Lok Sabha Election 2019 : सीएम योगी ने कहा- अराजकता फैलाने वालों से सख्ती से निपटेंगे
सरकार को आशंका है कि कुछ लोग नतीजे पक्ष में न आने पर अराजकता फैला सकते हैं।
लखनऊ, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए मतदान खत्म होने के बाद आऐ एग्जिट पोल की रुझानों के बाद विपक्ष जिस तरह से ईवीएम के बहाने चुनाव आयोग के प्रति हमलावर है, उसके मद्देनजर सरकार को आशंका है कि कुछ लोग नतीजे पक्ष में न आने पर अराजकता फैला सकते हैं। कानून-व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता मानने वाली योगी सरकार ने ऐसा करने वालों से सख्ती से निपटने को कहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि लोकतांत्रिक भारत में संविधान और संवैधानिक संस्थाएं अक्षुण्ण रहनी चाहिए। चुनाव परिणाम जो भी आए हम जनादेश का सम्मान करेंगे। जनादेश का अपमान, संवैधानिक संस्थाओं पर अंगुली उठाने और अराजकता फैलाने वालों से निपटने एवं प्रदेशवासियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सरकार तैयार और प्रतिबद्ध है।
लोकतांत्रिक भारत में संविधान और संवैधानिक संस्थाएं अक्षुण्ण रहनी चाहिए।
चुनाव परिणाम जो भी आए,हम जनादेश का सम्मान करेंगे।
जनादेश का अपमान,संवैधानिक संस्थाओं पर उंगली उठाने, अराजकता फैलाने वालों से निपटने एवं प्रदेशवासियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सरकार तैयार और प्रतिबद्ध है। — Chowkidar Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 22, 2019
विपक्ष के तेवर देखते हुए भाजपा ने बढ़ाई सतर्कता
इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन पर विपक्ष के हंगामे को देखते हुए भाजपा सतर्क हो गई है। गुरुवार को होने वाली मतगणना को लेकर भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं को सजग किया है और संयम बरतते हुए चौकसी बरतने की हिदायत दी है। सभी प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्र में रहेंगे और एक-एक गतिविधि पर नजर रखेंगे। भाजपा प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने पहले ही मतगणना प्रमुखों की कार्यशाला आयोजित की और उन्हें एक-एक बिंदुओं पर हिदायत दी। कार्यकर्ताओं को यह बताया कि इस बार ई-पोस्टल बैलेट में आरओ कोड लगाकर निर्वाचन आयोग ने किसी भी प्रकार की होने वाली संभावित गड़बड़ी को समाप्त कर दिया है।
इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की खराबी के कारण दस-पांच बूथ पर फिर से मतदान छोड़ दें तो किसी भी विवाद के कारण कहीं पुनर्मतदान नहीं हुआ। इस बार पोस्टल बैलेट व इवीएम मतों की गिनती समानांतर चलती रहेगी। ई-पोस्टल बैलेट के आरओ कोड की स्कैनिंग ऑन-लाइन स्कैनर लगाकर की जायेगी। कार्यकर्ताओं को एक-एक मशीन पर नजर रखनी है कि कोई बेवजह विवाद न खड़ा करे।
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