Loksabha Election 2019 : डकैत ददुआ के पूर्व सांसद भाई का सपा से मोहभंग, अब कांग्रेस में शामिल
बुंदेलखड में समाजवादी पार्टी के मजबूत स्तंभ और कुर्मी नेता बालकुमार पटेल ने अब अखिलेश यादव का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है।
लखनऊ, जेएनएन। बहुजन समाज पार्टी व राष्ट्रीय लोकदल के साथ गठबंधन करने वाली समाजवादी पार्टी को आज बुंदेलखंड में झटका लगा है। डकैत ददुआ के भाई पूर्व सांसद बाल कुमार पटेल आज कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। बाल कुमार पटेल मिर्जापुर से 2009 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद बने थे। इस बार उनका बांदा से चुनाव लडऩा तय माना जा रहा था। इसी बीच समाजवादी पार्टी ने बांदा से श्यामा चरण गुप्ता को प्रत्याशी घोषित कर दिया। इसके बाद बाल कुमार पटेल ने भी पाला बदलने में समय नहीं लगाया।
बुंदेलखड में समाजवादी पार्टी के मजबूत स्तंभ और कुर्मी नेता बालकुमार पटेल ने अब अखिलेश यादव का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। बाल कुमार पटेल बांदा-चित्रकूट इलाके में कुख्यात डकैत रहे ददुआ के भाई हैं। मिर्जापुर से 2009 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद रहे बाल कुमार पटेल बांदा से चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन अखिलेश यादव ने यहां भाजपा से आए श्यामा चरण गुप्ता को उम्मीदवार घोषित कर दिया।
बाल कुमार पटेल 2009 में मिर्जापुर से सांसद चुने गए थे। इसके बाद उन्होंने 2014 का बांदा से लड़ा था। जहां पर मोदी लहर में चुनाव जीत नहीं सके। अब वह 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए दावेदारी कर रहे थे, लेकिन अखिलेश यादव ने उन पर भरोसा नहीं जताया है। बाल कुमार पटेल ने आज ही नई दिल्ली में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की। इसके बाद कांग्रेस का दामन थाम लिया। बाल कुमार पटेल उत्तर प्रदेश में कुर्मियों के बड़े नेता हैं।
बाल कुमार पटेल की बुंदेलखंड और पूर्वांचल में कुर्मी समुदाय के बीच बड़ी पैठ है। बाल कुमार पटेल के बेटे राम सिंह प्रतापगढ़ के समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष हैं। राम सिंह प्रतापगढ़ की पट्टी विधानसभा सीट से सपा विधायक रहे हैं। 2017 के चुनाव में भाजपा के मोती सिंह के हाथों बहुत कम वोटों से हार गए थे।
बाल कुमार पटेल ने विधायक का चुनाव बसपा के टिकट पर इलाहाबाद के मेजा सीट से चुनाव लड़ा था। इसके बाद वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। समाजवादी पार्टी ने बाल कुमार पटेल को 2009 मिर्जापुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।