Loksabha Election 2019 : आजम खां के विधायक बेटे अब्दुल्ला ने कहा-मुस्लिम होने के कारण लगा प्रतिबंध
पिता आजम खां पर बैन लगने के बाद बेटे अब्दुल्ला आजम खां ने मीडिया के सवालों पर कहा कि चुनाव आयोग ने उनके मामले में एकतरफा कार्रवाई की है।
रामपुर, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के फायर ब्रांड नेता तथा लोकसभा चुनाव 2019 में रामपुर से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी आजम खां के खिलाफ चुनाव आयोग के प्रतिबंध पर उनके बेटे खासे खफा हैं। आजम के विधायक पुत्र अब्दुल्ला ने कहा कि मुस्लिम होने के चलते उनके पिता पर तीन दिन का बैन लगाया गया है।
पिता आजम खान पर बैन लगने के बाद बेटे अब्दुल्ला आजम खां ने मीडिया के सवालों पर कहा कि चुनाव आयोग ने उनके मामले में एकतरफा कार्रवाई की है। अब्दुल्ला ने कहा कि आजम पर मुस्लिम होने के चलते बैन लगाया है। आजम खां के महिलाओं के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग करने पर निर्वाचन आयोग के प्रतिबंध लगाने के बाद उनके बेटे अब्दुल्ला ने आपत्ति जताई है। मीडिया से वार्ता में अब्दुल्ला ने कहा कि मुसलमानों और दलितों की आवाज दबाने के लिए निर्वाचन आयोग ने मायावती और आजम खां पर प्रतिबंध लगाया है। इस मामले में न्याय नहीं हुआ है। बिना नोटिस दिए ही प्रतिबंध लगा दिया गया है। ऐसी बात को लेकर प्रतिबंध लगाया गया है जिसमें किसी का नाम ही नहीं लिया गया है। हम मुसलमान हैं इसलिए हमारे साथ ऐसा किया गया है। जबकि भाजपा प्रत्याशी हमारे खिलाफ खूब जमकर बोल रही हैं। हमारे साथ आवाम है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने सफाई का मौका तक नहीं दिया। सिर्फ पीएम नरेंद्र मोदी को खुश करने के लिए आयोग ने बैन लगाया है। उन्होंने यह भी कहा कि आजम खां ने जया प्रदा पर बयान नहीं दिया था। अब्दुल्ला रामपुर की स्वार सीट से एसपी विधायक हैं।
इसके बाद कार्यालय से बाहर निकल कर अब्दुल्ला ने आजम के समर्थन में चुनावी रैली को रवाना किया। लोगों से पूछा हम सब कौन हैं। इस पर समर्थकों ने जवाब में कहा कि हम सब आजम खां हैं। अब्दुल्ला ने मीडिया के सामने कहा कि बैन लगाने से खामोश नहीं कर सकते हैं।
तीन दिन तक चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगे आजम
रविवार को रामपुर के शाहबाद में एक रैली के दौरान आजम खां ने जया प्रदा का नाम लिए बिना बेहद शर्मनाक बयान दिया था। आजम ने कहा था, उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे। मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का अंडरवेअर खाकी रंग का है। उनके इस बयान पर महिला आयोग ने तुरंत ऐक्शन लेते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। आजम के बयान के बाद चुनाव आयोग ने उनके प्रचार पर 72 घंटों की रोक लगाने का आदेश दिया है। अब आजम तीन दिन तक कोई चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगे।
23 अप्रैल को मतदान
23 अप्रैल को तीसरे चरण के चुनाव में रामपुर में मतदान होना है। आजम के खिलाफ भाजपा ने जया प्रदा को उम्मीदवार बनाया है। मतदान में अब कम ही वक्त बचा है। ऐसे में आजम खां पर चुनाव प्रचार के लिए लगा प्रतिबंध भारी पड़ सकता है।