Lok Sabha Election 2019: नेकां के चार प्रत्याशी तय लेकिन कांग्रेस को गठजोड़ की उम्मीद
कांग्रेस प्रत्याशी चयन समिति उम्मीदवारों के पैनल हाईकमान ही सौंप चुकी है। उम्मीदवारों के नाम का मुहर लगना शेष है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) ने राज्य के चार लोकसभा क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों का नाम तय कर लिया है। श्रीनगर और बारामुला सीट पर प्रत्याशी की घोषणा भी कर दी गई है। अनंतनाग सीट से भी नाम तय कर लिया है। हालांकि इसी सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीए मीर चुनावी दंगल में उतरना चाहते हैं। जम्मू सीट पर नेकां ने नाम तय कर लिया है। बावजूद इसके कांग्रेस ने नेकां के साथ गठजोड़ की उम्मीद नहीं छोड़ी है। नेकां ने फिलहाल तय दोनों सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर सार्वजनिक घोषणा नहीं की। यही कांग्रेस के लिए उम्मीद की वजह बनी है। हालांकि नेता यह भी कहने से चूक रहे हैं कि अगर गठजोड़ नहीं हुआ तो कांग्रेस अकेले उतरने से परहेज नहीं करेगी। श्रीनगर से फारूक अब्दुल्ला, बारामुला से पूर्व स्पीकर मोहम्मद अकबर लोन के नामों की घोषणा की थी। इसके अलावा संसदीय बोर्ड की बैठक में अनंतनाग से पूर्व न्यायधीश हसनैन मसूदी और जम्मू पुंछ से बीआर कुंडल के नाम पर मुहर लगा दी गई।
यूं कहें कि पार्टी ने अभी तक लद्दाख और ऊधमपुर डोडा सीट से अपने उम्मीदवारों का नाम फाइनल नहीं किया है। यही दो सीटें वह कांग्रेस को देने की इच्छुक भी है। कांग्रेस प्रत्याशी चयन समिति उम्मीदवारों के पैनल हाईकमान ही सौंप चुकी है। उम्मीदवारों के नाम का मुहर लगना शेष है। प्रदेश कांग्रेस प्रधान जीए मीर बुधवार को जम्मू आ रहे हैं। बुधवार शाम तक कांग्रेस अपनी स्थिति स्पष्ट कर सकती है। ऊधमपुर डोडा से कांग्रेस के उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह हो सकते हैं। अनंतनाग से जीए मीर को चुनाव मैदान में उतारने की चर्चा है। वहीं लद्दाख से रिगिजन जोरा या असगर करबलाई चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। जम्मू सीट के लिए अभी प्रत्याशी फाइनल नहीं हुआ है। पार्टी के प्रदेश प्रधान जीए मीर का कहना है कि नेकां के साथ गठबंधन की संभावनाएं खत्म नहीं हुई हैं। उम्मीद है कि गठजोड़ हो जाएगा। इसका फैसला हाईकमान को ही करना है। अगर गठजोड़ नहीं भी होता है तो भी कांग्रेस अपने बलबूते पर चार से लेकर पांच संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
पीडीपी कर रही नेकां-कांग्रेस के प्रत्याशियों की घोषणा का इंतजार
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी भी राज्य की सभी छह सीटों पर चुनाव लडऩे को तैयार है। लेकिन वह कांग्रेस व नेकां द्वारा प्रत्याशियों के चयन को अंतिम रूप दिए जाने के बाद के समीकरणों के आधार पर ही जम्मू संभाग और लददाख की तीन सीटों के साथ साथ सेंट्रल कश्मीर व दक्षिण कश्मीर के लिए अपने उम्मीदवारों का अधिकारिक एलान करेगी। फिलहाल,पीडीपी ने उत्तरी कश्मीर में अब्दुल क्यूम वानी का ही नाम अधिकारिक तौर पर पार्टी प्रत्याशी के लिए घोषित कर रखा है।
पार्टी अध्यक्षा और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर घाटी में अपने वरिष्ठ साथियों के साथ बैठक करने के बाद मंगलवार को ग्रीष्मकालीन राजधानी जम्मू में जम्मू संभाग के वरिष्ठ पीडीपी नेताओं के साथ स्थानीय सियासी परिदृश्य पर विचार विमर्श किया। यह बैठक लगभग तीन घंटे तक जारी रही। इसमें पूर्व मंत्री चौ. जुल्फिकार अली और एमएलसी फिरदौस टाक व एमएलसी सुरेंद्र चौधरी समेत जम्मू संभाग से संबधित पीडीपी के सभी पूर्व विधायकों के अलावा वेद महाजन, फलेल सिंह ने भाग लिया। महबूबा ने संसदीय चुनावों में सभी छह सीटों पर अकेले लडऩे के अलावा जम्मू व लददाख प्रांत में कांग्रेस का साथ देने के विकल्प पर भी साथियों से उनकी राय ली। उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवारों की जीत की संभावनाओं को भी खंगाला। बैठक में मौजूद नेताओं ने उन्हें यकीन दिलाया कि वह जो भी अंतिम फैसला लेंगी, वह सभी के लिए मान्य रहेगा।
गठजोड़ से इन्कार नहीं
महबूबा मुफ्ती ने कांग्रेस के साथ गठजोड़ की संभावना पर कोई स्पष्ट जवाब देने के बजाय कहा कि हम अपने प्रत्याशियों की सूची के साथ तैयार हैं। कौन कहां से चुनाव लड़ेगा, इसका एलान श्रीनगर से किया जाएगा। नेकां को अभी जम्मू संभाग व लददाख सीट के लिए प्रत्याशी घोषित करने हैं, कांग्रेस को भी सभी छह सीटों के लिए प्रत्याशियों का एलान करना है। पीडीपी की सियासत पर नजर रखने वालों के मुताबिक, पीडीपी सिर्फ कांग्रेस और नेकां के बीच जारी गठजोड़ के गतिरोध पर नजर रखे हुए हैं। पीडीपी का मानना है कि अगर नेकां और कांग्रेस में गठजोड़ नहीं होता है तो वह जम्मू संभाग में कांग्रेस को समर्थन देने के विकल्प को अपनाएगी।