दिल्ली में AAP-कांग्रेस व भाजपा को चुनौती पेश करने आ रहा है एक नया राजनीतिक दल
दिल्ली को लेकर जननायक जनता पार्टी की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली में अपनी पार्टी का गठन करते हुए दुष्यंत चौटाला खुद दिल्ली इकाई के प्रभारी बने हैं।
नई दिल्ली [नवीन गौतम]। आम आदमी पार्टी (AAP) से हरियाणा में सम्मानजनक गठबंधन की उम्मीदों के बीच दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी (JJP) लोकसभा चुनाव 2019 में दिल्ली में भी अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में जुट गई है। पार्टी नेताओं का कहना है कि अगर गठबंधन नहीं हुआ तो दिल्ली में सभी सीटों पर लड़ेंगे, जबकि गठबंधन होने पर दो लोकसभा सीटों पर अपना दावा करेंगे। जाहिर है जेजेपी ने दिल्ली में चुनाव लड़ा तो AAP-भाजपा और कांग्रेस तीनों के मतों पर फर्क पड़ेगा।
वहीं, दिल्ली को लेकर जननायक जनता पार्टी की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली में अपनी पार्टी का गठन करते हुए दुष्यंत चौटाला खुद दिल्ली इकाई के प्रभारी बने हैं। इसे आम आदमी पार्टी पर दबाव की रणनीति के रूप में भी देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों हरियाणा में जींद विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में आम आदमी पार्टी ने जननायक जनता पार्टी को अपना समर्थन दिया था। माना जा रहा था कि लोकसभा चुनाव में भी दोनों दलों के बीच गठबंधन होगा। उम्मीद के उलट हरियाणा में सीटों के बंटवारे को लेकर अभी तक दोनों दलों के बीच बातचीत नहीं बन पाई है।
बताया जा रहा है कि AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा में गठबंधन के लिए बुधवार को जननायक पार्टी व कांग्रेस के समक्ष गठबंधन का नया प्रस्ताव किया, जिसे कांग्रेस की वजह से दुष्यंत चौटाला ने सिरे से खारिज कर दिया।
बावजूद इसके अभी तक उम्मीदें दोनों ही दलों ने उम्मीद नहीं छोड़ी है। दोनों ही दलों के नेता मानकर चल रहे हैं कि दोनों राज्यों में नामांकन प्रक्रिया नौ अप्रैल से शुरू होनी है। ऐसे में गठबंधन के लिए अभी समय है।
हरियाणा में जननायक जनता पार्टी से आम आदमी पार्टी सम्मान जनक सीटें चाहती हैं तो जननायक पार्टी भी दिल्ली में दो सीटों पर दावा कर रही है। इनमें एक उत्तर पश्चिम संसदीय क्षेत्र व दूसरा पश्चिम दिल्ली संसदीय क्षेत्र है।
पार्टी नेताओं का तर्क है कि हरियाणा व बाहरी दिल्ली के लोगों के बीच रोटी-बेटी का संबंध है। पहनावा, बोली भाषा सब मिलती है। हरियाण की राजनीति दिल्ली देहात को प्रभावित करती है। इस इलाके में अजय सिंह चौटाला व दुष्यंत चौटाला की सक्रियता भी लगातार रही है।
दो सीटों पर दावा कर रहे जननायक जनता पार्टी के नेताओं का तर्क है कि उमा भारती व मदन लाल खुराना ने भाजपा से अलग होकर जब अपनी भारतीय जनशक्ति पार्टी बनाई थी तो उन्होंने इंडियन नेशनल लोकदल के साथ मिलकर दिल्ली नगर निगम की सभी सीटों पर चुनाव लड़े थे। देहात की सीटों पर इनेलो के उम्मीदवार उतरे थे तो शहरी क्षेत्र की सीटों पर जनशक्ति पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे थे।
दोनों ही दलों के उम्मीदवार इनेलो के चुनाव निशान ऐनक से ही मैदान में उतरे थे। तब इनेलो ने नगर निगम की तीन सीटों पर जीत हासिल की थी। जनशक्ति पार्टी को कोई सीट नहीं मिल पाई थी।
जननायक पार्टी के नेताओं का दावा है कि इनेलो के एक-दो नेताओं को छोड़कर अन्य सभी उनकी पार्टी के साथ आ गए हैं। ऐसे में जननायक पार्टी का दिल्ली की दो सीटों पर दावा बनता है।
जननायक पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दिनेश डागर का कहना है कि गठबंधन की संभावना अभी बरकरार है। उम्मीद है आम आदमी पार्टी व जन नायक पार्टी के बीच सम्मान जनक समझौता हो जाएगा। अगर नहीं हुआ तो फिर दिल्ली में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का विकल्प खुला रखा है। इसके लिए संगठन भी खड़ा कर दिया गया है। उम्मीदवार भी तैयार हैं।