Elections 2019: मतदाता सूची से पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त जीवीजी कृष्णमूर्ति का नाम गायब
कारवा के अध्यक्ष विनय कुमार मित्तल ने बताया है कि पूर्व में जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी को कौशांबी की मतदाता सूची में गड़बड़ी के लिए अवगत करवाया गया था।
गाजियाबाद, जेएनएन। लोकतंत्र के महासमर में एक बार फिर से पूर्व चुनाव आयुक्त जीवीजी कृष्णमूर्ति मतदान से वंचित रह जाएंगे। उनका नाम सूची में नहीं होने की कौशांबी रेजीडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन ने पुष्टि की है। 11 अप्रैल को लोकसभा चुनाव में वह मतदान नहीं कर पाएंगे। इससे पूर्व भी निगम चुनाव के दौरान मतदाता सूची में गड़बड़ी के शिकार पूर्व चुनाव आयुक्त जीवीजी कृष्णमूर्ति मताधिकार का इस्तेमाल नहीं कर पाए थे।
कारवा के अध्यक्ष विनय कुमार मित्तल ने बताया है कि पूर्व में जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी को कौशांबी की मतदाता सूची में गड़बड़ी के लिए अवगत करवाया गया था। इसके बावजूद यह भारी गलती होना लापरवाही दर्शाता है।
इस मामले पर विनय मित्तल ने मुख्य चुनाव आयुक्त के कार्यालय में फोन कर शिकायत दर्ज कराई है। बता दें कि जीवीजी कृष्णमूर्ति बीते करीब 27 सालों से दिल्ली से सटे कौशांबी स्थित मलयगिरी टावर में परिवार सहित रहते हैं। स्थानीय निवासियों का कहना कि इस बार चुनाव की मतदाता सूची में बहुत त्रुटि है।
जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी ने कहा कि उनका नाम संबंधित वोटर लिस्ट में चेक किया गया है। उनका नाम किसी भी मतदाता सूची में नहीं पाया गया। हम जांच कर रहे हैं कि क्या वह किसी अन्य क्षेत्र के मतदाता तो नहीं हैं।