Lok Sabha Election 2019: दूसरे चरण में कई जगह हिंसा, IED धमाका, EVM तोड़ी, 4 की मौत
Lok Sabha Election 2019 दूसरे चरण में कई जगह से हिंसा की खबर आ रही। नक्सलियों ने IED धमाका किया। नक्सलियों संग सुरक्षाबलों की मुठभेड़ भी हुई। पुलिस को कई जगह बल प्रयोग करना पड़ा।
नई दिल्ली, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) के पहले चरण का मतदान शांतिपूर्वक बीतने के बाद दूसरे चरण ने हिंसात्मक रुख अख्तियार कर लिया है। दूसरे चरण के मतदान के दौरान जगह-जगह से हिंसा की खबरें आ रही हैं। छत्तीसगढ़ में मतदान के दौरान नक्सलियों ने कुछ जगहों पर हमले किए। सुरक्षा बलों ने जवाबी मुठभेड़ में दो नक्सलियों को मार गिराया। वहीं उड़ीसा और पश्चिम बंगाल में भी हिंसा के बाद पुलिस व सुरक्षा बलों को बल प्रयोग करना पड़ा।
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव 2019 के दूसरे चरण के तहत 12 राज्यों की 95 लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है। पहले दूसरे चरण में 13 राज्यों की 97 लोकसभा सीटों पर मतदान होना था। हालांकि, तमिलनाडु की वेल्लोर सीट पर बड़े पैमाने पर नकदी जब्त होने के बाद यहां का चुनाव रद्द कर दिया गया। इसी तरह त्रिपुरा की एक लोकसभा सीट पर भी राज्य की खराब कानून-व्यवस्था को देखते हुए चुनाव टाल दिया गया है।
पश्चिम बंगाल में हिंसा के बीच तोड़ी ईवीएम
पश्चिम बंगाल से सबसे ज्यादा हिंसा की खबरें आ रही हैं। पश्चिम बंगाल में अब टीएमसी और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के दौरान एक ईवीएम तोड़ने का मामला सामने आया है। EVM क्षतिग्रस्त करने का ये मामला पश्चिम बंगाल के चोपरा क्षेत्र का है। मौके पर पुलिस तैनात कर दी गई है। पुलिस मामाले की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है। फिलहाल किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
छत्तीसगढ़ में IED धमाका, एक जवान घायल
दूसरे चरण के मतदान के दौरान सुबह 11:00 बजे छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव में कोरचा-मनपुर रोड पर नक्सलियों ने IED धमाका कर दिया। IED ब्लास्ट ITBP (इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस) की रोड ओपनिंग पार्टी (ROP) को निशाना बनाकर किया गया है। इस हमले में आईटीबीपी का एक जवान मान सिंह घायल हो गया है। हालांकि, उनकी हालत खतरे से बाहर है और प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत उसी इलाके में अपनी ड्यूटी संभाल ली है। मालूम हो कि जिस इलाके में धमाका हुआ है, वहां भी मतदान चल रहा है।
पश्चिम बंगाल में सीपीएम उम्मीदवार पर हमला
दूसरे चरण के मतदान की शुरूआत शांतिपूर्ण तरीके से हुई थी। हालांकि, जैसी आशंका व्यक्त की जा रही थी मतदान शुरू होने के कुछ देर बाद ही छत्तीसगढ़, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल से हिंसा की खबरें आने लगीं। दोपहर करीब 12:40 बजे पश्चिम बंगाल के रायगंज में सीपीएम उम्मीदवार मुहम्मद सलीम की कार पर इस्लामपुर में हमला किया गया। हमले में उनकी कार के शीशे टूट गए हैं। हालांकि, मुहम्मद सलीम सुरक्षित हैं। सीपीएम ने हमले के पीछे तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हाथ होने का संदेह व्यक्त किया है। इससे पहले 11:37 बजे पश्चिम बंगाल के ही दिनाजपुर में सुरक्षाबलों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 34 पर जाम लगा रहे लोगों पर लाठी चार्ज किया था और आंसू गैस के गोले दागे थे।
छत्तीसगढ़ में नक्सली मुठभेड़
सुबह करीब 11:30 बजे छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने कटेकल्याण एरिया कमेटी के नक्सली कमांडर वर्गीस और एलएचआर कमांडर जोगा को मार गिराया है। बम धमाके करने में माहिर वर्गीस पर पांच लाख रुपये का ईनाम था, जबकि जोगा एक लाख रुपये का ईनामी था। श्यामगिरी नक्सली हमले को वर्गीस और प्रदीप ने मिलकर अंजाम दिया था। इस हमले में भाजपा विधायक भीमा मंडावी समेत चार सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। प्रदीप मलांगिर एरिया कमेटी का कमांडर है, जो अब भी फरार है। फायरिंग में एक ग्रामीण भी घायल हुआ है। संदेह है कि वह नक्सलियों के लिए मुखबिरी करता था।
ओडिशा में भाजपा कार्यकर्ता की हत्या
ओडिशा के गंजाम जिले में आशिका लोकसभा सीट पर मतदान शुरू होने से पहले ही एक भाजपा कार्यकर्ता सदाशिव प्रधान की लाठी-डंडों से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। हत्या की ये वारदात, सोरणा चुनाव क्षेत्र के लाठीपड़ा पंचायत अंतर्गत कदलीझोला गांव में हुई है। बताया जा रहा है कि बुधवार शाम विरोधी दल के कुछ युवकों ने संतोष के सिर पर लाठी से हमला किया था। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। इसके बाद इलाके में तनाव व्याप्त है।
भाजपा कार्यालय पर फेंके तीन बम
दूसरे चरण के मतदान से एक दिन पहले ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में यूनिट 8 डेल्टा कॉलोनी में भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय को निशाना बनाकर तीन बम फेंके गए। हालांकि, एक भी बम नहीं फूटा, जिससे बड़ा हादसा टल गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों बमों को निष्क्रिय कर दिया है। भाजपा ने हमले के लिए बीजू जनता दल को जिम्मेदार ठहराया है।
माओवादियों ने महिला पोलिंग सुपरवाइजर को मारी गोली, मौत
ओडिशा में दूसरे चरण के चुनाव से ठीक पहले नक्सल प्रभावित कंधमाल जिले में हिंसा की कई घटनाएं सामने आई हैं। जिले के गोच्छापड़ा थाना अंतर्गत बाराला गांव के पास बुधवार को एक महिला पोलिंग सुपरवाइजर की माओवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पोलिंग सुपरवाइजर संयुक्ता दिगल गोली लगने के बाद वहीं ढेर हो गई। माना जा रहा है कि माओवादियों ने चुनाव के विरोध में ही पोलिंग सुपरवाइजर की गोली मार हत्या की है।
पोलिंग पार्टी की गाड़ी जलाई
ओडिशा के कंधमाल जिले में फिरिंगिया थाना क्षेत्र में बुधवार को कुछ लोगों ने एक पोलिंग पार्टी की गाड़ी जला दी थी। इस घटना के पीछे नक्सलियों का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, यह पोलिंग पार्टी मुंगुनीपदर बूथ पर मतदान कराने के लिए जा रही थी। रास्ते में कुछ लोगों ने पोलिंग पार्टी की गाड़ी को रोका और कर्मचारियों को नीचे उतारकर उसमें आग लगा दी। इससे गाड़ी में रखा चुनाव संबंधी सारा सामान जल गया।