चांदनी चौक सीट से जीतने वाले राजनीतिक दल की बनती है केंद्र में सरकार !
Lok Sabha Elecltion मुगलकालीन धरोहरों को अपने में समेटे चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र से जीत किसी भी राजनीतिक पार्टी के लिए बेहद शुभ है। सत्ता का प्रतीक लाल किला इसी क्षेत्र में स्थित है।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। मुगलकालीन धरोहरों को अपने में समेटे चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र से जीत किसी भी राजनीतिक पार्टी के लिए बेहद शुभ है। सत्ता का प्रतीक लाल किला इसी क्षेत्र में स्थित है। इसके प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराने का सौभाग्य पिछले कुछ वर्षों से उसी पार्टी के नेता को मिल रहा है, जिसे यहां के मतदाता अपना आशीर्वाद देते हैं। एक तरह से यहां से जीत हासिल करना सत्ता का द्वार खोलने जैसा है। शायद यही कारण है कि चांदनी चौक के प्रतिनिधि को प्रधानमंत्री अपनी कैबिनेट में जगह देते हैं।
कभी कांग्रेस का मजबूत गढ़ होता था
चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र 1956 में अस्तित्व में आया था और 2008 में हुए परिसीमन के बाद इसे वर्तमान स्वरूप मिला। लाल किला के साथ ही जामा मस्जिद, फतेहपुरी मस्जिद, गुरुद्वारा सिसगंज, गौरीशंकर मंदिर जैसे ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल यहां स्थित हैं। इसके साथ ही चांदनी चौक, सदर बाजार जैसे व्यावसायिक इलाके भी इस संसदीय क्षेत्र में पड़ते हैं। यहां हमेशा से रोचक मुकाबला होता रहा है। कभी यह क्षेत्र कांग्रेस का मजबूत गढ़ रहा है। अबतक हुए 15 लोकसभा चुनाव में नौ बार कांग्रेस उम्मीदवारों को जीत मिली है। कांग्रेस के जय प्रकाश अग्रवाल सबसे ज्यादा तीन बार यहां का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
सिब्बल को हराकर हर्षवर्धन ने फहराया केसरिया पताका
पिछले चुनाव में डॉ. हर्षवर्धन ने दो बार से लगातार जीत हासिल कर रहे कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल से यह सीट छीनकर भाजपा की झोली में डाल दिया। 2009 तक कांग्रेस व भाजपा के बीच सीधा मुकाबला होता रहा है, लेकिन पिछली बार आम आदमी पार्टी ने पत्रकार से नेता बने आशुतोष को चुनाव मैदान में उतारकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया था। इस बार भी त्रिकोणीय मुकाबला के आसार बन रहे हैं। आप ने पंकज गुप्ता को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, भाजपा व कांग्रेस के उम्मीदवारों की अभी घोषणा नहीं हुई है।
1966 से 1993 तक चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र में मेट्रोपोलिटन काउंसिल क्षेत्र में सिविल लाइंस, चांदनी चौक, बल्लीमरान, अजमेरी गेट, कूचा पतिराम, मटिया महल, पहाड़गंज और कसाबपुरा शामिल था।
1993 से 2008 तक चांदनी चौक में पहाड़गंज, मटियामहल, बल्लीमरान, चांदनी चौक, मिंटो रोड, रामनगर शामिल रहे तो 2008 के परिसीमन के बाद चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र में शामिल विधानसभा क्षेत्र: आदर्श नगर, शालीमार बाग, शकूर बस्ती, त्रिनगर, वजीरपुर, मॉडल टाउन, सदर बाजार, चांदनी चौक, मटिया महल, बल्लीमरान।
2014 चुनाव का परिणाम
चुनाव मैदान में कुल 25 उम्मीदवार उतरे थे, जिसमें भाजपा, आम आदमी पार्टी व कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला हुआ था।