Loksabha Election 2019 : UP की आठ सीटों पर 96 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में लॉक
तीन केंद्रीय मंत्रियों के साथ सांसद तथा दिग्गज नेता अब 23 मई तक अपनी किस्मत का ताला खुलने का इंतजार करेंगे।
लखनऊ, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 यानी यानी 17वीं लोकसभा के गठन को लेकर आयोजित सात चरण के मतदान के पहले दौर में उत्तर प्रदेश की आठ सीटों पर मतदान हो गया। आठ सीटों पर 96 दावेदारों की किस्मत ईवीएम में लॉक हो गई है।
सहारनपुर, कैराना, मुज्जफरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, व गौतमबुद्धनगर लोकसभा में सांसद बनने के दावेदारों में राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया चौधरी अजित सिंह के साथ उनके पुत्र जयंत चौधरी, केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा, जनरल वीके सिंह व डॉ. सत्यपाल सिंह के साथ सांसद राजेंद्र अग्रवाल, डॉ. संजीव बालियान, राघव लखन पाल, कुंवर भरतेंद्र, डॉ. यशवीर सिंह, तब्बसुम बेगम, पाल शामिल है। इनमें कांग्रेस ने रालोद नेता चौधरी अजीत सिंह व बेटे जयन्त चैधरी के खिलाफ मुज्जफरनगर और बागपत से प्रत्याशी नही खड़ा किया है।
तीन केंद्रीय मंत्रियों के साथ सांसद तथा दिग्गज नेता अब 23 मई तक अपनी किस्मत का ताला खुलने का इंतजार करेंगे। पहले चरण के मतदान में उत्तर प्रदेश की आठ सीटों से तीन केंद्रीय मंत्रियों की साख दांव पर है। इनमें डॉ. महेश शर्मा, जनरल वीके सिंह व डॉ. सत्यपाल सिंह।
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पूर्व सेना प्रमुख और मोदी सरकार में विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह गाजियाबाद से एकबार फिर से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वीके सिंह ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के राज बब्बर को हरा कर बड़ी जीत दर्ज की थी इस बार उनका मुकाबला एसपी-बीएसपी के सुरेश कुमार बंसल और कांग्रेस की डॉली शर्मा से है। भाजपा नेता महेश शर्मा केंद्र सरकार में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री हैं। पार्टी ने उन्हें एक बार फिर गौतमबुद्ध नगर सीट से ही चुनाव मैदान में उतारा है। 2014 के लोकसभा चुनाव में महेश शर्मा ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार नरेंद्र भाटी को ढाई लाख से ज्यादा वोटों से हराया था, इस बार उनका मुकाबला समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन उम्मीदवार सतबीर नागर और कांग्रेस के अरविंद चौहान से है। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त और भाजपा नेता सत्यपाल सिंह नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री हैं। वह फिर बागपत से उम्मीदवार हैं। 2014 में रालोद प्रमुख अजित सिंह को उन्होंने करारी शिकस्त दी थी। इस बार उनका मुकाबला अजित के बेटे जयंत चौधरी से है, जिन्हें इस बार सपा-बसपा का समर्थन प्राप्त है।
बढ़ता रहा मतदान प्रतिशत
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आठ सीट पर पहले दो घंटे के बाद शाम पांच बजे तक में आठ सीटों पर मतदाता बड़ी संख्या में उमड़े। पांच बजे तक मतदान का प्रतिशत 59.77 हो गया। आखिरी घंटे में भी मतदान केंद्र के बाहर लोग कतार में लगे रहे।
पहले चरण के मतदान में प्रात: सात बजे से शुरू हुई वोटिंग प्रक्रिया ने दिन में गति पकड़ी। सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद व गौतमबुद्धनगर में कई जगह पर ईवीएम में खराबी के कारण मतदान प्रभावित भले ही रहा, लेकिन इसने गति पकड़ी। मुस्लिम महिलाओं ने इस बार काफी उत्साह दिखाया। हर जगह पर लंबी कतारों में मुस्लिम महिलाएं बड़ी संख्या में दिखीं। कैराना में फर्जी मतदान को रोकने के लिए केंद्र पर तैनात बीएसएफ को हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी।
गाजियाबाद को छोड़कर शाम को छह बजे तक सात लोकसभा क्षेत्र में मतदान का औसत 60 प्रतिशत के पार पहुंच गया था। शाम छह बजे तक सहारनपुर में 70.68 प्रतिशत, कैराना में 62.10 प्रतिशत, मुजफ्फरनगर में 66.66 प्रतिशत, बिजनौर में 65.40 प्रतिशत, मेरठ में 63.00 प्रतिशत, बागपत में 63.90, गाजियाबाद में 57.60 तथा गौतमबुद्धनगर में 60.15 प्रतिशत मतदान हो गया था।