनावी रण में है। कोयंबटूर के अलावा पूरे प्रदेश में प्रचार की जिम्मेदारी भी अन्नामलाई के हाथों पर है। अन्नामलाई का प्रचार अभियान सुबह शुरू होता है और रात 10 बजे थमता है। इसके बाद देर रात तक रणनीतिक बैठकों का दौर शुरू होता है। अन्नामलाई बस से अपना प्रचार करते हैं।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Published: Tue, 16 Apr 2024 07:10 AM (IST)Updated: Tue, 16 Apr 2024 07:10 AM (IST)
प्रत्याशी के साथ एक दिन: ताली, सीटी, नारों के बीच दिनभर ऐसे चलता है अन्नामलाई का प्रचार अभियान, देर रात तक करते हैं रणनीतिक बैठक
लोकसभा चुनाव 2024: तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई। (फाइल फोटो)

संजय मिश्र, कोयंबटूर। कोयंबटूर का चुनावी रणक्षेत्र तमिलनाडु की राजनीति में एक नई सनसनी के उभार का आधार तैयार करता दिख रहा है। सूबे में सियासत की नई सनसनी के तौर पर उभर रहा यह युवा चेहरा तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष के अन्नामलाई का है, जिन्होंने केवल कोयंबटूर ही नहीं प्रदेश की राजनीति में भाजपा के विमर्श के लिए भी एक जगह बना दी है।

loksabha election banner

अन्नाद्रमुक और द्रमुक के गढ़ माने जाने वाले कोयंबटूर में अन्नामलाई के चुनाव प्रचार अभियान के दौरान जुट रही भीड़ में विशेषकर युवाओं की बड़ी तादाद का उत्साह सूबे की सियासत में एक नए चेहरे के उदय का संकेत दे रहे हैं।

कोयंबटूर शहर से जुड़े बाहरी इलाके सुलुर, पापमपटटीपुरम, टीचर्स कॉलोनी जैसे मध्यम वर्गीय इलाके से लेकर कुछ कस्बों में रात दस बजे तक अन्नामलाई को सुनने-देखने आने वाली भीड़ का लंबे इंतजार के बाद भी उनके पहुंचते ही जोश के साथ तालियां और सीटी बजाने का उत्साह तमिलनाडु की राजनीति के नवोदित सियासी सेलिब्रिटी की पंक्ति में उनके शामिल होने का संदेश दे रहा है।

जब 'डीएमके फाइल्स' का जिक्र करते अन्नामलाई

चुनाव प्रचार के लिए तैयार अपने विशेष बस के हाइड्रोलिक प्लेटफार्म पर ही भीड़ से रूबरू होते हुए अन्नामलाई द्रमुक की स्टालिन सरकार पर हमला करते हैं तो भीड़ उनके भाषणों से बार-बार उत्साहित होती है। खासकर जब वे द्रमुक सरकार के कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग छेड़ने के लिए "डीएमके फाइल्स" का जिक्र करते हैं तो तालियों की गूंज और लोगों का उत्साह कुछ ज्यादा ही बढ़ जाता है।

आधे से लेकर एक घंटे तक प्रमुख इलाकों के चौक-चौराहे, गांव-कस्बे तक अपने प्रचार बस पर सवार अन्नामलाई भीड़ का उत्साह देखकर नीचे भी उतरते हैं तो युवा व महिलाएं उनके साथ सेल्फी लेती हैं तो बच्चों में ऑटोग्राफ लेने की होड़ दिखती है।

अन्नामलाई पर क्या बोले लोग?

तमिलनाडु भाजपा का खुद को एक पुराना कार्यकर्ता बताते हुए राजेंद्रन ने सुलुर में ऐसे ही एक दृश्य पर टिप्पणी में कहा कि राज्य में भाजपा के किसी नेता को ऐसा जोशीला समर्थन मिलेगा, इसकी कल्पना भी कुछ समय पहले मुश्किल थी।

यह भी पढ़ें: BJP के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी मध्य प्रदेश की यह सीट, अब अमित शाह संभालेंगे मोर्चा; 16 अप्रैल को करेंगे रोड शो

पापमपटटीपुरम में रात साढे आठ बजे जुटी भीड़ में महिलाओं की संख्या भी काफी थी, जो आरती की थालियों के साथ मौजूद थीं। कई लोग परिवार तथा बच्चों के साथ नजर आ रहे थे जिसमें शामिल गृहिणी चित्रा ने अपनी मां और 75 वर्षीय पिता रामचंद्रन की ओर इशारा करते हुए कहा कि अन्नामलाई के तेवर व अंदाज के हम सब फैन हैं। उनके बगल में खड़ी पीएचडी छात्रा अस्मिता की टिप्पणी थी कि राज्य को एक नए नेतृत्व की जरूरत है और अन्नामलाई में उम्मीद दिख रही है।

तमिलनाडु में अन्नामलाई ही भाजपा के प्रचार का चेहरा

हालांकि वहीं मौजूद एक युवा अरूविल अलग राय रखते हुए कहते हैं कि कि कोयंबटूर में उनकी लोक्रपियता है पर तमिलनाडु की राजनीति की बागडोर भाजपा के हाथों में वे दिला पाएंगे, इसमें संदेह है। वैसे तथ्य यह भी है कि तमिलनाडु में अन्नामलाई ही भाजपा के प्रचार का चेहरा हैं और उन्हें सूबे में पार्टी तथा सहयोगी दलों के प्रचार के लिए भी जाना पड़ता है।

अन्नाद्रमुक पर भी खूब बरस रहे अन्नामलाई

अन्नाद्रमुक से बाहर किए गए पूर्व सीएम ओ पनीरसेल्वम जैसे वरिष्ठ नेता को भी अपने क्षेत्र रामनाथपुरम में अन्नामलाई की सभाएं करानी पड़े तो उनके उभरते राजनीतिक कद को नजरअंदाज करना द्रमुक और अन्नाद्रमुक दोनों के लिए मुश्किल है। इसलिए दोनों द्रविड़ पार्टियां भी उन पर हमले कर रही हैं तो 39 वर्षीय कर्नाटक कैडर के पूर्व आइपीएस रहे अन्नामलाई भी स्टालिन ही नहीं अन्नाद्रमुक पर भी खूब बरस रहे।

अन्नामलाई बोले- अन्नाद्रमुक ध्वस्त हो रही

टीचर्स कॉलोनी के निकट अन्नाद्रमुक पर हमला बोलते हुए यह कहने से गुरेज नहीं किया कि जयललिता भी भ्रष्ट थीं और अब अन्नाद्रमुक ध्वस्त हो रही है तथा भाजपा सूबे में इस राजनीतिक शून्य की जगह भरेगी। अन्नामलाई का राजनीतिक शून्य भरने का यह दावा अभी अव्यावहारिक लग सकता है मगर भाजपा जिस तरह सूबे में उन पर दांव लगा रही है उससे साफ है कि 2024 से ज्यादा पार्टी की निगाहें तमिलनाडु की दीर्घकालिक सियासत पर है और पीएम मोदी के मार्च में रोड शो के लिए तो अभी चंद दिन पहले रैली के लिए दूसरी बार कोयंबटूर आना इसका प्रमाण है।

प्रचार के लिए सिर्फ दो दिन बचे

सोमवार सुबह सात बजे परंपरागत धोती व सफेद शर्ट जिसके पॉकेट के ऊपर 'इन मन्न, इन मक्कल' यानी अपनी धरती, अपने लोग लिखा है, पहनकर चुनाव अभियान के लिए निकले अन्नामलाई के पास प्रचार के लिए अब केवल दो दिन ही बचे हैं और इसलिए वे अधिकतम लोगों तक सीधे पहुंचने का प्रयास कर रहे।

रात 10 बजे थमता है अन्नामलाई का प्रचार अभियान

दोपहर की तपती धूप में भी उनके कारवां का हुजूम कम होता नहीं दिखा। दोपहर ब्रेक भी एक से दूसरी जगह जाने के क्रम में प्रचार बस के भीतर ही चलते-चलते हुआ। रात दस बजे दिन के प्रचार पर विराम लगता है तो अन्नामलाई पीलामेडू के अपने चुनाव कार्यालय के वार रूम में पहुंचे सहयोगियों से आगे की रणनीति की समीक्षा करते हैं।

रात में चलता है रणनीतिक बैठकों का दौर 

चुनाव में उनके मीडिया प्रबंधन की कमान संभाल रही कोयंबटूर जिला भाजपा की मीडिया प्रमुख सौम्या कहती हैं कि रात दो-ढाई बजे तक यह अलग-अलग टीमों के साथ रणनीतिक बैठकों का दौर चलता है। इसके बाद अन्नमलाई घर जाते है और केवल तीन घंटे की नींद के बाद सुबह साढ़े छह बजे ही नए दिन के अभियान की शुरुआत हो जाती है।

यह भी पढ़ें: मध्य प्रदेश में रैली करेंगे अखिलेश यादव, एक भी सीट पर नहीं लड़ रही सपा; कांग्रेस के पक्ष में मांगेंगे वोट


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.