नवजोत सिंह सिद्धू ने भरी थी कांग्रेस को उखाड़ने की हुंकार, मोदी से ठीक पहले किया था संबोधन
सिद्धू अब पंजाब में मंत्री के पद पर काबिज हैं लेकिन लोगों को अब भी याद है कि नवजोत ने तब 15 सालों से दिल्ली की सत्ता पर काबिज कांग्रेस को उखाड़ फेंकने के लिए हुंकार भरी थी।
नई दिल्ली [संजय सलिल]। वर्ष 2013 में दिल्ली विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका था। चुनाव आयोग ने चार दिसंबर को मतदान की तिथि निर्धारित कर दी थी। ऐसे में राजनीतिक पार्टियों की ओर से प्रत्याशियों के पक्ष में इलाके में धुंआधार प्रचार अभियान चलाए जा रहे थे। इसी चुनाव में आम आदमी पार्टी पहली बार मैदान में उतरी थी। ऐसे में भाजपा भी अपने प्रचार अभियान को जोर शोर से परवान चढ़ाने में लगी हुई थी।
इसी क्रम में 30 नवंबर 2013 को भाजपा के प्रधानमंत्री पद के घोषित उम्मीदवार नरेंद्र मोदी उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट के तहत आने वाले 10 विधानसभा क्षेत्रों के पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में सुल्तानपुरी में आयोजित रैली में पहुंचे थे। अब माहौल में चुनावी रंग घुल चुका है, तो लोग इस चुनाव को याद करने लगे हैं और चर्चाएं भी कर रहे हैं।
इस रैली को याद करने की वजह उस समय भाजपा के स्टार प्रचारक रहे नवजोत सिद्धू हैं। सिद्धू अब कांग्रेस का हाथ थाम चुके हैं और पंजाब में मंत्री के पद पर काबिज हैं, लेकिन लोगों को अब भी याद है कि नवजोत ने तब 15 सालों से दिल्ली की सत्ता पर काबिज कांग्रेस को उखाड़ फेंकने के लिए जोरदार तरीके से हुंकार भरी थी। उस रैली में नवजोत सिद्धू को नरेंद्र मोदी से ठीक पहले संबोधित करने का मौका दिया गया था।
रैली में सिद्धू ने आजादी के बाद से कांग्रेस के सत्ता में रहने के दौरान गरीबी, अशिक्षा व बेरोजगारी की समस्या को दूर करने की नाकामी को जब बाबा जी के ठुल्लू की संज्ञा दी तो मंच पर विराजमान नरेंद्र मोदी जहां मुस्कुरा उठे थे तो उपस्थित जनसमुदाय ठहाके लगाने लगा था।
उन्होंने अपने चिरपरिचत अंदाज में लोगों से ठोको ताली कहकर कांग्रेस को दिल्ली की सत्ता से बेदखकल कर भाजपा के प्रत्याशियों को विधानसभा में भेजने का आह्वान किया था। इलाके के लोग नवजोत सिद्धू के भाषण को याद कर यह कह रहे हैं कि राजनीति में गिरगिट की तरह रंग बदलना कोई नई बात नहीं है, लेकिन सिद्धू इस तरह से पाला बदलेंगे, किसी ने तब सपने में भी नहीं सोचा था।