Lok Sabha Election: पंजाब में पीएम मोदी की जनसभा आज, किसान संगठन कर रहे विरोध; मैदान में सुरक्षा के कड़े प्रबंध
पीएम मोदी पंजाब के दो दिवसीय चुनावी दौरे के तहत गुरुवार को पटियाला में रैली को संबोधित करेंगे। अगले दिन शुक्रवार को गुरदासपुर और जालंधर में उनकी रैलियां होनी हैं। किसान संगठनों ने प्रधानमंत्री की रैलियों का विरोध करने की धमकी दी है जिसे देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पटियाला के पोलो मैदान में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए जा रहे हैं।
इन्द्रप्रीत सिंह, पटियाला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पंजाब के दो दिवसीय चुनावी दौरे के तहत गुरुवार को पटियाला में रैली को संबोधित करेंगे। अगले दिन शुक्रवार को गुरदासपुर और जालंधर में उनकी रैलियां होनी हैं। किसान संगठनों ने प्रधानमंत्री की रैलियों का विरोध करने की धमकी दी है, जिसे देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पटियाला के पोलो मैदान में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए जा रहे हैं।
रैली स्थल पर दो हजार पुलिसकर्मी होंगे तैनात
एडीजीपी पीके सिन्हा की देखरेख में चार जिलों के एसएसपी के साथ ही दो हजार पुलिस कर्मचारियों को रैली स्थल पर तैनात किया गया है। डॉग स्क्वायड, बम निरोधक दस्ता, एसओजी, स्पेशल कमांडो व पैरामिलिटरी फोर्स को भी तैनात किया गया है। पटियाला से पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर की पत्नी परनीत कौर भाजपा की प्रत्याशी हैं, जिनसे किसान संगठनों की ज्यादा नाराजगी है।
पुलिस सुरक्षा को लेकर पूरी सतर्कता बरत रही
बता दें, पंजाब में विधानसभा चुनावों से पूर्व पांच जनवरी, 2022 को प्रधानमंत्री मोदी फिरोजपुर में 42,750 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखने के लिए आ रहे थे तो किसानों के धरने के कारण उनके काफिले को 20 मिनट तक फ्लाईओवर पर रोकना पड़ा था। बाद में उन्हें वापस लौटना पड़ा था। उसके बाद पीएम पहली बार पंजाब आ रहे हैं। ऐसे में पुलिस सुरक्षा को लेकर पूरी सतर्कता बरत रही है।
बुधवार को शंभू बार्डर पर धरने के सौ दिन पूरे होने पर जुटे संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) ने घोषणा की कि वह प्रधानमंत्री का पंजाब आने पर विरोध करेगा लेकिन पटियाला के अलावा गुरदासपुर और जालंधर में होने वाली रैलियों को बाधित नहीं करेगा।
प्रधानमंत्री के सामने विरोध दर्ज कराना उद्देश्य
मोर्चा के संयोजक सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि हमारा उद्देश्य अपनी उन मांगों को लेकर प्रधानमंत्री के सामने विरोध दर्ज कराना है जो उन्होंने मान ली थीं लेकिन लागू नहीं कीं। हम काफिलों के रूप में प्रधानमंत्री की रैली की ओर जाएंगे जहां भी प्रशासन रोकेगा, वहीं बैठकर विरोध दर्ज करवाया जाएगा।
उन्होंने घोषणा की कि मोर्चा भाजपा के सभी प्रत्याशियों का 28 मई को घेराव करेगा और दो जून को नई रणनीति की घोषणा की जाएगी। संयुक्त किसान मोर्चा पांच जगह से पटियाला करेगा कूचउधर, संयुक्त किसान मोर्चा (राजनीतिक) ने भी प्रधानमंत्री के पटियाला दौरे का कड़ा विरोध करने की योजना बनाई है।
प्रधानमंत्री को काले झंडे दिखाने का प्रयास करेंगे
37 किसान संगठनों पर आधारित संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में दोपहर तीन बजे पटियाला जिले में पांच स्थानों पर किसान इकट्ठा होकर पटियाला को रवाना होंगे। किरती किसान यूनियन के रमिंदर सिंह और भारतीय किसान यूनियन शादीपुर के बूटा सिंह ने कहा है कि वे अनुशासित और शांतिपूर्ण तरीके से प्रधानमंत्री को काले झंडे दिखाने का प्रयास करेंगे।