लोकसभा चुनाव: प्रत्याशी बदलना मंजूर, लोजपा नहीं छोड़ेगी खगडिय़ा सीट
लोक जनशक्ति पार्टी ने पहले ही ठान लिया है कि वो किसी हाल में खगड़िया सीट से समझौता नहीं करेगी। वह प्रत्याशी भले ही बदल लेगी लेकिन खगड़िया की सीट नहीं छोड़ेगी।
पटना, राज्य ब्यूरो। लोजपा ने यह तय कर लिया है कि वह खगडिय़ा लोकसभा सीट नहीं छोड़ेगी। वैसे वहां वह अपने उम्मीदवार को जरूर बदलेगी। एनडीए में सीटों के विभाजन के तहत लोजपा को छह सीटें मिली हैैं। वह छह सीटें कौन-कौन होंगी इस पर अभी आधिकारिक तौर पर निर्णय नहीं हुआ है पर पार्टी के दिग्गजों ने अपने समर्थकों को यह साफ कर दिया है कि लोजपा कहां-कहां अपने उम्मीदवार देगी।
खगडिय़ा को लेकर थी संशय की स्थिति
खगडिय़ा लोकसभा की सीट से लोजपा के महबूब अली कैसर सांसद हैैं। कैसर की लोजपा से दूरी को लेकर यह चर्चा आम थी कि इस बार लोजपा खगडिय़ा की सीट को एक्सचेंज कर सकती है।
कटिहार का नाम लिया जा रहा था। पर लोजपा के अंदरखाने से यह स्पष्ट किया गया है कि खगडिय़ा को लोजपा नहीं छोडऩे जा रही है। पार्टी ने यह भी तय किया हुआ है कि कैसर की जगह वह दूसरे प्रत्याशी को मैदान में उतारेगी।
नवादा का मामला चौदह के बाद होगा तय
यह तय हो गया है कि लोजपा को इस बार मुंगेर की सीट नहीं मिल रही है। पूर्व सांसद सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी ने पिछला चुनाव लोजपा की टिकट पर यहां से लड़ा था। इस सीट के बदले वीणा देवी को नवादा या फिर बेगूसराय से टिकट दिए जाने की बात है।
नवादा का पेंच यह है कि वहां से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सांसद हैैं। गिरिराज सिंह ने कह रखा है कि अगर उन्हें नवादा से पुन: मैदान में उतरने का मौका नहीं मिलता है तो वह चुनाव मैदान में ही नहीं जाएंगे। लोजपा का कहना है चौदह फरवरी तक नवादा या फिर बेगूसराय यह तय हो जाएगा। लोजपा की नवादा में गतिविधि बढ़ गई है।
चिराग जमुई से और समस्तीपुर से रामचंद्र
लोजपा ने यह तय कर लिया है कि चिराग पासवान जमुई से ही लड़ेंगे। लोजपा सांसद रामचंद्र पासवान के बारे में यह चर्चा थी कि वह गोपालगंज से लडऩा चाहते हैैं पर अब यह तय हो गया है कि वह समस्तीपुर से लड़ेंगे।