Loksabha Election 2019 : पीएम मोदी के हमशक्ल अभिनंदन पाठक को आचार संहिता में उल्लंघन का नोटिस
लखनऊ संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल करने वाले अभिनंदन पाठक को आज जिला निर्वाचन अधिकारी ने नोटिस जारी किया है।
लखनऊ, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 में लखनऊ से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने वाले अभिनंदन पाठक को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में नोटिस जारी किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी के हमशक्ल अभिनंदन पाटक इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ ताल ठोंक रहे हैं। लखनऊ में उन्होंने 12 अप्रैल को गृह मंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ नामांकन दाखिल किया है।
लखनऊ संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल करने वाले अभिनंदन पाठक को आज जिला निर्वाचन अधिकारी ने नोटिस जारी किया है। नामांकन के पश्चात उन्होंने कहा कि मेरा नाम अभिनंदन पाठक है मैं निर्दलीय प्रत्याशी हूं और मेरा नारा है एक वोट और एक नोट।
जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारीने आज उन्हें लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के अंतर्गत आचार संहिता उल्लंघन मानते हुए नोटिस जारी किया। नोटिस में कहा गया है कि उक्त नारा आम जनता को प्रलोभन दिए जाने का प्रयास प्रतीत होता है जो कि प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है, उक्त नोटिस कल जारी की गई थी, और आज उसकी तामीला श पाठक को कराई जाएगी। उन्हें नोटिस प्राप्ति के 24 घंटे के अंदर अपना स्पष्टीकरण व पक्ष रखने के निर्देश दिए गए हैं अन्यथा की स्थिति में उनके विरुद्ध सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।
पीएम मोदी के हमशक्ल अभिनंदन पाठक ने कल लखनऊ से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया था। अभिनंदन पाठक भी इस लोकसभा चुनाव 2019 में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। अभिनंदन पाठक ने 2014 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी और भाजपा के लिए चुनाव प्रचार किया था, मगर इस बार उन्होंने कांग्रेस के लिए प्रचार करने की बात कही थी। अभिनंदन पाठक ने कहा कि मैं बनारस (वाराणसी) से भी 26 अप्रैल को पर्चा दाखिल करूंगा। मैं डमी कैंडिडेट नहीं हूं, मैं किसी के खिलाफ भी नहीं हूं, सिर्फ जुमला के खिलाफ हूं। चुनाव जीतने के बाद मैं राहुल गांधी की प्रधानमंत्री पद की दावेदीरा का समर्थन करूंगा।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले अभिनंदन पाठक ने कहा था कि वह अब आगे से भाजपा के लिए कैंपेन नहीं करेंगे। उनका दावा है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि वह सरकार के खिलाफ सार्वजनिक क्रोध का सामना करने से परेशान हैं। उन्होंने भाजपा पर प्रधानमंत्री को नीचा दिखाने का आरोप लगाया। उन्होंने आगे कहा कि मैं यह देखकर अचंभित हूं कि कैसे प्रधानमंत्री मोदी जो सोचते हैं और कहते हैं, भाजपा वास्तव में इसके विपरीत काम कर रही है।