Loksabha Election 2019 : पुरुष आयोग के बिल को लेकर चर्चा में आए थे हरिनरायन
घोसी संसदीय क्षेत्र से भाजपा ने एक बार फिर अपने निवर्तमान सांसद हरिनरायन राजभर पर भरोसा जताया है।
मऊ [शैलेश अस्थाना]। घोसी संसदीय क्षेत्र से भाजपा ने एक बार फिर अपने निवर्तमान सांसद हरिनरायन राजभर पर भरोसा जताया है। कभी कम्युनिस्ट और कल्पनाथ का गढ़ रही इस सीट पर पहली बार 2014 में भगवा फहराने वाले हरिनरायन राजभर जनता की अपेक्षाओं पर भले ही खरे न उतरे हों किंतु अन्यान्य कारणों से सदैव चर्चा में बने रहे। कभी तृणमूल की महिला सांसदों से उलझने पर तो कभी क्षेत्र के विभिन्न कार्यालयों में छापेमारी कर। पुरुष आयोग के गठन के लिए संसद में पर्सनल बिल लाकर उन्होंने एक नई बहस को जन्म दिया। संसद व क्षेत्र में अपनी उपस्थिति के मामले में भी वे अव्वल रहे। सवाल पूछने में भी कई दिग्गज सांसदों को पीछे छोड़ा। संसदीय क्षेत्र की समस्याओं पर भी अक्सर प्रश्न किए। कुल 160 सवाल पूछकर उन्होंने सभी सांसदों में 239वीं रैंक हासिल किया।
16वीं लोकसभा के गठन के कुछ दिन बाद ही संसद में तृणमूल कांग्रेस की महिला सांसदों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उग्र विरोधी भाषण पर घाेसी सांसद हरिनरायन राजभर को ताव आ गया। वे तीखा विरोध करते हुए उनसे उलझ गए थे। इस कारण मीडिया में खासे चर्चा में रहे। बीच-बीच में जनपदीय कार्यालयों में छापेमारी कर तथा मीडिया के समक्ष अधिकारियों के लिए गालियां बक कर भी वे हमेशा चर्चा में बने रहे। दरअसल जानकार बताते हैं कि गालियां वे जान-बूझकर नहीं देते, महज साक्षर होने के नाते यह उनके स्वभाव में है।
अभी हाल में ही वे अयोध्या के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर छतविहीन भगवान श्रीराम को प्रधानमंत्री आवास देने की मांग उठाकर भी सुर्खियों में आए। कुल 331 दिन चली संसद में वे 317 दिन उपस्थित रहे। संसद में उनकी कुल उपस्थिति 95.77 फीसद है। पार्लियामेंट्रीबिजनेस डाट काम ने उनकी उपस्थिति को गुड रेटिंग प्रदान किया है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि क्षेत्र की आम जनता के काम के अलावा उन्होंने वे सब काम किए, जिसकी वजह से सुर्खियों में बने रहें।