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लोकसभा चुनाव 2019: राजस्थान में गहलोत और पायलट की खींचतान के चलते 10 सीटों पर विवाद

राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री एवं पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट के बीच चल रही खींचतान के चलते 10 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर सहमति नहीं बन सकी है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 13 Mar 2019 01:00 PM (IST)Updated: Wed, 13 Mar 2019 01:00 PM (IST)
लोकसभा चुनाव 2019: राजस्थान में गहलोत और पायलट की खींचतान के चलते 10 सीटों पर विवाद

जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों में से 15 सीटों पर कांग्रेस ने उम्मीदवारों के नामों का पैनल तैयार कर लिया है। स्क्रीनिंग कमेटी इस पैनल पर मुहर लगा चुकी है,अब केंद्रीय चुनाव समिति इस पैनल को मंजूरी देगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री एवं पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट के बीच चल रही खींचतान के चलते 10 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर सहमति नहीं बन सकी है। अगले सप्ताह एक बार फिर स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी,जिसमें 10 सीटों पर संभावित प्रत्याशियों को लेकर चर्चा होगी। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे गहलोत और पायलट के बीच सहमति बनाने में जुटे है ।

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15 सीटों पर ये उम्मीदवार तय किए गए

कांग्रेस के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार अलवर लोकसभा सीट से भंवर जितेन्द्र सिंह,उदयपुर सीट से रघुवीर मीणा,डूंगरपुर-बांसवाड़ा से ताराचंद भगोरा,झालावाड़-बांरा से उर्मिला जैन,बाड़मेर से मानवेंद्र सिंह,सीकर से सुभाष महरिया,झुंझुंनू से राजबाला ओला,जोधपुर से वैभव गहलोत,टोंक-सवाई माधोपुर से नमोनारायण मीणा,नागौर से ज्योति मिर्धा,श्रीगंगानगर से भरत मेघवाल,भरतपुर से रतन सिंह,राजसमंद से लक्ष्मण सिंह रावत और पाली से बद्री जाखड़ के नाम तय कर लिए गए है। इसके साथ ही चित्तोडगढ़ सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ.गिरिजा व्यास एवं गोपाल सिंह ईडवा के नाम सूची में शामिल किए गए है। गहलोत और पायलट दोनों में से किसी एक को टिकट दिए जाने पर सहमत है। इस बारे में अंतिम फैसला राहुल गांधी करेंगे।

10 सीटों पर नहीं बन पा रही सहमति

जयपुर शहर,जयपुर ग्रामीण,दौसा,कोटा,अजमेर,बीकानेर,चूरू,जालौर-सिरोही,भीलवाड़ा एवं धौलपुर-करौली सीट पर एकल नाम को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रही खींचतान के कारण सहमति बनाने में मुश्किल हो रही है। दोनों ही अपनी-अपनी पसंद के नेता को टिकट दिलाना चाहते है।


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