Loksabha Election 2019 : इस बार सुरक्षा बलों के लिए चुनौती होंगे सीमाओं के चोर दरवाजे
चुनाव के दौरान सुरक्षा-व्यवस्था के लिए यूपी पुलिस काम कर रही है ताकि पड़ोसी राज्यों से काला धन शराब हथियार व चुनाव को प्रभावित करने वाले अन्य सामानों की घुसपैठ रोकी जा सके।
लखनऊ [आलोक मिश्र]। यूपी में बढ़ता आतंकी दखल, अपराधियों की घुसपैठ और चुनावों में काले धन की बयार, ये वे अहम बिंदु हैं जो लोकसभा चुनाव में सुरक्षा बलों के लिए चुनौती होंगे। हर चुनाव में सुरक्षा बलों की सबसे बड़ी चुनौती प्रदेश से जुड़ी सीमाएं रही हैैं और यही वजह है कि इस चुनाव में भी दूसरे राज्यों के चोर दरवाजे बंद करने के लिए अभी से ही रणनीति बनने लगी है। चुनाव के दौरान सुरक्षा-व्यवस्था के लिए यूपी पुलिस दो माह से काम कर रही है ताकि पड़ोसी राज्यों से काला धन, शराब, हथियार व चुनाव को प्रभावित करने वाले अन्य सामानों की घुसपैठ रोकी जा सके।
इस चुनाव में प्रदेश की सीमाओं पर 6.5 हजार बैरियर बनाये जाएंगे ताकि चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा रहे। इसके लिए नेपाल पुलिस, एसएसबी और पड़ोसी राज्यों की पुलिस के साथ समन्वय बैठक कर चेकिंग की कार्ययोजना बनी है। 15 मार्च को मध्य प्रदेश में सीमावर्ती राज्यों के साथ एक और अहम बैठक भी होनी है। चुनाव के लिए गृह विभाग के पास 650 करोड़ रुपये का बजट सुरक्षित है।
दरअसल, यूपी नौ राज्यों के 41 जिलों के साथ अपनी सीमा साझा करता है। ऐसे में पुलिस के सामने इन सीमाओं पर चेकिंग व्यवस्था की बड़ी चुनौती होगी। यूपी में हिजबुल मुजाहिद्दीन से लेकर अन्य आतंकी संगठनों का नेटवर्क तेजी से बढ़ा है। खासकर जम्मू-कश्मीर के आतंकी कानपुर, लखनऊ, देवबंद (सहारनपुर), मेरठ समेत अन्य बड़े शहरों में अपनी पैठ जमाने की लगातार कोशिश करते रहे हैं।
खुफिया एजेंसियां भी चुनाव के दौरान किसी आतंकी हमले की साजिश को लेकर अलर्ट कर चुकी हैं। इसके साथ ही नेपाल सीमा से घुसपैठ व जाली नोटों की सप्लाई का सवाल भी बड़ा है। आइएसआइ बांग्लादेश व नेपाल की सीमाओं के जरिए जाली नोटों की सप्लाई का नेटवर्क संचालित करता रहा है। पड़ोसी राज्यों से बड़े पैमाने पर काला धन भी पहुंचाया जाता रहा है।
कुछ अहम बिंदु
- 09 राज्यों के 41 जिलों की सीमा यूपी से जुड़ी है।
- 13 जिलों से जुड़ी है मध्यप्रदेश की सीमा।
- 05 जिले दिल्ली के और बिहार व हरियाणा के सात-सात जिले भी जुड़े हैं।
- 07 जिलों के 31 थानाक्षेत्र जुड़े हैं नेपाल से।
सीमाओं को सील कर होगी चेकिंग
चुनाव के दौरान प्रदेश की सीमाओं को सील कर सघन चेकिंग की रणनीति बनी है। नेपाल सीमा पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस का कड़ा पहरा होगा।
-प्रवीण कुमार, आइजी कानून-व्यवस्था