जम्मू-कश्मीर की इस एक लोकसभा सीट पर तीन चरणों में होगा मतदान, जानिए क्यों ?
Lok Sabha Elections जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग लोकसभा सीट पर संभवतः पहली बार तीन चरणों में चुनाव होगा।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। मुख्य निर्वाचन अधिकारी शैलेंद्र कुमार ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सुरक्षा कारणों से संसदीय और विधानसभा चुनाव साथ-साथ संभव नहीं हैं। दोनों चुनाव साथ में होने से सुरक्षा चुनौतियां कई गुणा बढ़ जातीं हैं। ऐसे में सुरक्षा और निष्पक्षता के लिए दोनों चुनाव अलग-अलग चुनाव होंगे।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि जम्मू कश्मीर की छह संसदीय सीट जम्मू-पुंछ, ऊधमपुर-कठुआ-डोडा, श्रीनगर, अनंतनाग, बारामुला, लद्दाख के लिए पांच चरणों में मतदान होगा। सुरक्षा के लिहाज से अतिसंवेदनशील मानी जाने वाली अनंतनाग सीट के लिए तीन चरणों में मतदान होगा। सबसे पहले जम्मू-पुंछ और बारामुला सीट पर चुनाव होंगे।
रविवार देर शाम जम्मू में पत्रकारों से बातचीत करते हुए शैलेंद्र सिंह ने कहा कि इस बार चुनाव को निष्पक्ष बनाने के लिए चुनाव आचार संहिता को पिछले बार से भी अधिक सख्ती से प्रभावी बनाया जाएगा। डिवीजनल कमिश्नर संजीव वर्मा, आइजीपी एमके सिन्हा, आइजी पुलिस मुख्यालय जेपी सिंह, जम्मू के डिप्टी कमिश्नर, एसएसपी भी मौजूद थे।
चुनाव आयोग की टीम के राज्य दौरे में अधिकतर पार्टियों के दोनों चुनाव करवाने की पैरवी करने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि छह संसदीय सीटों के लिए औसतन 60 उम्मीदवार और विधानसभा की 87 सीटों के लिए लगभग 900 उम्मीदवार हो सकते हैं। ऐसे में अगर दोनों चुनाव साथ में होते तो एक हजार उम्मीदवारों को सुरक्षा देना कठिन होता। हर विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी कार्यक्रमों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का बोझ अतिरिक्त होता। राज्य में आतंकवादियों, अलगाववादियों की चुनाव विरोधी मुहिम के संबंध में उन्होंने बताया कि कश्मीर व जम्मू के कुछ हिस्सों में आतंकवादियों की गतिविधियों को देखते हुए हम पहले से हाई अलर्ट पर हैं। ऐसी चुनौतियों से निपटने के लिए रणनीति बनाई है।
कुछ ऐसा होगा चुनाव का शेड्यूल
11 अप्रैल: पहला चरण जम्मू-पुंछ, बारामुला
23 अप्रैल: तीसरा चरण : अनंतनाग
06 मई: पांचवां चरण : शोपियां एवं पुलवामा (अनंतनाग), लद्दाख
18 अप्रैल: दूसरा चरण : ऊधमपुर-कठुआ-डोडा, श्रीनगर
29 अप्रैल: चौथा चरण : कुलगाम (अनंतनाग)