Lok Sabha Election 2024: 2019 में विपक्ष का हो गया था सफाया, इस राज्य में बीजेपी ने 50 प्रतिशत से अधिक वोटों पर किया था कब्जा
Lok Sabha Election 2024 पांचवें चरण का मतदान हो चुका है। अगले चरण का मतदान 25 मई को है। बीजेपी ने 2104 के मुकाबले 2019 में बड़ी मजबूती से वापसी की थी। बीजेपी को 2019 के लोकसभा चुनाव में झारखंड में 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिले थे। 2019 में भी साकार हुआ था 300 पार का नारा। 400 पार के लिए इसी रणनीति पर बीजेपी काम कर रही है।
मृत्युंजय पाठक, रांची: भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में साल 2019 में हुए 17वें लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी की शानदार और जानदार जीत के लिए याद किया जाएगा। जैसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बार भाजपा के लिए 370 और एनडीए के लिए 400 पार का नारा दिया है उसी तरह 2019 के चुनाव से पहले भाजपा के लिए 300 पार का नारा दिया था।
किसी को उम्मीद नहीं थी कि भाजपा 300 पार कर जाएगी। साल 2014 के चुनाव में भाजपा को पहली बार 282 सीटों से साथ पूर्ण बहुमत मिला था। पांच साल मोदी सरकार चलने के बाद विपक्ष ने नोटबंदी और जीएसटी को लेकर शोर मचाया था।
2019 में सच हुआ बीजेपी का नारा
17वें लोकसभा चुनाव का परिणाम आया तो भाजपा का 300 पार का नारा सच साबित हुआ। अकेले भाजपा के खाते में 303 सीटें आईं, जबकि एनडीए (सहयोगी दलों के साथ भाजपा) ने 353 सीटों पर जीत हासिल की। और अधिक ताकत के साथ नरेन्द्र मोदी ने केंद्र की सत्ता में वापसी की।
सिर्फ दो सीट विपक्ष को नसीब
भाजपा की ऐतिहासिक जीत में झारखंड का भी बड़ा योगदान था। लोकसभा की 14 सीटों में 12 पर एनडीए (भाजपा-11 और आजसू-1) को जीत मिली। मत प्रतिशत की बात करें तो झारखंड में भाजपा को पहली बार पचास प्रतिशत से ज्यादा 51.6 प्रतिशत मत मिले थे। भाजपा को 2014 में 40.7 प्रतिशत और 2009 में 27.5 प्रतिशत मत मिले थे।
2024 में कितना सच होगा नारा
2019 के चुनाव में एनडीए के खाते में 56 तो यूपीए के खाते में 31.6 प्रतिशत मत पड़े थे। झारखंड में भी भाजपा गठबंधन ने जिन 12 सीटों पर जीत दर्ज की उनमें 9 सीटों पर 50 प्रतिशत से ज्यादा मत मिले। इन सीटों में चतरा, धनबाद, गिरिडीह, गोड्डा, हजारीबाग, जमशेदपुर, कोडरमा, पलामू और रांची शामिल थे। 2024 के चुनाव में भी भाजपा इसी रणनीति पर काम कर रही है।
गुरुजी को मिली मात
दुमका क्षेत्र को झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन का गढ़ कहा जाता है। चुनाव में झामुमो प्रत्याशी शिबू सोरेन उर्फ गुरुजी को हार का सामना करना पड़ा। भाजपा प्रत्याशी सुनील सोरेन ने शिबू सोरेन को पराजित किया था।
लोकसभा में आजसू का हुआ प्रतिनिधित्व
2019 का लोकसभा चुनाव आजसू के लिए ऐतिहासिक रहा। भाजपा ने कुरमी मतों के लिए आजसू के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा। अपनी सीटिंग सीट गिरिडीह को आजसू के हवाले कर दिया। यहां से आजसू के टिकट पर चंद्रप्रकाश चौधरी ने चुनाव लड़ा। चौधरी ने जीत दर्ज की। इसी के साथ पहली बार लोकसभा में आजसू का प्रतिनिधित्व हुआ।
अर्जुन-अन्नपूर्णा को मोदी कैबिनेट में जगह
लोकसभा चुनाव के बाद नरेन्द्र मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री बने। उन्होंने खूंटी के सांसद अर्जुन मुंडा को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया। इसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार हुआ तो कोडरमा की सांसद अन्नपूर्णा देवी को भी मंत्री बनाया गया।
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