तीसरे चरण के समीकरणों ने बढ़ाई पुलिस की चिंता, कई दिग्गज मैदान में होने से बढ़ी संवेदनशीलता
तीसरे चरण में 10 सीटों पर कई दिग्गजों के साथ पुलिस का भी इम्तिहान होगा। टकराव की आशंका और जातीय समीकरणों के चलते कई क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिये गए हैं।
लखनऊ, जेएनएन : दो चरणों का चुनाव सकुशल संपन्न कराने के बाद पुलिस का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है, लेकिन तीसरे चरण के समीकरणों ने उसकी चिंता भी बढ़ा रखी है। तीसरे चरण में 10 सीटों पर कई दिग्गजों के साथ पुलिस का भी इम्तिहान होगा। कार्यकर्ताओं के बीच टकराव की आशंका और जातीय समीकरणों के चलते कई क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिये गए हैं।
तीसरे चरण की दस संसदीय सीटों पर 23 अप्रैल को शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए पुलिस, पीएसी व अर्द्धसैनिक बलों की ड्यूटियां लगाई जा रही हैं। इस चरण में भी संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त पुलिस बल का पहरा होगा। दरअसल, रामपुर में गठबंधन के प्रत्याशी सपा के पूर्व मंत्री आजम खां द्वारा अपनी प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी जयप्रदा पर अमर्यादित टिप्पणी के बाद स्थितियां बदली हैं। पुलिस ने भी रामपुर में सतर्कता बढ़ाई है और अराजकतत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
दूसरी ओर फीरोजाबाद में सपा से अलग होकर अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन करने वाले शिवपाल यादव व सांसद अक्षय यादव एक-दूसरे के सामने हैं। एक ही परिवार के दो प्रत्याशियों के बीच मुकाबले ने भी पुलिस की चुनौती बढ़ाई है। यहां संवेदनशील बूथों के अलावा कई क्षेत्रों में अर्द्धसैनिक बल व पीएसी को मुस्तैद किया जायेगा। सपा संरक्षण मुलायम सिंह यादव समेत कई दिग्गजों के चुनाव मैदान में होने से भी तीसरे चरण को अधिक संवेदनशील माना जा रहा है।
मैनपुरी, पीलीभीत, बदायूं, बरेली, संभल, एटा, आंवला, मुरादाबाद में भी शांति-व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस ने अपनी कसरत तेज कर दी है। बताया गया कि खासकर अवांछित तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिये गये हैं। तीसरे चरण के चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर अब तक आई शिकायतों का भी नए सिरे से विश्लेषण किया जा रहा है। ताकि उसके अनुरूप भी सुरक्षा की रणनीति पहले से बनाई जा सके। डीजीपी मुख्यालय स्थित चुनाव सेल तैयारियों की मानीटरिंग कर रहा है।